Tuesday, August 5, 2014

संदेह के घेरे में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा

संदेह के घेरे में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा




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अजमेर। लोकसेवा आयोग की एक और भर्ती परीक्षा संदेह के घेरे में है। आरएएस प्री पर्चा लीक मामले में बदनामी झेल रहे आयोग की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2013 में भी अनियमितता का मामला सामने आया है। शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में शनिवार को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के मुख्यालय में मामला दर्ज हुआ।

मुख्यालय के निर्देश पर एसओजी ने शनिवार शाम टीम गठित कर दो अलग- अलग जगह दबिश दी। एसओजी की टीम आयोग के विधि विभाग में वरिष्ठ विधि अधिकारी रहे सुभ्रत सांन्याल (अब जिला परिष्ाद में पदस्थापित) व विधि विभाग में वरिष्ठ लिपिक प्रकाश पारचा के घर पहुंची। सांन्याल से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की गई। जबकि पारचा घर पर नहीं मिला। दोनों के घरों की तलाशी के दौरान भर्ती से जुडे दस्तावेज जब्त किए गए।

द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में मुख्यालय में शनिवार को मामला दर्ज हुआ। मामला दर्ज होने के बाद एसओजी के पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार के निर्देश पर एसओजी टीम सांन्याल व पारचा के घर पहुंची।

एसओजी के निरीक्षक लाखन सिंह बी.के. कौल नगर स्थित अम्बे विहार कॉलोनी निवासी सांन्याल के घर पहंुचे। इस दौरान जिला पुलिस के दो अधिकारी सहायक पुलिस अधीक्षक गौरव यादव तथा उपअधीक्षक राजेश मीणा भी मौजूद थे। सांन्याल के घर काफी देर तक टीम ने पूछताछ की तथा दस्तावेज जब्त किए।

एएसपी यादव ने बताया कि सांन्याल की लिप्तता फिलहाल सामने नहीं आई है। विधि विभाग के वरिष्ठ लिपिक बंद्या निवासी प्रकाश पारचा के घर में एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील सिंह पहुंचे। पारचा घर पर नहीं मिला। पारचा के घर से भी एसओजी ने दस्तावेज बरामद किए हैं।

इनका कहना है

मुख्यालय के निर्देश पर आयोग के दो अधिकारियों के घरों पर दबिश दी गई। पारचा घर पर नहीं मिला। अनुसंधान फिलहाल जारी है।

सुनील सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसओजी -
News Sabhaar : rajasthanpatrika.patrika.com (3.8.14)
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सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती का परिणाम शीघ्र : शिक्षामंत्री


शिक्षा संकुल में तीन साल से ज्यादा समय से जमे कर्मचारी-अधिकारी हटेंगे

जयपुर | शिक्षा संकुल में तीन साल से अधिक समय से जमे कर्मचारियों और अधिकारियों को हटाया जाएगा। इनमें से जो प्रतिनियुक्ति पर हैं, उन्हें मूल विभाग या मूल स्थान पर भेजा जाएगा। शिक्षामंत्री कालीचरण सराफ ने शुक्रवार को निर्देश जारी किया। माना जा रहा है कि शिक्षा संकुल में तीन महीने में दो बार एसीबी की कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने कर्मचारियों को हटाने का निर्णय लिया है। इनकी संख्या 150 से अधिक हो सकती है। गौरतलब है कि एसीबी ने एक बार भाषा विभाग में और दूसरी बार फीस कमेटी के ऑफिस में कुल चार कर्मचारियों को रिश्वत लेते पकड़ा है।



आरपीएससीकी ओर से फरवरी में आयोजित सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्दी जारी किया जाएगा। यह जानकारी शिक्षामंत्री कालीचरण सराफ ने शुक्रवार को शिक्षा संकुल में दी। उन्होंने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी करने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट से एसएलपी वापस ले रहे हैं। इससे इस भर्ती के परिणाम को जारी करने की भी राह खुल सकेगी।

सराफ ने कहा कि दोनों भर्तियों का परिणाम जारी होने से राज्य को करीब 30 हजार नए शिक्षक और एकीकरण से करीब 30 हजार शिक्षक मिलेंगे। इससे शिक्षकों की कमी दूर हो सकेगी। विद्यार्थी मित्रों को वापस लगाए जाने के सवाल पर सराफ ने कहा कि कानूनी रूप से उन्हें नहीं रखने के लिए सरकार बाध्य है। हालांकि उनके बारे में सहानुभूति पूर्वक विचार कर कोई रास्ता तलाशने का प्रयास किया जा रहा है।

ये विभाग हैं संकुल में

सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, भाषा विभाग, उपनिदेशक माध्यमिक प्रारंभिक शिक्षा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम, द्वितीय प्रारंभिक शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, कॉलेज शिक्षा, मदरसा बोर्ड और स्टेट ओपन स्कूल के कार्यालय हैं। इनमें कई विभागों में तो शिक्षक और व्याख्याता बाबूगिरी कर रहे हैं। उन्होंने सालों से स्कूल का मुंह नहीं देखा। यही नहीं कई मंत्रालयिक कर्मचारी भी ऐसे हैं, जो सालों से एक ही काम देख रहे हैं, चाहे सरकार किसी की भी हो।

एसीबी की कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्री ने दिया निर्देश
News Sbhaar : भास्कर न्यूज | जयपुर (26.7.14)

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