Wednesday, April 11, 2012

RTET Rajasthan : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर मंत्री-विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ!


RTET Rajasthan : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर मंत्री-विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ!




जयपुर.तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ उसके ही मंत्री और कांग्रेस विधायकों ने भी मोर्चा खोल दिया है। विपक्षी सदस्यों ने भी भाजपा विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी की अगुवाई में इस मांग को उठाया। सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को विधानसभा में अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया। 

चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा, आयोजना (श्रमशक्ति) राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सदन में खड़े होकर शिक्षक भर्ती की परीक्षा आरपीएससी के मार्फत कराने तथा एक ही मेरिट बनाने की मांग कर दी। राजेंद्र गुढ़ा ने तो यहां तक कह दिया कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्षेत्र के किसी विधायक के फिर से जीतकर आने की संभावना नहीं रहेगी। 

प्रश्नकाल की समाप्ति से ठीक पहले और शून्यकाल की शुरुआत में हुए इस मुद्दे पर हंगामे में सदन के सदस्य दलगत व्यवस्था से अलग हटकर क्षेत्र के अनुसार बंटे नजर आए। कांग्रेस के प्रकाश चौधरी, शालेह मोहम्मद, भाजपा के बाबूसिंह राठौड़ और पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने जिला परिषदों से ही परीक्षा कराने पर जोर दिया।

भाजपा विधायकों ने आसन के सामने दिया धरना

शून्यकाल में घनश्याम तिवाड़ी के शिक्षक भर्ती की परीक्षा आरपीएससी से ही कराने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिला परिषदों से भर्ती कराने पर भ्रष्टाचार की आशंका रहेगी। तिवाड़ी ने अपनी बात पूरी करने पर मंत्री से जवाब देने की मांग की। इस पर खंडेला विधायक बंशीधर खंडेला सबसे पहले वेल में पहुंचे। 

उनके साथ आए वासुदेव देवनानी और फूलचंद भिंडा आसन के सामने धरने पर बैठ गए। उनके बाद वासुदेव देवनानी, फूलचंद भिंडा, सुंदरलाल, कालीचरण सराफ सहित कई विधायक वेल में आ गए और मंत्री से घोषणा कराने की मांग करने लगे। सादुलपुर विधायक कमला कस्वां, रतनगढ़ विधायक राजकुमार रिणवां, पिलानी विधायक सुंदरलाल ने भी इन विधायकों का समर्थन किया। 

धारीवाल ने रोकने का प्रयास किया

प्रश्नकाल समाप्ति से ठीक पहले विधायक श्रवण कुमार ने अपना इस्तीफा लहराया, पढ़ा और अध्यक्ष को सौंप दिया। जब वे इस्तीफा सौंपने के लिए विधानसभा अध्यक्ष की ओर बढ़ रहे थे तो स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं रुके।

शिक्षा पर न हो राजनीति

इस्तीफे के बाद विधायक श्रवण कुमार ने सदन के बाहर बातचीत में कहा कि शिक्षा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कई विधायक व मंत्री भर्ती आरपीएससी से करवाना चाहते हैं। इन विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे।

यदि उन्होंने मांग नहीं मानी तो दिल्ली तक जाएंगे। लोगों ने बच्चों को बीएड व टेट कराया है। यदि वे भर्ती से वंचित रहते हैं और कानून में खामी है तो विधायकों को उसे ठीक करना चाहिए। 


अब क्या होगा इस्तीफे का

विधायक को अपना इस्तीफा अध्यक्ष को देना होता है। यह अध्यक्ष का विवेकाधिकार होता है कि वे इस्तीफा स्वीकार करते हैं या नहीं। श्रवण कुमार के इस्तीफे पर अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि वे इसका परीक्षण करवाएंगे, इसके बाद कोई फैसला करेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने लौटाए सेलफोन

विधानसभा अध्यक्ष ने मंगलवार शाम सभी 41 विधायकों के सेल फोन वापस करने की व्यवस्था दे दी। ये सेलफोन सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी बनाने के विरोध में एक निर्दलीय और 40 भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष की टेबल पर रखे थे। अध्यक्ष ने इन्हें सदन की प्रोपर्टी बताकर जब्त कर लिया था।मंगलवार को कई विधायकों ने अध्यक्ष से सेल फोन लौटाने का आग्रह किया था। इसके बाद अध्यक्ष ने सेलफोन लौटाने की व्यवस्था दी।

News : Bhaskar (11.4.12)

RTET Rajasthan : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी


RTET  Rajasthan :  तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी


जोधपुर। पंचायती राज विभाग की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गई। राज्य में 11 लाख 93 हजार 982 युवाओं ने आवेदन कर शिक्षक बनने की चाहत दिखाई है। जोधपुर जिले में 48,056 ऑनलाइन आवेदन भरे गए।

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में जयपुर जिला सबसे आगे रहा। यहां 2 लाख 31 ऑनलाइन आवेदन भरे गए। शिक्षक भर्ती के लिए राज्य में सबसे कम आवेदन जैसलमेर जिले से मात्र 2 हजार 924 भरे गए। 

जोधपुर जिले से शिक्षक भर्ती के लिए 48 हजार 56 आवेदन किए गए हैं। इनमें जोधपुर जिले में शिक्षक बनने के लिए 18 हजार 884 युवाओं ने आवेदन कर इच्छा जताई है। वहीं जोधपुर जिले से अन्य जिलों के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 29 हजार 172 रही। यानि जिले में रहने वाले युवाओं में जोधपुर के बजाय अन्य जिलों में शिक्षक की नौकरी करने की चाहत ज्यादा है।

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ई-मित्र कियोस्क एवं नागरिक सेवा केन्द्रों के साथ ही आवेदकों के लिए इंटरनेट से सीधे ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा भी राज्य सरकार की ओर से प्रदान की गई थी। राज्य में इंटरनेट से सीधे आवेदन करने एवं ऑनलाइन फीस जमा कराने वालों की संख्या 43 हजार 775 रही। हालांकि इंटरनेट से सीधे किए गए आवेदन भी राज्य में प्राप्त 11.93 लाख आवेदनों में शामिल हैं।

RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitment Matter Heated Parliament



विस में गूंजा शिक्षक भर्ती का मामला


(RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitment Matter Heated Parliament )


मांग:- मारवाड़ क्षेत्र के विधायकों ने जिला परिषदों के जरिए ही भर्ती होने की मांग की तो शेखावाटी और जयपुर क्षेत्र के विधायकों ने आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग की।

जिला परिषदों से शिक्षक भर्ती कराने का मामला मंगलवार को विधानसभा में गूंजा।
 इसके चलते विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायकों ने भारी हंगामा किया। कांग्रेस और भाजपा के विधायक दलगत सीमाओं को भूलकर इस मुद्दे पर क्षेत्र के हिसाब से धड़ों में बंट गए 

मारवाड़ क्षेत्र के विधायकों ने जिला परिषदों के जरिए ही भर्ती होने की मांग की तो शेखावाटी और जयपुर क्षेत्र के विधायकों ने आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग की।

शून्यकाल में भाजपा के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने स्थगन के जरिए जिला परिषदों के बजाए राजस्थान लोक सेवा आयोग के जरिए शिक्षकों की भर्ती कराने का मामला उठाया। तिवाड़ी समेत शेखावाटी क्षेत्र के कई विधायकों ने शिक्षा मंत्री से जवाब देने की मांग की। मंत्री के जवाब नहीं देने पर भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। इस हंगामे के बीच ही विधायक क्षेत्र के आधार पर बंटे नजर आए।

राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि शिक्षक भर्ती आरपीएससी से नहीं हुई तो झूंझुनू जिले में एक भी एमएलए नहीं जीत पाएगा। यह गंभीर मामला है। इसी बीच मारवाड़ और मेवाड़ क्षेत्र के भाजपा विधायक बाबू सिंह राठौड़, पुष्पेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक शालेह मोहम्मद और प्रकाश चौधरी ने जिला परिषदों के जरिए भर्ती कराने की मांग दोहराई। इस मामले मं कई विधायक जोर जोर से बोलने लगे। इससे सदन में करीब आधे घंटे तक हंगामा होता रहा।


News : Bhaskar (11.4.12)
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I felt :
As matter happens in UP : Noida, Lucknow , Kanpur, Agra etc. have less number vacancies but population density is high, And lakhimpur , sitapur, gonda etc. having high number of vacancies but population density is low.


Similarily in Rajasthan some place having high number of vacancies but low density of people (people having this area wants selection through Jila Parishad ) ,
And places where high density of population (like Jaipur etc. ) prefer selection through RPSC.


People felt Jila Parishad recruitment prefers local selection and not fair. While RPSC selection is fair (one exam foe whole State) and better for good candidates as single state merit can be a possible.

Monday, April 9, 2012

RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment, Candidates filled 20-30 Forms



थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: एक-एक अभ्यर्थी ने भरे 20 - 30 फॉर्म!


(RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment, Candidates filled 20-30 Forms )

जयपुर.जिलास्तर पर थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का निर्णय बीएड और बीएसटीसी डिग्रीधारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया। इस निर्णय से बेरोजगार लुट रहे हैं और सरकार को आमदनी हो रही है। इसका कारण है टेट उत्तीर्ण एक-एक अभ्यर्थी 20 से अधिक फॉर्म भर रहा है। कई ने तो 30 फॉर्म तक भर दिए। ज्यादा संख्या में भरे जा रहे फॉर्मो के कारण अंतिम दिन रविवार को पंचायतीराज विभाग की वेबसाइट ही हैंग हो गई। इस कारण हजारों अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सके। 


राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) की योग्यता पाने वाले करीब 2.60 लाख अभ्यर्थी हैं, लेकिन शिक्षक भर्ती के फॉर्मो का आंकड़ा 8 लाख के पार जाने की संभावना है
 टेट योग्यता वालों के मुकाबले अधिक फॉर्म भरे जाने से सरकार को कमाई हो रही है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को 250 रु. परीक्षा शुल्क व अन्य खर्चो को मिलाकर करीब 325 रु. तक एक फॉर्म पर खर्च करने पड़े हैं। अभ्यर्थी केवल एक जगह से ही परीक्षा दे सकेगा। परीक्षा 13 मई को होनी है। 

राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानियां का कहना है कि पटवारी भर्ती में गड़बड़ी होने के बाद सरकार को थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती आरपीएससी से करानी चाहिए थी। अभ्यर्थी चयन को लेकर आश्वस्त नहीं होने से ज्यादा जिलों से फॉर्म भरने को मजबूर हैं। 

राजस्थान प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष दीपेंद्र शर्मा का कहना है कि जिला परिषद के माध्यम से भर्ती का शुरू से विरोध किया है। अब अभ्यर्थी लुट रहे हैं। अभ्यर्थी जानता है कि वह एक जिले से परीक्षा में बैठ सकता है। इसके बावजूद 25-30 फॉर्म भर रहा है। आरपीएससी से भर्ती होती और राज्यस्तरीय मेरिट बनती तो उन्हें लुटने से बचाया जा सकता था।

राज्य स्तर पर मेरिट तैयार होने की संभावना

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को लेकर विवाद के बाद इसकी राज्य स्तर पर मेरिट बनने की संभावना है। सभी जिलों का समान प्रश्न-पत्र भी बनवाया जा सकता है। इस संबंध में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री स्तर पर हो सकता है। शिक्षक भर्ती आरपीएससी से पूर्व की तरह कराने को लेकर भी कई विधायक सरकार से नाराज हैं

News : Bhaskar (9.4.12)

Sunday, April 8, 2012

CTET / RTET : भर्ती में पात्रता का रखें ध्यान


CTET / RTET : भर्ती में पात्रता का रखें ध्यान

अजमेर। सीबीएसई ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों को पहली से आठवीं कक्षा तक शिक्षकों की भर्ती में पात्रता का ध्यान रखने को कहा है। अध्यक्ष ने सभी स्कूल प्रबंधनों को पत्र भेजा है। देश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 लागू हो चुका है। इसलिए स्कूल प्रबंधनों को पहली से आठवीं कक्षा तक शिक्षकों की भर्ती में शैक्षिक योग्यता और पात्रता पर ध्यान देना होगा।
अध्यक्ष विनीत जोशी ने पत्र में बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के वर्ग-2, बिंदु संख्या (एन) में शिक्षकों की पात्रता का जिक्र है। इसके अन्तर्गत शिक्षकों को केंद्रीय अथवा राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी होगा। सीबीएसई से सम्बद्ध सभी स्कूलों में यह पात्रता लागू होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी इस संबंध में निर्देश जारी कर चुका है।

News : rajasthanpatrika.com (8.4.12)




Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment / RTET : General Knowledge - तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए उपयोगी


Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment / RTET : General Knowledge - तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए उपयोगी

1. राजस्थान में सर्वाधिक ग्रामीण साक्षरता वाला जिला है।

- झुंझुनूं (७२.७२ प्रतिशत)

2. राजस्थान का पहला पूर्ण साक्षरता वाला जिला है।

- अजमेर

3. सर्वाधिक नगरीय साक्षरता दर वाला जिला है।

- उदयपुर(७२.७२ प्रतिशत)

4. राजस्थान का पहला संपूर्ण साक्षरता वाला आदिवासी जिला है।

- डूंगरपुर

5. न्यूनतम ग्रामीण साक्षरता वाला जिला है।

- बांसवाड़ा

6. चीन के राष्ट्रपति कौन है।

- हू जिंताओ

7. भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान कौन है।

- रिरूरानी

8. भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।

- गुडग़ांव

9. नरेगा योजना का प्रारूप किस अर्थशास्त्री ने तैयार किया।

- ज्यां द्रेज

10. राजस्थान में पंचायती राज प्रशिक्षण के प्रथम केंद्र का शुभारंभ कहां हुआ।

- सरदारशहर

11. राज्य की पहली किसान कम्पनी गठित की गई।

- झालावाड़

12. जिंदोली घाटी किस जिले में स्थित है।

- अलवर

13. राजस्थान की सबसे बड़ी दुग्ध डेयरी कहां स्थित है।

- रानीवाड़ा (जालोर)

14. ब्रह्मस्फुट सिद्धांत नामक ज्योतिष ग्रथ की रचना किसने की।

-ब्रह्मगुप्त

15. लूनी नदी का जल गिरता है।

- कच्छ की खाड़ी में

16. जब व्यक्ति ही आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होती है और उसमें बाधा उत्पन्न हो जाती है तो उसे कहते हैं-

- भग्नाशा या कुंठा

17. जनसंख्या शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि-

-भारतवर्ष जनसंया विस्फोट की स्थिति से गुजर रहा है।

18. व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाला घटक नहीं है-

- आर्थिक वातावरण

19. किस अवस्था में मित्रों की संया अधिक होती है?

- किशोरावस्था

20. ज्ञान और अभिवृत्ति की प्राप्ति ही अधिगम है। यह परिभाषा दी है-

- क्रो एवं क्रो




RTET : वेबसाइट हैंग, शिक्षक भर्ती का फॉर्म नहीं भर सके अभ्यर्थी

RTETवेबसाइट हैंग, शिक्षक भर्ती का फॉर्म नहीं भर सके अभ्यर्थी


जयपुर.पंचायतीराज विभाग की वेबसाइट हैंग होने से शनिवार को अभ्यर्थी थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पाए। अंतिम तिथि 8 अप्रैल रविवार को होने से शनिवार को ई मित्र पर भीड़ रही। अभ्यर्थियों के न तो टोकन कट पा रहे हैं और न ही वे फॉर्म भर पाए।


गांधीपथ निवासी जगदीश गुप्ता और रतनपुरा निवासी रामनारायण स्वामी ने बताया कि उनको टोकन कटाए तीन दिन हो गए, लेकिन वेबसाइट हैंग होने से वे अब तक फॉर्म नहीं भर पाए। अब अगर रविवार को भी यही स्थिति रहेगी तो वे परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। ऐसे में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती की अंतिम तिथि बढ़ाकर 15 अप्रैल की जानी चाहिए।


News : Bhaskar

RTET Rajasthan : Teachers Recruitment , Server Down , Candidates are unable to apply for Grade 3rd Teacher


शिक्षक भर्ती: सर्वर डाउन, नहीं कर पा रहे हैं अभ्यर्थी आवेदन
(RTET Rajasthan : Teachers Recruitment , Server Down , Candidates are unable to apply for Grade 3rd Teacher )


पंचायतीराज विभाग के मंत्री और अफसरों से प्रदेशभर के अभ्यर्थी कर रहे हैं संपर्क

जयपुर। शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन के अंतिम दिन रविवार को सवेरे से ही प्रदेशभर में हजारों अभ्यर्थी परेशान हो रहे हैं। साइट पर लोड बढऩे और सर्वर डाउन होने के कारण ये अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। पंचायतीराज विभाग के मंत्री और अफसरों से प्रदेशभर से अभ्यर्थी द्वारा संपर्ककरने की लगातार कोशिश हो रही है, लेकिन तिथि बढ़ाने को लेकर अब तक विभाग किसी प्रकार का फैसला नहीं कर पाया है
पिछले दो दिनों से सर्वर डाउन होने की परेशानी रविवार सवेरे से ज्यादा गंभीर हो गई है। जयपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, दौसा, सीकर, अजमेर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में आवेदकों की साइबर कैफे के बाहर सवेरे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई है, लेकिन आवेदकों को निराश होना पड़ रहा है।

जैसे-जैसे वक्त गुजर रहा है, उनकी परेशानी बढ़ रही है। रविवार होने के कारण पंचायतीराज विभाग के सचिवालय स्थित कार्यालय पर भी कोई फोन रिसीव करने वाला नहीं है। अभ्यार्थियों का कहना है कि यदि वे आवेदन से वंचित रह गए तो बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाना चाहिए। इस बीच प्रदेश के विभिन्न भागों से जनप्रतिनिधियों का भी इस मामले को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है।


News : Bhaskar (8.4.12)

Saturday, April 7, 2012

RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में विषयवार पाठ्यक्रम नहीं होगा जारी


RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में विषयवार पाठ्यक्रम नहीं होगा जारी

120 अंकों के विषय आधारित प्रश्न सैकंडरी स्तर के होंगे, अंकों का श्रेणीवार विभाजन नहीं होगा। छात्रों को समग्र रूप से करनी होगी तैयारी

जयपुर।
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में लेवल द्वितीय के लिए 120 अंकों का विषयवार पाठ्यक्रम जारी नहीं होगा। इसके लिए सैकंडरी स्तर का परीक्षा प्रश्न-पत्र तैयार करवाया जाएगा। अंकों का श्रेणीवार विभाजन नहीं होने से छात्रों को समग्र रूप से परीक्षा की तैयारी करनी होगी।

पंचायतीराज विभाग की ओर से परीक्षा आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 8 अप्रैल तय की है
। परीक्षा तिथि निकट आने के बावजूद 120 अंकों का विषयवार पाठ्यक्रम अब तक जारी नहीं होने से छात्रों में असमंजस बना हुआ है। यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि विभाग फिलहाल पाठ्यक्रम तैयार करने में लगा है। इधर परीक्षा से जुड़े अधिकारियों ने बुधवार को साफ कर दिया कि विद्यालय विषय आधारित 120 अंकों का अलग से पाठ्यक्रम न तो तैयार किया जा रहा है और न ही इसके भविष्य में जारी होने की संभावना है। यह पाठ्यक्रम संबंधित विषय के सैकंडरी स्तर का होगा और इसमें इस स्तर के किसी भी प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। उनका कहना है कि परीक्षा आवेदन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही 200 अंकों का पाठ्यक्रम और अंक विभाजन कर दिया गया है।

रिजल्ट नहीं आया, 15 हजार बीएसटीसी छात्रों के लिए संकट: शिक्षा निदेशालय की लापरवाही के चलते तीन माह होने के बावजूद अब तक बीएसटीसी सैकंड इयर के करीब 15 हजार छात्रों का परिणाम घोषित नहीं हो पाया है। ऐसे में इन छात्रों के लिए आवेदन का संकट खड़ा हो गया है। आवेदन में इन छात्रों को प्राप्तांकों का ब्यौरा दर्ज करना है।
राजस्थान शिक्षा महाविद्यालय परिषद के महासचिव एल.सी. भारतीय ने सरकार से मांग की है कि इन बच्चों के लिए विशेष तौर पर फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाई जाए अथवा परिणाम एक-दो दिन में जारी किया जाए


Please refer to updated guidelines from Rajasthan Education Dept. / Relevant Authority - Panchayti Raj Vibhag

RTET Rajasthan : Grade III / 3 rd Teacher Recruitment Through RPSC else Resignation on 9th April 2012


' ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती आरपीएससी से नहीं तो 9 को इस्तीफा'
(RTET Rajasthan : Grade III / 3 rd Teacher Recruitment Through RPSC else Resignation on 9th  April 2012)

झुंझुनूं/सीकर.सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवणकुमार ने फिर से ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषद से ही करवाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि वे सरकार को आठ अप्रैल तक का समय देंगे। तब तक भर्ती आरपीएससी से करवाने की घोषणा नहीं होती है तो वे 9 अप्रैल को इस्तीफा दे देंगे। उनकी जिले के कुछ अन्य विधायकों के साथ मुख्यमंत्री से भी बात हुई थी। मुख्यमंत्री ने विचार के लिए 8 अप्रैल तक समय मांगा है।

यहां सर्किट हाउस में रविवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि वे सरकार की मुखालफत नहीं कर रहे बल्कि युवाओं के हक की बात कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि शिक्षा का बंटवारा नहीं होना चाहिए। जब राजस्थान में बोर्ड एक है, आरपीएससी भी एक है तो टुकड़ों में मेरिट बनाने की जरूरत कहां है? एक ही पैटर्न पर परीक्षा होनी चाहिए।

मैरिट भी राज्य स्तर पर बननी चाहिए। अगर आरपीएससी के पास वक्त नहीं है तो राज्य में यूनिवर्सिटी की भी कमी नहीं है। किसी भी यूनिवर्सिटी से एक पैटर्न पर परीक्षा करवाकर राज्य स्तरीय मेरिट बनाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती आरपीएससी से करवाने की मांग पर चूरू व सीकर जिले के विधायकों से भी वे बात कर रहे हैं।


News : Bhaskar 

RTET Rajasthan : RTET Exam Demanded Before Recruitment of Grade 3rd / III Teacher Recruitment


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट की परीक्षा की मांग ,
 ...नहीं तो करेंगे जयपुर कूच
(RTET Rajasthan : RTET Exam Demanded Before Recruitment of Grade 3rd / III Teacher Recruitment )


 गंगापुर सिटी
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट की परीक्षा आयोजित करने तथा शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से लिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को टेट छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले चौथे दिन भी छात्रों ने क्रमिक अनशन जारी रखा और नारेबाजी व प्रदर्शन कर विरोध जताया। इसके बाद दौरे पर आए प्रभारी मंत्री राजकुमार शर्मा को ज्ञापन देने तथा समस्या समाधान नहीं होने पर जयपुर कूच करने तथा 8 अप्रैल को छात्रों की महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया। 

सुबह करीब साढ़े 10 बजे अनशन स्थल मिनी सचिवालय के सामने छात्रों की बैठक हुई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि गंगापुर दौरे पर आए प्रभारी मंत्री को अनशन स्थल के सामने ज्ञापन दिया जाएगा तथा मांगें नहीं माने जाने पर जयपुर कूच किया जाएगा। इसके बाद सभी छात्रों ने पंखीलाल मीणा तथा छात्र नेता अनंत बड़ीला के नेतृत्व में कोतवाली तक रैली निकाली और सरकार की छात्र विरोधी नीतियों के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बड़ीला ने कहा कि सरकार ने छात्रहित में शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो 8 अप्रैल को राउमावि परिसर में छात्रों की महापंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें प्रदेशभर के सभी छात्र भाग लेंगे। इस मौके पर धनसिंह गुर्जर, कमला, रामबाई, मुरारीलाल मीणा, शेरसिंह, चेतन, विक्रम, ईशा खान आदि छात्र उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री ने बदला रास्ता : छात्रों के विरोध की सूचना के मद्देनजर प्रभारी मंत्री अनशनस्थल मिनी सचिवालय के सामने से नहीं गुजरे। प्रभारी मंत्री को ज्ञापन नहीं देने से छात्रों में रोष व्याप्त हो गया और उन्होंने सरकार व शिक्षामंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद तथा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से पहले हो आरटेट जैसे नारे लगाए।

News : Bhaskar ( 6.4.12)

Friday, April 6, 2012

RTET Rajastha : Know, Why Teachers Recruitment through RPSC

जानिए, क्यों चाहते हैं थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से!(RTET Rajastha : Know, Why Teachers Recruitment through RPSC )

सीकर.पांच साल बाद 41 हजार पदों के लिए हो रही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से ही कराने की मांग को लेकर शेखावाटी में पिछले दो सप्ताह से हंगामा बरपा हुआ है। विधानसभा में आवाज उठने के बाद भाजपा, माकपा के साथ कांग्रेसी विधायक आगे आ रहे हैं। सूरजगढ़ विधायक श्रवणकुमार तो आरपीएससी से भर्ती नहीं होने पर इस्तीफा देने का ऐलान तक कर चुके हैं। शेखावाटी में करीब 65 हजार आरटेट पास है, जिनमें से करीब 15 हजार फिलहाल सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। विधायकों के घरों पर प्रदर्शन करके विधानसभा में मांग उठाने और नहीं उठाने पर इस्तीफा देने की मांग तक की जा रही है। दो सप्ताह के भीतर 20 से अधिक प्रदर्शन, धरने, रैली व बंद तक हो चुके हैं। दैनिक भास्कर ने पूरे मामले को विशेषज्ञों की मदद से समझने की कोशिश की।

क्या वजह थी जिला परिषद से छिनी गई थी शिक्षक भर्ती?

1993 से 1999 के बीच ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषदों के मार्फत ही हुआ करती थी। 1999 में कई जिलों में हंगामा भी बरपा। दूसरे जिलों से आए अभ्यर्थियों के दस्तावेज फाड़कर उन्हें परीक्षा तक नहीं देने दी गई। बाद में संविदा शिक्षकों को बिना दस्तावेजों के स्कूलों में नियुक्ति देकर आठ महीने बाद हटाने के मामले में कई शिक्षक कोर्ट चले गए। बाद में भाजपा की सरकार आ गई और सरकार ने कोर्ट में हल्फनामा दिया कि शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा से ही होगी। बाद में जिम्मेदारी आरपीएससी को सौंप दी गई।

आरपीएससी से भर्ती इसलिए

1. बड़ी वजह जिलेवाइज कम और ज्यादा पद है। उदाहरण के तौर पर झुंझुनूं में सिर्फ 20 पद है जबकि आरटेट 22 हजार। अब चुनौती यह है कि उन्हें भर्ती के लिए बाड़मेर, सवाईमाधोपुर व नागौर जैसे जिलों में जाना होगा। फिलहाल एक अभ्यर्थी 33 फार्म भर रहा है। उसके सामने मजबूरी यह भी होगी कि परीक्षा के वक्त वह यह तय भी ठीक से नहीं कर पाएगा कि परीक्षा देने कौनसे जिले में जाए? और गया भी तो क्या 1998 की तरह उसके साथ कुछ गड़बड़ी तो नहीं होगी? परीक्षा भी दे दी तो क्या सलेक्शन हो पाएगा?

2. आरपीएससी से परीक्षा में एक ही फार्म भरना होगा। जबकि अब एक अभ्यर्थी कई फार्म भरने को मजबूर है। अलग-अलग जिले की मेरिट सिस्टम भी कॅरिअर बिगाड़ सकती है। वजह है कि नागौर में सबसे अधिक पद है इसलिए वहां की मेरिट 80 तक जा सकती है।जबकि सबसे कम पद जालौर में वहां 40 तक रह सकती है।साफ है कि इससे असमानता बढ़ेगी। जबकि आरपीएससी में पूरे राज्य की मेरिट एक ही होगी।

3. 2005 और 2007 में आरपीएससी ने ही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाई थी। उस वक्त 2005 में 41हजार पदों पर 35,500 और 2007 में 31 हजार पदों के मुकाबले 29500 भर्ती हुए। इनमें भी सीकर, चूरू, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर व बीकानेर से सबसे अधिक पद भरे गए।

भाजपा, माकपा के बाद कांग्रेस विधायक क्यों कर रहे हैं समर्थन?

भाजपा व माकपा भर्ती आरपीएससी से ही कराने की मांग को लेकर बंद, रैली व प्रदर्शन तक कर चुके हैं। विधानसभा के अंदर व बाहर भी हंगामा बरस चुका है। हजारों युवाओं को सड़क पर उतरे देख कांग्रेस विधायक भी विधानसभा में मांग उठाने की बात कर रहे हैं।सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार इस्तीफा देने की पेशकश तक चुके हैं।

झुंझुनूं विधायक व मंत्री बृजेंद्र ओला मंच से आरपीएससी से ही भर्ती कराने की मांग कर चुके हैं। विधायक व जनप्रतिनिधि समझने लगे है कि हजारों युवाओं का साथ नहीं दिया तो चुनाव में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। लिहाजा, आवास पर प्रदर्शन के बाद जिला प्रमुख रीटा सिंह, उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक व लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंदसिंह डोटासरा नौ अप्रैल को विधानसभा में मामला उठाने की हामी भर चुके हैं।

जिला परिषद से भर्ती क्यों नहीं चाहते हैं?

1. अभ्यर्थियों को डर है कि जिला परिषद की भर्ती पर राजनीति हावी रहेगी और उन्हें सही न्याय नहीं मिल पाएगा। जिला परिषद के पास भी लॉजिक नहीं है कि भर्ती जिला परिषद से ही क्यों होनी चाहिए?

2. पेपर लॉकल बॉडी ही बनाएगी। अभ्यर्थियों का कहना है कि पेपर आउट होने की पूरी संभावना है। यह भी आसानी से पता चल जाएगा कि पेपर बनाने वाली कमेटी में कौन-कौन है? जबकि आरपीएससी में पता तक नहीं चलता।

3. जिला परिषद से होने वाली भर्ती में अभी तक कई नियम स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, इसलिए आशंका व चिंताएं और बढ़ गई है।

एनएसयूआई भी कूदी आंदोलन में, सूरजगढ़ विधायक को बुलाया

छात्र संगठन एनएसयूआई भी ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर सात अप्रैल को सीकर के सभी कोचिंग संस्थान बंद रखने का आह्वान कर चुकी है। इसके बाद सुबह 11 बजे कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया जाएगा। यहां होने वाली सभा में सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवणकुमार मुख्य वक्ता होंगे।

News : Bhaskar ( 3.4.12')
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: एक ही पेपर व मेरिट रखने पर हो सकता है विचार
(RTET Rajasthan : Grade 3rd III Teacher Recruitment, Common Exam / Common Merit Option May Be Adopted )



सीकर.जिला परिषद के मार्फत हो रही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर सीकर व झुंझुनूं के बाद राज्य के अन्य जिलों में भी आंदोलन बढ़ता जा रहा है। कांग्रेसी विधायकों पर भी प्रेशर बनाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग उठा रहे हैं। आंदोलन के बीच राज्य सरकार तीसरा रास्ता निकालने की फिराक में दिख रही है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, पूरे प्रदेश का एक ही पेपर रखने के साथ मेरिट भी एक ही रखी जा सकती है। कांग्रेसी विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बारे में मिलकर मांग भी रखी है। जिसके बाद सरकारी स्तर पर इन पर विचार-विमर्श भी शुरू हो चुका है।

अब तक के निर्देशों में सभी जिलों की परिषदों को अपने हिसाब से पेपर और मेरिट जारी करने के निर्देश हैं। इसकी खास वजह यह है कि कांग्रेस सरकार हर हाल में 41 हजार पदों पर ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती करना चाहती है। चूंकी चुनाव का समय नजदीक है और विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती है। विरोध प्रदर्शन के बीच ज्यादातर कांग्रेसी विधायक व मंत्री प्रदर्शनकारियों को भी यही आश्वासन दे रहे हैं कि पूरे प्रदेश की मेरिट एक ही पेपर रख दिया जाएगा।

समझिए सरकार के सामने क्या परेशानी और क्यों एक ही पेपर है?

आरपीएससी से भर्ती की मांग

चूंकी फिलहाल ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन ग्रामीण एवं पंचायत राज विभाग जिला परिषद के मार्फत जिला वाइज मांग रहा है। आवेदन की अंतिम तिथि आठ अप्रैल है। पद भी जिले के अनुसार है और पेपर और रिजल्ट भी जिले के हिसाब से निकाले जाएंगे। हालांकि यह जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी गई है। जानकारों की राय है कि सरकार के सामने आरपीएससी से भर्ती कराना बड़ी मुसीबत हो सकती है। क्योंकि इसके लिए उन्हें जिला परिषद को भर्ती कराने की जिम्मेदारी संबंधी विधेयक में बदलाव करना होगा। इसके लिए पूरी प्रक्रिया अपनानी होगी, जिसमें वक्त लग सकता है

कैसे होगा एक ही पेपर व मेरिट 
जानकार बताते हैं कि अभ्यर्थी से विकल्प मांगे जा सकते हैं। अगर वह मेरिट जिसे जिले के हिसाब से हासिल करता है, उसके हिसाब से उसे नियुक्ति की जा सकती है। आरपीएससी ने भी पिछली भर्तियों में यही विकल्प निकाला था।

जिला परिषद से ही क्यों

जिला परिषद से भर्ती कराने की जिम्मेदारी के लिए ज्यादातर विधायक सहमत है। शेखावाटी को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है।इसलिए आंदोलन भी हो रहे हैं। सरकार जिला परिषदों को भर्ती का अधिकार देना चाहती है। बाकी जिलों के विधायक सरकार से मांग कर रहे हैं कि भर्ती जिला परिषद से ही हो। जबकि शेखावाटी मांग आरपीएससी से कर रहा है। आरपीएससी से भर्ती के जरिए 50 फीसदी पद सीकर व झुंझुनूं के खाते में आते हैं।

सरकार के सामने और क्या मजबूरी 
सरकार हर हाल में ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाना चाहती है। क्योंकि वे विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती। 41 हजार पदों पर भर्ती से सीधे युवा वोटर जुड़े हुए हैं। जबकि विपक्ष आरपीएससी से ही भर्ती कराना चाहता है।

और क्या रास्ते निकाल सकती है सरकार 
नौ अप्रैल को विधानसभा में ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर हंगामा हो सकता है। हर कोई इसी मुद्दे को भुनाने के साथ-साथ युवाओं का समर्थन लेने की रणनीति बनाएगा। अगर विधायकों का दबाव बढ़ा तो सरकार एक ही मेरिट व एक ही पेपर की घोषणा भी कर सकती है7 या फिर भर्ती की पूरी जिम्मेदारी किसी एजेंसी को सौंप सकती है। इसके अलावा कॉपी चेक कराने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भी सौंपी जा सकती है।

आगे आंदोलन और राजनीतिक मोड़ क्या होगा?

विद्यार्थियों का आंदोलन 

शेखावाटी में बुधवार तक 25 से अधिक आंदोलन हो चुके हैं। फतेहपुर में प्रभारी मंत्री दुरु मियां को भी विरोध झेलना पड़ा। आखिरकार बोलना पड़ा कि सरकार के सामने बात रखेंगे। इधर, एनएसयूआई सात अप्रैल को कलेक्ट्रेट के सामने सूरजगढ़ विधायक श्रवणकुमार के साथ सभा कर रही है। वहीं संघर्ष समिति विधानसभा के घेराव की तैयारी। इसके लिए बाकी जिलों से भी समर्थन मांगा गया है।

जनप्रतिनिधियों का रुख 

आंदोलन के बीच जनप्रतिनिधि भी सरकार के खिलाफ उनकी मांग रखने की बात कर रहे हैं। झुंझुनूं प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा भी विरोध के बीच बोल चुके हैं कि भर्ती आरपीएससी से ही होनी चाहिए। यही रुख कांग्रेस के ज्यादातर विधायकों का है। भाजपा व माकपा विधायक भी नौ अप्रैल के विधानसभा सत्र का इंतजार कर रहे हैं।

'प्रदेश में एक ही मेरिट व एक ही पेपर रखने का सुझाव हमने मुख्यमंत्री को दिया है। इस पर मंथन भी हो रहा है। विद्यार्थियों की मांग पर सरकार जरूर विचार करेगी।'

गोविंदसिंह डोटासरा
विधायक, लक्ष्मणगढ


'बच्चे मुझसे मिले थे। सीकर व झुंझुनूं शिक्षा का गढ़ है और बेरोजगारी भी ज्यादा है। मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के सामने यह बात रखी जाएगी। एक ही मेरिट व एक ही पेपर पर भी विचार किया जाएगा।'

राजेंद्र पारीक, उद्योग मंत्री व शहर विधायक

'ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन आठ अप्रैल तक किए जा सकते हैं। एक ही मेरिट व पेपर रखने पर फैसला सरकारी स्तर पर ही हो सकता है।'

लेखराज तोषावड़ा, डिप्टी सेक्रेट्री
ग्रामीण एवं पंचायतराज विभाग


News : Bhaskar (5.4.12)
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Concept of UPTET Common Exam / Common Merit is also become heated discussion in Rajasthan.
May be Selection Criteria can be changed.

Wednesday, April 4, 2012

Rajasthan RTET : Grade IIII / 3rd Teacher Recruitment , CTET qualified candidates NOT Eligible is Unconstitutional



तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती मामला: सी-टेट उत्तीर्ण पात्र नहीं मानना असंवैधानिक!
(Rajasthan RTET : Grade IIII / 3rd Teacher Recruitment , CTET qualified candidates NOT Eligible is Unconstitutional )

जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सी-टेट) उत्तीर्ण अभ्यर्थी को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में पात्र नहीं मानने पर राज्य सरकार के संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। यह आदेश न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने प्रीतम कुमार शर्मा की ओर से दायर याचिका की सुनवाई के तहत दिए।

याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता ने कहा कि राजस्थान सरकार एक ओर प्रत्येक वर्ष आरटेट आयोजित नहीं कर पा रही है, वहीं दूसरी ओर सीबीएसई की ओर से आयोजित सी-टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए पात्र नहीं मान रही है, जबकि राजस्थान सरकार सीबीएसई पाठ्यक्रम अपना चुकी है।ऐसे में सी-टेट परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी को पात्र नहीं मानना अतार्किक व असंवैधानिक निर्णय है


News : Bhaskar (4.4.12)
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There is rule if State Govt. not conduct TET exam then it can take CTET as eligibility test.

Monday, April 2, 2012

RTET Rajasthan : Education University going to OPEN with Concept Equal Evaluation of all B. Ed. Candidates of Rajatshan



राज्य में खुलेगी एजुकेशन यूनिवरसिटी 
(RTET Rajasthan : Education University going to OPEN with Concept Equal Evaluation of all B. Ed. Candidates of Rajatshan )

उदयपुर। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रम चलाने वाले कॉलेज शीघ्र ही एक ही छत के नीचे आ सकते हैं। इसके लिए "एजुकेशन यूनिवरसिटी" खोलने पर विचार शुरू हो चुका है। उच्च शिक्षा मंत्री ने इसके लिए संभावनाएं टटोलने के निर्देश दे दिए हैं। एजुकेशन यूनिवरसिटी पर विचार शुरू करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा [टैट] में बी.एड. के अंक भी जुड़ने का निर्णय हो चुका है। इसके बाद ही इस यूनिवरसिटी की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है

छात्रों का कहना है कि जब तक सभी का मूल्यांकन समान नहीं होगा, तब तक टैट में बी.एड. के अंक जुड़ने में समानता नहीं मानी जा सकेगी। दूसरा कारण है, बी.एड. कॉलेज संचालकों की मांग। विश्वविद्यालयों की लगातार बढ़ी एफिलेशन फीस और वार्षिक परीक्षाओं में असमंजसता की स्थिति से वे भी आजिज आ चुके हैं। वे कहते हैं कि जब एक ही विश्वविद्यालय होगा तो पूरे राज्य में परीक्षा की समय सारणी एक होगी। जब देरी होगी तो सभी के साथ होगी, इसका खमियाजा कम से कम कुछ छात्रों को नहीं उठाना पड़ेगा।

होगी समान व्यवस्था
राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े इतने महाविद्यालय हैं कि यूनिवरसिटी स्थापित की जा सकती है और सभी यही चाहते हैं। इससे राज्य में बी.एड. सम्बन्धी समान व्यवस्था लागू हो सकेगी।
-दिनेश माली, अध्यक्ष, उदयपुर संभाग शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संगठन

राज्य में महाविद्यालय और छात्र
महाविद्यालय संख्या छात्र संख्या
बी.एड 807 90490
एम.एड. 36 2000
बीपीएड 17 3000
एमपीएड 02 500
बीईआईईडी 02 100
बीएसटीसी 33 3300
डीईडी 05 280

कितने तरह के शुल्क
-आवेदन शुल्क
-परीक्षा शुल्क
-सम्बद्धता शुल्क
-निरीक्षण शुल्क

जीरो बजट से शुरू हो सकती है यूनिवरसिटी
शिक्षाविदों के अनुसार एजुकेशन यूनिवरसिटी के लिए सरकार को ज्यादा बजट की दरकार नहीं होगी। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े 972 महाविद्यालय और संस्थान हैं। उनमें करीब एक लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनके आवेदन शुल्क और वार्षिक परीक्षा शुल्क से ही इतनी राशि एकत्र हो सकती है कि विश्वविद्यालय का सालाना प्रशासनिक व अन्य खर्च निकल जाएगा।

होमवर्क शुरू
राज्य में एजुकेशन यूनिवरसिटी की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। अधिकारियों से कहा है कि वे इसके सम्बंध में होम वर्क कर लें। होम वर्क के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डॉ. दयाराम परमार उच्च शिक्षा मंत्री, राजस्थान

कौशल मूंदड़ा


News : Rajasthan Patrika (2.4.12)