Friday, July 11, 2014

राजस्थान सरकार शिक्षक भर्ती के लिए अपना सकती है गुजरात मॉडल

राजस्थान सरकार शिक्षक भर्ती के लिए अपना सकती है गुजरात मॉडल

राजस्थान सरकार शिक्षक भर्ती के लिए अपना सकती है गुजरात मॉडल

प्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए एक ही परीक्षा से गुजरना होगा लेकिन मेरिट केवल इसी परीक्षा के आधार पर नहीं बनेगी।  शिक्षक भर्ती के लिए राजस्थान सरकार गुजरात मॉडल अपनाने का मानस बना रही है| इसमें 60 प्रतिशत अंक लिखित परीक्षा के होंगे जबकि बचे हुए अंक 12वीं ग्रेजुऐशन और बीएड एसटीसी में मिले अंकों के आधार पर दिए जाएंगे। हालांकि प्रदेश में गुजरात मॉडल लागू होने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है|



सरकार शिक्षक भर्ती के लिए अनिवार्य टेट तो खत्म नहीं कर पाई लेकिन अब एक ही परीक्षा पास कर यह भर्ती होगी। हालांकि इसमें क्या मापदण्ड होंगे यह अब तक तय नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि सरकार शिक्षक भर्ती के लिए मध्यप्रदेश और गुजरात में अपनाए जा रहे मॉडल में से एक पर विचार कर रही है। इसमें भी ज्यादा संभावना गुजरात मॉडल की है। यदि राजस्थान में इसे अपनाया गया तो शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में कम अंक आने के बाद भी अभ्यर्थी को नौकरी मिल सकती है| बशर्ते 12 वी,ग्रेजुऐशन और बीएड में उसके अच्छे नंबर आए हो। शिक्षक भर्ती का नया मॉडल कौनसा होगा सरकार जल्द ही इसका एलान करने वाली है|



सरकार गुजरात मॉडल लागू करने का मन बना रही है लेकिन प्रदेश में उसका विरोध शुरू हो गया है। प्रदेश के बीएड एसटीसी योग्यताधारी इसमें भ्रष्टाचार पनपने की बात कहते है। उनके अनुसार गुजरात मॉडल अपनाने में बाहरी राज्यों के आवेदकों को ज्यादा फायदा मिलेगा|



सरकार शिक्षक भर्ती का मसौदा तैयार करने में जुटी है लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया है| जबकि थर्ड ग्रेड शिक्षक की परीक्षा दे चुके हजारों अभ्यर्थी सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे है। क्योंकि सरकार का यही निर्णय इनकी नियुक्ति की राह प्रशस्त करेगा

News Sabhaar : firstindianews

RTET : आरटेट परीक्षा में खत्म होगी पात्रता की छूट

RTET : आरटेट परीक्षा में खत्म होगी पात्रता की छूट


RTET - Only 60% Marks Achiever is Qualified Now


RTET / Rajasthan Teacher Eligibility Test News 
 http://joinrtet.blogspot.com/

जयपुर। आरटेट परीक्षा में महिलाओं, विधवा सहित आरक्षित जातियों के विद्यार्थियों को पात्रता में छूट दिए जाने पर सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी वापस लिए जाने का निर्णय किया है।
इस स्थिति में 60 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी ही पास माने जाएंगे। अब 2012 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों पर संकट खड़ा हो जाएगा। राजस्थान बीएसटीसी शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से एसएलपी वापस लेने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की गुहार की है।
आरटेट परीक्षा की पात्रता में तत्कालीन सरकार ने 10-15 फीसदी तक की छूट दी थी। जिसमें महिला और एससी एसटी के लिए 15 फीसदी और ओबीसी को 10 फीसदी की छूट मिली, जबकि नियमानुसार केवल 60 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्रों को ही परीक्षा में उत्तीर्ण किया जा सकता था। ऎसे में मामले पर राजस्थान हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर हुई थीं।
जिन पर हाईकोर्ट ने प्रक्रिया पूरी किए बिना छूट देने के निर्णय को 2 जुलाई, 2012 को गलत ठहराया था। तत्कालीन राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करते हुए छूट दिए जाने की गुहार की थी
अब सरकार ने तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा को अलग से कराए जाने की जगह आरटेट, बीएड और अन्य योग्यता परीक्षा अंकों के आधार पर मैरिट लिस्ट तैयार कर शिक्षक भर्ती करने पर चर्चा कर रही है।
इसी के साथ सरकार ने एसएलपी को वापस लेने का निर्णय किया है। ऎसे में आरटेट पात्रता में दी गई छूट समाप्त हो जाएगी। छूट के आधार पर आरटेट परीक्षा उत्तीर्ण कर तृतीय श्रेणी शिक्षक पद पर चयनित अध्यापकों की नौकरी पर भी सवाल उठ जाएगा।
उठे विरोध के स्वर
राजस्थान बीएसटीसी शिक्षक संघ ने एसएलपी लिए जाने का विरोध करते हुए कहा, सरकार को एसएलपी के फैसले का इंतजार करना चाहिए, केवल प्रक्रिया की वजह से छात्रों के चयन पर सवाल उठाया जाना गलत है। संघ के अध्यक्ष उपेन यादव के मुताबिक, इस विष्ाय पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर छात्रों के हित में फैसला लेने की गुहार करेगें।

News Source Sabhaar : Rajasthan Patrika (Fri, 11 Jul 2014 12:54:04)