राज्य में खुलेगी एजुकेशन यूनिवरसिटी
(RTET Rajasthan : Education University going to OPEN with Concept Equal Evaluation of all B. Ed. Candidates of Rajatshan )
उदयपुर। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रम चलाने वाले कॉलेज शीघ्र ही एक ही छत के नीचे आ सकते हैं। इसके लिए "एजुकेशन यूनिवरसिटी" खोलने पर विचार शुरू हो चुका है। उच्च शिक्षा मंत्री ने इसके लिए संभावनाएं टटोलने के निर्देश दे दिए हैं। एजुकेशन यूनिवरसिटी पर विचार शुरू करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा [टैट] में बी.एड. के अंक भी जुड़ने का निर्णय हो चुका है। इसके बाद ही इस यूनिवरसिटी की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है।
छात्रों का कहना है कि जब तक सभी का मूल्यांकन समान नहीं होगा, तब तक टैट में बी.एड. के अंक जुड़ने में समानता नहीं मानी जा सकेगी। दूसरा कारण है, बी.एड. कॉलेज संचालकों की मांग। विश्वविद्यालयों की लगातार बढ़ी एफिलेशन फीस और वार्षिक परीक्षाओं में असमंजसता की स्थिति से वे भी आजिज आ चुके हैं। वे कहते हैं कि जब एक ही विश्वविद्यालय होगा तो पूरे राज्य में परीक्षा की समय सारणी एक होगी। जब देरी होगी तो सभी के साथ होगी, इसका खमियाजा कम से कम कुछ छात्रों को नहीं उठाना पड़ेगा।
होगी समान व्यवस्था
राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े इतने महाविद्यालय हैं कि यूनिवरसिटी स्थापित की जा सकती है और सभी यही चाहते हैं। इससे राज्य में बी.एड. सम्बन्धी समान व्यवस्था लागू हो सकेगी।
-दिनेश माली, अध्यक्ष, उदयपुर संभाग शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संगठन
राज्य में महाविद्यालय और छात्र
महाविद्यालय संख्या छात्र संख्या
बी.एड 807 90490
एम.एड. 36 2000
बीपीएड 17 3000
एमपीएड 02 500
बीईआईईडी 02 100
बीएसटीसी 33 3300
डीईडी 05 280
कितने तरह के शुल्क
-आवेदन शुल्क
-परीक्षा शुल्क
-सम्बद्धता शुल्क
-निरीक्षण शुल्क
जीरो बजट से शुरू हो सकती है यूनिवरसिटी
शिक्षाविदों के अनुसार एजुकेशन यूनिवरसिटी के लिए सरकार को ज्यादा बजट की दरकार नहीं होगी। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े 972 महाविद्यालय और संस्थान हैं। उनमें करीब एक लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनके आवेदन शुल्क और वार्षिक परीक्षा शुल्क से ही इतनी राशि एकत्र हो सकती है कि विश्वविद्यालय का सालाना प्रशासनिक व अन्य खर्च निकल जाएगा।
होमवर्क शुरू
राज्य में एजुकेशन यूनिवरसिटी की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। अधिकारियों से कहा है कि वे इसके सम्बंध में होम वर्क कर लें। होम वर्क के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डॉ. दयाराम परमार उच्च शिक्षा मंत्री, राजस्थान
कौशल मूंदड़ा
News : Rajasthan Patrika (2.4.12)
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