Sunday, April 29, 2012

Rajasthan Teachers Recruitement : RTET again in July 2012 before 20 thousand teachers recruitment



शिक्षक भर्ती: जुलाई में टेट, फिर होंगी 20 हजार भर्तियां!
(Rajasthan Teachers Recruitement : RTET again in July 2012 before 20 thousand teachers recruitment )

जयपुर.राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण में 20 हजार भर्तियां करने से पहले टेट का आयोजन करेगी। इसका आयोजन जुलाई में होगा और नोडल एजेंसी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ही रहेगा। बोर्ड के सैकंडरी और सीनियर सैकंडरी परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने के साथ ही टेट के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। प्रदेश में फिलहाल प्रक्रियाधीन 41 हजार शिक्षकों की भर्ती में महज तीन लाख टेट उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के शामिल होने से सरकार पर अगली टेट को लेकर भारी दबाव है

शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अशोक संपतराम ने बताया कि शिक्षक भर्ती का दूसरा चरण शुरू होने से पहले ही टेट का आयोजन कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। इस संबंध में विभागीय स्तर पर फैसला कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि टेट जुलाई के अंतिम सप्ताह में संभावित है और इसकी तिथि कुछ दिनों में तय कर ली जाएगी।
फिलहाल बोर्ड की पहली प्राथमिकता समय पर परिणाम तैयार करना है, ऐसे में जल्दबाजी में टेट नहीं कराई जा सकती। अगली टेट में उन अभ्यार्थियों को भी अंक सुधार का मौका मिलेगा जो कम अंकों से उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षक भर्ती में टेट का 20 प्रतिशत अंक भार होने से यह चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि अब तय होगी 
41 हजार शिक्षकों की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब परीक्षा तिथि का निर्धारण एक-दो दिनों में कर लिया जाएगा। परीक्षा मई के अंतिम सप्ताह में संभावित है। अधिकारी फिलहाल मई के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं के कलंडर खंगालने लगे हैं जिससे परीक्षा तिथि का अन्य परीक्षाओं से किसी प्रकार का टकराव नहीं हो। पंचायतीराज विभाग की आयुक्त अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि फिलहाल मंत्री बाहर हैं और उनसे चर्चा के बाद एक-दो दिन में तिथि घोषित कर दी जाएगी।

विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से अभ्यर्थी परेशान: 
शिक्षक भर्ती के लिए विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से परीक्षा की तैयारी में लगे अभ्यार्थियों को खासी परेशानी आ रही है। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर प्रश्न किस टॉपिक से पूछ लिए जाएंगे। इस संबंध में अभ्यार्थियों ने विभाग को शिकायत भी दर्ज कराई है। हालांकि यह पहले ही तय हो चुका है कि विषयवार पाठ्यक्रम घोषित नहीं किया जाएगा। हर विषय में सैकंडरी स्तर तक के प्रश्न पूछे जाएंगे।


News : Bhaskar.com ( 26.04.12)

RTET Rajasthan : 12 Lakh Applications for Grade 3rd Teacher Recruitment in Rajastan


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती: करीब 12 लाख आवेदन, 16 करोड़ का शुल्क!
(RTET Rajasthan : 12 Lakh Applications for Grade 3rd Teacher Recruitment in Rajastan, 16 crore rupees collected as fees)

Panchayat Raj Vibag / Jila Parsha (District Councils ) are conducting Primary / Upper Primary Teachers Recruiment in Rajasthan

जोधपुर.तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए पंचायतराज विभाग और जिला परिषदों को 11 लाख 93 हजार 448 आवेदन पत्र ऑनलाइन मिले हैं। इन आवेदन पत्रों के साथ परीक्षा शुल्क के रूप में 15 करोड़ 80 लाख 38 हजार 850 रुपए प्राप्त हुए हैं। जोधपुर संभाग में सबसे अधिक 1,13,221 आवेदन पत्रों के साथ 1 करोड़ 41 लाख 52 हजार 550 रुपए की राशि बाड़मेर में, जबकि सबसे कम 9,630 आवेदन पत्रों के साथ 12 लाख 41 हजार 100 रुपए की राशि सिरोही में प्राप्त हुई है। 

राज्य सरकार के पंचायतराज संस्थाओं के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा कराने के फैसले से पंचायतराज विभाग के साथ सभी जिला परिषदें मालामाल हो गई हैं। तृतीय श्रेणी शिक्षक बनने के लिए आवेदकों ने एक से अधिक जिलों में आवेदन पत्र ऑनलाइन भेजकर करोड़ों रुपए आवेदन शुल्क के रूप में दिए हैं। 

विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग इसमें से अपने हिस्से की अंश राशि काट कर शेष राशि प्रत्येक जिला परिषद को भेजेगा। जिला परिषदें प्राप्त राशि में से परीक्षा से संबंधित व्यवस्थाएं करेंगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार हालांकि इस संबंध में अभी स्पष्ट निर्देश नहीं हैं, फिर भी परीक्षा पर खर्च करने के बाद जो राशि बचेगी, उसका उपयोग जिला परिषदें ही करेंगी।


शासन सचिव ने कहा खाते से मिलान कर लें : एसीईओ सुरेश नवल के अनुसार विभाग ने ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों एवं प्राप्त राशि की सूची भेजी है, ताकि परीक्षा के लिए खोले गए खाते से मिलान कर सकें। इस आवेदन की राशि से ही परीक्षा संबंधी व्यवस्थाओं पर खर्च किया जाएगा।

कहां से कितने आवेदन
संभाग के जिले
जिला आवेदन शुल्क राशि
बाड़मेर 1,13,221 1,41,52,550
पाली 1,01,183 1,24,85,650
जोधपुर 56,695 73,64,050
जैसलमेर 48,557 60,53,850
जालोर 13,031 16,92,450
सिरोही 9,630 12,41,100

अन्य जिले
नागौर 1,06,712 1,35,49,280
अजमेर 35,193 48,49,050
जयपुर 34,850 52,47,050
बीकानेर 29,660 39,47,300
कोटा 11,803 17,38,050

News : Bhaskar.com (27.04.12)

Thursday, April 26, 2012

Rajastha Highcourt : प्रार्थी याचिकाकर्ता बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में शामिल करने के आदेश

प्रार्थी याचिकाकर्ता बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में शामिल करने के आदेश( RTET Rajasthan Grader 3rd / Three Teacher Recruitment )

राजस्थान हाई कोर्ट ने अशोक कुमार महरानियां व अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ताओं को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के प्रथम स्तर पर बैठने के अंतरिम आदेश जारी किए है।
याचिकाकर्ता बसंत कुमार व अन्य के अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने न्यायालय को बताया कि याचिकाकर्ता बीएड परीक्षा व आरटेट के प्रथम स्तर की परीक्षा में पास होने के बावजूद रा'य सरकार उन्हें शिक्षक भर्ती की परीक्षा में नहीं बैठा रही है जो कि अवैधानिक है। न्यायाधीश प्रेमशंकर आसोपा ने रा'य सरकार व अन्य को नोटिस जारी कर याचिकाकर्ताओं को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम स्तर में बैठाने के अंतरिम आदेश जारी किए है।

News : Bhaskar.com ( 26.4.12)
Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-154409-3170233.html

RTET Rajasthan : शिक्षक भर्ती: जुलाई में टेट, फिर होंगी 20 हजार भर्तियां !

RTET Rajasthan : शिक्षक भर्ती: जुलाई में टेट, फिर होंगी 20 हजार भर्तियां !(Rajastha Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment )

जयपुर.राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण में 20 हजार भर्तियां करने से पहले टेट का आयोजन करेगी। इसका आयोजन जुलाई में होगा और नोडल एजेंसी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ही रहेगा। बोर्ड के सैकंडरी और सीनियर सैकंडरी परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने के साथ ही टेट के लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। प्रदेश में फिलहाल प्रक्रियाधीन 41 हजार शिक्षकों की भर्ती में महज तीन लाख टेट उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के शामिल होने से सरकार पर अगली टेट को लेकर भारी दबाव है।

शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अशोक संपतराम ने बताया कि शिक्षक भर्ती का दूसरा चरण शुरू होने से पहले ही टेट का आयोजन कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में छात्रों को शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका मिल सकेगा। इस संबंध में विभागीय स्तर पर फैसला कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि टेट जुलाई के अंतिम सप्ताह में संभावित है और इसकी तिथि कुछ दिनों में तय कर ली जाएगी।

फिलहाल बोर्ड की पहली प्राथमिकता समय पर परिणाम तैयार करना है, ऐसे में जल्दबाजी में टेट नहीं कराई जा सकती। अगली टेट में उन अभ्यार्थियों को भी अंक सुधार का मौका मिलेगा जो कम अंकों से उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षक भर्ती में टेट का 20 प्रतिशत अंक भार होने से यह चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि अब तय होगी
41 हजार शिक्षकों की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब परीक्षा तिथि का निर्धारण एक-दो दिनों में कर लिया जाएगा। परीक्षा मई के अंतिम सप्ताह में संभावित है।
अधिकारी फिलहाल मई के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं के कलंडर खंगालने लगे हैं जिससे परीक्षा तिथि का अन्य परीक्षाओं से किसी प्रकार का टकराव नहीं हो। पंचायतीराज विभाग की आयुक्त अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि फिलहाल मंत्री बाहर हैं और उनसे चर्चा के बाद एक-दो दिन में तिथि घोषित कर दी जाएगी।

विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से अभ्यर्थी परेशान: शिक्षक भर्ती के लिए विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारित नहीं होने से परीक्षा की तैयारी में लगे अभ्यार्थियों को खासी परेशानी आ रही है। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर प्रश्न किस टॉपिक से पूछ लिए जाएंगे। इस संबंध में अभ्यार्थियों ने विभाग को शिकायत भी दर्ज कराई है। हालांकि यह पहले ही तय हो चुका है कि विषयवार पाठ्यक्रम घोषित नहीं किया जाएगा। हर विषय में सैकंडरी स्तर तक के प्रश्न पूछे जाएंगे।

News: Bhaskar.com (26.4.2012)

Tuesday, April 24, 2012

Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam Date can be extended

RTET Rajasthan : बढ़ सकती है शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि 
Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam Date can be extended 

सीकर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में प्रदेश में साढ़े ग्यारह लाख से अधिक आवेदन आने के कारण पंचायतीराज विभाग अब परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने का मानस बना रहा है। विभाग जल्द ही नई तिथि की घोषणा कर सकता है। विभाग ने पहले 13 मई को प्रदेशभर में शिक्षक भर्ती परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। यह बात सोमवार को विभाग की की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में सामने आई है।

हालांकि विभाग ने सभी जिला परिषदों को13 मई को ही परीक्षा तिथि मानकर तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। अभी तक प्रदेश के एक चौथाई अभ्यर्थियों के आवेदन फार्मो की जांच हो सकी है। ऎसे में जांच कार्य मई के पहले सप्ताह में पूरा होने की संभावना है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि परीक्षा तिथि आगे बढ़ने की सूरत में परीक्षा मई के अंतिम सप्ताह या जून के पहले सप्ताह में होगी।
जिला परिषद करेगा वीक्षकों की नियुक्ति
विभाग की शासन सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में बताया कि वीक्षकों की नियुक्ति लॉटरी के जरिए की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा में नियुक्त होने वाले वीक्षकों को आरपीएससी परीक्षा की तर्ज पर दो दिन पहले सूचना दी जाएगी।
प्रथम लेवल को लेकर संशय
शिक्षक भर्ती के प्रथम लेवल में बीएड डिग्रीधारियों के आवेदन करने के मामले में विभाग के उच्च अधिकारियों ने न्यायालय के आदेश की पालना करने की बात कही है। आवेदन फार्म में प्रथम लेवल में सिर्फ बीएसटीसीधारी युवाओं से आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद कुछ बीएड डिग्रीधारी न्यायालय में चले गए और परीक्षा में शामिल कराने का निर्णय लेकर आए हैं। ऎसे अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किया जाएगा। जबकि अन्य बीएड डिग्र्रीधारियों के आवेदन फार्मो के निरस्त करने को लेकर अभी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हो सका है।
48 शिक्षण संस्थाओं को भेजा पत्र
जिला परिषद के अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए विभाग ने जिला मुख्यालय पर ही परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं। ऎसे में जिला मुख्यालय स्थित करीब 48 स्कूल व कॉलेजों को परीक्षा केन्द्र की अनुमति के लिए पत्र लिखा है। इन 48 केन्द्रों पर करीब 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किया जा सकता है। परीक्षा दो पारियों में होगी। पहली पारी में प्रथम लेवल व द्वितीय पारी में द्वितीय लेवल के अभ्यर्थी शामिल होंगे। जिले में 31 हजार 46 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
 शिक्षक भर्ती में अधिक आवेदन आने के कारण अभी फार्मों की जांच चल रही है। ऎसे में परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, पंचायतीराज मंत्री
देरी की यह वजह
 प्रदेश में 11 लाख से अधिक आवेदन आने के कारण जांच को 20 से 35 दिन का समय चाहिए। ऎसे में प्रवेश पत्र अपलोड करने में देरी हो सकती है।
 बेरोजगारों के एक से अधिक जिलों में आवेदन करने के कारण काफी असमंजस बना हुआ है।
 प्रथम लेवल में बीएड डिग्रीधारियों के आवेदन फार्मों को निरस्त करने के मामले में स्पष्ट निर्णय नहीं।
 आवेदन फार्म की दो बार अंतिम तिथि बढ़ाना।

News / न्यूज़ साभार  : Rajasthan Patrika (24.4.12

RTET Rajasthan : Grade 3rd Teacher Recruitment :- शहर में ही दे सकेंगे थर्ड ग्रेड शिक्षक परीक्षा !



RTET Rajasthan : Grade 3rd Teacher Recruitment  :- शहर में ही दे सकेंगे थर्ड ग्रेड शिक्षक परीक्षा !


थर्ड गे्रड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को अब अलग-अलग पंचायत समिति मुख्यालय पर बनाए गए केंद्रों पर नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए जिला परिषद प्रशासन ने शहर में ही पर्याप्त सेंटर बना लिए हंै। ऐेसे में जिले से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को अब शहर में ही परीक्षा देने की सुविधा मिल जाएगी।
एसीईओ एसके वर्मा ने बताया कि सरकार की घोषणा के अनुरूप जिले में थर्ड ग्रेड शिक्षकों की १२३२ पदों पर भर्ती की जाएगी। इसकी परीक्षा पंचायतीराज के माध्यम से १३ मई को दो पारियों में करवाने की घोषणा कर रखी है। इस परीक्षा को पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए जिला परिषद प्रशासन की ओर से शहर समेत जिले के अंता, मांगरोल, अटरू, छबड़ा, किशनगंज में ७२ परीक्षा केंद्र बनाए हंै। इसमें से अकेेले ३० परीक्षा केंद्र तो शहर में ही हैं। इन सभी केंद्रों पर १६ हजार २६८ अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था है। इसमें से भी शहर में बनाए गए ३० परीक्षा केंद्रों पर सात हजार ८६२ परीक्षार्थी बैठ सकते हैं। जिले में थर्ड ग्रेड भर्ती परीक्षा प्रथम लेवल मेें सात हजार ६२ युवक-युवतियों एवं द्वितीय स्तर की परीक्षा मेें छह हजार ३७३ ने आवेदन किया है। ऐेसे मेें दोनों स्तर की परीक्षा अलग-अलग पारियों में शहर के केंद्रों पर आसानी से हो सकेगी।
कहां कितने परीक्षा केंद्र बनाए
जिला परिषद प्रशासन की ओर से तो बहरहाल १३ मई को ही परीक्षा होना मानकर जिले में पूर्व तैयारी के तहत ७२ परीक्षा सेंटर बनाए गए हैं। इनमें से शहर में ३०, अंता में ११, मांगरोल में पांच, अटरू में १२, छबड़ा में दस, किशनगंज में चार परीक्षा केंद्र हैं। हालांकि अभ्यर्थी कम आने से शहर में बनाए गए केंद्र पर्याप्त हंै। इनका निरीक्षण भी संबंधित अधिकारी ने कर लिया है।
परीक्षा की बढ़ सकती है तिथि
एसीईओ एसके वर्मा ने बताया कि सोमवार को वीडियो कॉन्फें्रस में पंचायतीराज की शासन सचिव से इस परीक्षा को लेकर बात हुई थी। उन्होंने इस परीक्षा की तिथि कुछ आगे बढ़ाने के संकेत दिए हंै। वैसे १३ मई को ही परीक्षा मानकर तैयारियां की जा रही हैं।
परीक्षा नियंत्रण कक्ष किया स्थापित
एसीईओ वर्मा ने बताया कि इस परीक्षा के लिए परीक्षा नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया है। इसके टेलीफोन नंबर ०७४५३-२३०१०० है। किसी को परीक्षा से संबंधित कोई जानकारी लेनी हो तो इस नंबर पर बात कर सकता है।
सबसे अधिक सामाजिक विज्ञान में आए आवेदन
जिले में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती द्वितीय स्तर परीक्षा के लिए सबसे अधिक आवेदन सामाजिक विज्ञान में तीन हजार ३८ अभ्यर्थियों ने किया है। इसके बाद हिंदी मेें एक हजार ६३, विज्ञान गणित में ७८६, अंगे्रजी में ४९५, संस्कृत ७२०, उर्दू में ७१ अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
॥जिला परिषद की ओर से इस परीक्षा की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, लेकिन अभी परीक्षा की निश्चित तिथि ऑन रिकॉर्ड नहीं आई है। परीक्षा की तिथि का विभागीय पत्र आते ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।ञ्जञ्ज
- बंशीलाल मीणा, सीईओ, जिला परिषद


न्यूज़ साभार  : Bhaskar.com (25.4.12)

RTET / Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment : बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में मौका मिलने की संभावना खत्म!

RTET / Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment : बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती में मौका मिलने की संभावना खत्म!

पंचायतीराज और शिक्षा विभाग का फैसला, टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही नियुक्ति के पात्र होंगे

जयपुर. राज्य में शिक्षक भर्ती में करीब 4 लाख बीएडधारियों को मौका मिलने की संभावना अब पूरी तरह से खत्म हो गई है। विभागीय स्तर पर अब तक इस बात की संभावना तलाशी जा रही थी किस प्रकार आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुछ दिन के लिए सिर्फ बीएडधारियों को मौका दिया जा सके। पंचायतीराज और शिक्षा विभाग ने मिलकर यह तय किया है कि परीक्षा में सिर्फ टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही नियुक्ति के पात्र होंगे। हालांकि कई छात्र इस मामले को लेकर पहले ही कोर्ट की शरण भी ले चुके हैं।
आरटेट उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता के कारण प्रदेश में करीब 4 लाख बेरोजगार अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती से बाहर हो चुके हैं।लेकिन विभाग कानूनी पेचीदगियों का बारीकी से अध्ययन कर रहा था कि पहला मौका होने के कारण उन्हें किसी प्रकार मौका दिया जा सके। गौरतलब है कि पंचायती राज विभाग को 41 हजार शिक्षकों की भर्ती करनी है।
बीएड, एमएड, बीएसटीसी योग्यताधारी ये युवा पिछले कई साल से इसका इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में आरटेट पिछले साल ही हुई थी। अगली परीक्षा से पहले यह भर्ती पूरी हो जाने से अब इन युवाओं को लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की ओर से बजट घोषणा में की गई अगले दौर की 20 हजार भर्तियों से पहले हर हाल में आरटेट कराई जाएगी। इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के सदस्य संदीप कलवानिया का कहना है राज्य सरकार ने यदि भर्ती प्रक्रिया से वंचित डिग्रीधारी युवाओं को मौका नहीं दिया तो उनको सरकारी नौकरी की आस ही छोडऩी पड़ेगी। लंबी समयावधि में भर्तियां निकलने के कारण कई उम्र सीमा को पार कर अयोग्य हो जाएंगे।
News : Bhaskar.com (24.4.12)

Monday, April 23, 2012

RTET Rajasthan : टूट गई 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आस !


RTET Rajasthan : टूट गई 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आस !
Rajasthan Primary Teacher Transfer : Dreams Broken
जयपुर.राज्य में एक से दूसरे जिले में तबादले की आस लगाए बैठे करीब 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादले नहीं होंगे। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के कारण प्रदेशभर में जिलेवार रोस्टर गड़बड़ाने की आशंका को देखते हुए फिलहाल विभागीय स्तर पर यह फैसला किया गया। जिला बदलने के इच्छुक शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा। इन शिक्षकों के तबादले पंचायतीराज और शिक्षा विभाग की सहमति से होंगे। यदि मुख्यमंत्री स्तर कोई निर्णय होता है तो ऐसे शिक्षकों को राहत भी मिल सकती है।


प्रदेश में करीब डेढ़ साल बाद तबादला प्रक्रिया शुरू होने पर सबसे ज्यादा खुश पंचायतीराज के वे शिक्षक थे, जो लंबे समय से एक से दूसरे जिले में जाने के इच्छुक हैं। इनमें करीब 15-17 हजार की संख्या प्रतिबंधित जिलों से निकलने की आस लगाए बैठे शिक्षकों की है। प्रतिबंधित जिलों में बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, डूंगरपुर, सिरोही, जालौर, झालावाड़, बांसवाड़ा शामिल हैं।

विभाग के सामने बड़ी परेशानी इस बात की है कि यदि प्राथमिक शिक्षकों को एक से दूसरे जिलों में भेजना शुरू किया गया तो तृतीय श्रेणी भर्ती का पूरा रोस्टर गड़बड़ा जाएगा। विभाग के पास इन शिक्षकों के तबादलों की अर्जियां पहले ही आ चुकी हैं। बड़ी संख्या में शिक्षक अब नए सिरे से तबादला आवेदन की तैयारी भी कर रहे हैं। पंचायतीराज मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय का कहना है कि विभाग के लिए सबसे बड़ा काम तृतीय श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया को समय पर पूरा करना है।

एक जिले से दूसरे जिले के तबादले होने पर पूरा रोस्टर ही गड़बड़ा जाएगा और शिक्षकों का पूरा अनुपात बिगड़ जाएगा। मुख्यमंत्री स्तर पर कोई निर्देश दिए जाते हैं तो इसके अनुसार काम करेंगे। राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने मांग की कि तबादलों में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म होना चाहिए और तबादला नीति के आधार पर हों। गुर्जर ने एक जिले से अन्य जिलों में भी तबादला करने की मांग उठाई।

प्राथमिक शिक्षक तबादलों में शिक्षा विभाग की भूमिका खत्म

राज्य में अन्य विभागों के तबादलों के साथ ही प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। पंचायत समिति में ही स्कूल बदलने के इच्छुक शिक्षकों के आवेदनों पर पंचायत समिति की स्टैंडिंग कमेटी फैसला करेगी। मालवीय का कहना है कि 2 अक्टूबर 2010 के आदेश पूरी तरह प्रभावी हो गए हैं। अब शिक्षकों को संबंधित क्षेत्र में ही तबादलों के लिए आवेदन करना होगा। जयपुर में शिक्षकों का जमावड़ा भी अब काफी कम हो जाएगा।

कैसे करें तबादलों के लिए आवेदन

प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शिक्षक अपने इच्छित स्थान पर तबादलों के लिए पंचायत समिति, जिला परिषद में आवेदन कर सकेंगे। अब प्रधान और जिला प्रमुख की भूमिका भी अहम हो जाएगी। हालांकि स्टैंडिंग कमेटी के निर्णय से ही तबादले होंगे। शिक्षा विभाग के तबादलों पर शिक्षामंत्री बृजकिशोर शर्मा का कहना है कि सैकंड ग्रेड और इससे ऊपर के तबादले शिक्षा विभाग करेगा। विभाग स्तर पर तबादलों के लिए निर्देश भी जारी होंगे।

News : Bhaskar.com (24.4.12)

Saturday, April 21, 2012

RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus



परेशानी का सबब बना थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस
(RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus )

जयपुर.पंचायतीराज विभाग की ओर से होने वाली थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। परीक्षा नजदीक आती जा रही है और अभ्यर्थी सेकंड लेवल के सिलेबस को लेकर परेशान है। ऐसे में उनकी तैयारी बाधित हो रही है। उन्होंने शिक्षक भर्ती परीक्षा को जून में कराने की मांग की है।

प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष दीपेंद्र शर्मा का कहना है कि लेवल फस्र्ट के अभ्यर्थियों के लिए तो सिलेबस में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन लेवल सेकंड की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी परेशान है। सरकार ने अभी यह स्थिति साफ नहीं की है कि इसमें विषय वाले पेपर के सिलेबस में क्या-क्या शामिल है। इससे सेकंड लेवल के अभ्यर्थी असमंजस में है

राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानिया का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा। इसलिए मई में होने वाली इस परीक्षा को स्थगित कर जून में कराया जाए, ताकि परीक्षा की तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।

News : Bhaskar (22.4.12)


RTET Rajasthan : Eight Thousand B. Ed Candidates Applied Writ, First time in History of Rajasthan

आठ हजार बीएडधारियों ने लगाई याचिकाएं 

(RTET Rajasthan : Eight Thousand  B. Ed Candidates Applied Writ, First time in History of Rajasthan)

जयपुर। राजस्थान के इतिहास में पहली बार निकली 41,000 थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती पदों में बैठने को लेकर अभ्यर्थी एडी से चोटी तक का जोर लगा रहे हैं। ऎसे ही करीब आठ हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा में बैठने का शॉर्ट कट निकाल लिया है

सरकार की तरफ से तो इनको परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं मिली लेकिन कोर्ट के दखल के बाद इन अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अंतरिम इजाजत मिल गई है। राज्यभर में ऎसे सैकड़ों और भी अभ्यर्थी हैं जो कोर्ट की मदद से परीक्षाओं में बैठने की तैयारी में हैं।

यह है पूरा मामला 
पांच साल के बाद इतनी बड़ी संख्या में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती निकालने के बाद सरकार ने अपने ही स्तर पर कुछ नियम बना डाले। इन नियमों के अनुसार पिछले साल हुई प्रथम स्तर की टेट परीक्षा और द्वितिय स्तर की टेट परीक्षा में पास होने वाले बीएडधारियों और बीएसटीसी धारियों को ही परीक्षा में बैठने की अनुमति देने का प्रावधान है। 

प्रथम स्तर की परीक्षा में पास होने वाले बीएसटीसी धारियों को तो सरकार ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी, लेकिन प्रथम स्तर की टेट परीक्षा पास करने वाले बीएडधारियों को सरकार ने अनुमति नहीं दी। ऎसे हजारों बीएडधारियों ने कोर्ट की शरण ली और बाद में उनको राहत मिली


News : Patrika (21.4.12)

Rajasthan : 23 हजार स्थाई भर्ती में संविदाकर्मियों को वरीयता

23 हजार स्थाई भर्ती में संविदाकर्मियों को वरीयता 


जयपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में होने वाली 23 हजार कर्मचारियों की स्थाई भर्ती में वर्तमान में कार्यरत संविदाकर्मियों को उनके कार्य व अनुभव के आधार पर प्राथमिकता दी जा सकती है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने राजस्थान पत्रिका से बातचीत में इस तरह के संकेत दिए।

RTET : शिक्षक भर्ती 13 मई को

मालवीया ने कहा कि कर्मचारियों की भर्ती को मुख्यमंत्री से मंजूरी के बाद प्रक्रिया पंचायती राज विभाग के स्तर पर जल्द ही अमल में लाई जाएगी। शिक्षक भर्ती पर उन्होंने कहा कि परीक्षा 13 मई को प्रस्तावित है, फिलहाल इसे बढाने का कोई विचार नहीं है। इसके तहत प्रथम व द्वितीय स्तर की परीक्षा एक ही दिन दो अलग-अलग समय पर होगी।आगामी टेट परीक्षा पर उन्होंने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के ठीक बाद टेट होगी, ताकि अभ्यर्थियों को राहत मिले।


News : Rajatshan Patrika ( 20.4.12)

Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam can be STUCKED



RTET : अटक सकती है शिक्षक भर्ती परीक्षा 
( Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam can be STUCKED )

जयपुर। आगामी 13 मई को 41 हजार शिक्षकों के पदों के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा विवादों की भेंट चढ़ने को है। परीक्षा को आरपीएससी से कराने और टेट परीक्षाएं पहले कराने की मांग के साथ शुरू से ही चर्चाओं में रही इस परीक्षा को अब सही समय पर कराने की चुनौती परिषदों के सामने हैं। तैयारियां बता रही हैं कि शायद परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ानी पड़े। गौरतलब है कि इससे पहले शिक्षक भर्ती परीक्षाएं आरपीएससी से ही कराई जाती रही हैं, जिनमें विवादों की गुंजाइश कम ही रहती थी। इस बार तमाम आशंकाओं के बीच जिला परिषद यह जिम्मेदारी उठा रही है।

सिलेबस को लेकर भी जारी है गड़बड़ी 

शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर डाला गया सिलेबस भी विवाद पैदा कर रहा है। साइट पर डाले गए सिलेबस में दो सौ नंबर का पेपर डाला गया है। इन दो सौ नंबरों में 80 नंबर जीके (सामान्य ज्ञान) और अन्य विष्ायों के हैं। विवाद 120 नंबरों का चल रहा है। इन 120 नंबरों को लेकर किसी भी विष्ाय में बारहवीं कक्षा तक सवाल पूछा जा सकता है। जबकि एक-एक विष्ाय की किताबों की संख्या ही आठ से दस तक है

परीक्षा होने से पहले बची है इतनी प्रक्रिया 

3 मई को परीक्षा होने से पहले अभी जिला परिष्ादों के सामने कई सारी तैयारियों को पूरी करने की चुनौती है। दस अप्रैल को फार्म भरने की आखिरी तारीख थी। अब जिला परिष्ादों के सामने परीक्षा केंद्र तैयार करना, वीडियोग्राफी कराना, परीक्षाओं के लिए ऑन लाइन आवेदन जारी करने समेत अन्य कई काम बाकी हैं। गौरतलब है कि साइट पर अतिरिक्त भार होने के कारण साइट तीन बार पहले भी हैंग हो चुकी है। यही कारण था कि परीक्षा का आवेदन करने की तारीख पहले दो अप्रैल थी। उसके बाद आठ अप्रैल की गई और बाद में बढ़ा कर दस अप्रैल कर दी गई 


News : Patrika ( 21.4.12)

Thursday, April 19, 2012

RTET : Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitement, Student Made Hunger Strike


RTET : छात्रों ने की भूख हड़ताल 
(RTET Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitement, Student Made Hunger Strike )

सीकर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की मांग बढ़ती जा रही है। बुधवार को एसएफआई के करीब 50 कार्यकर्ता कलक्ट्रेट के सामने 24 घंटे की सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। एसएफआई के जिला सचिव धर्मवीर कुडी व नौजवान सभा के जिला संयुक्त सचिव झाबर राड़ ने आरोप लगाया कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषद से करवाकर भ्रष्टाचार फैला रही है।
भूख हड़ताल पर बैठने वालों में जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र फुलवारिया, कल्याण कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष रामकृष्ण जाखड़, सत्यजीत भीचर, बीएल बाजिया, सागर खोखर, सद्दाम हुसैन, सुभाष जाखड़, नवदीप, संदीप जींगर, रेखा जांगिड़ आदि मौजूद थे। इधर राजस्थान शिक्षक भर्ती संघ के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप कलवानिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पंचायतराज मंत्री महेन्द्रजीत मालवीय को ज्ञापन भेजकर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग की है।
कैंडल मार्च आज
छात्र संगठन एनएसयूआई तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की मांग को लेकर गुरूवार शाम सात बजे जाट बाजार से कैंडल मार्च निकालेगी।

12 लाख आ गए आवेदन, सरकार की बढ़ी परेशानी
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में अत्यधिक आवेदन आने से राज्य सरकार की परेशानी बढ़ गई है। जानकारों के अनुसार परीक्षा के लिए पूरे राज्य में 12 लाख आवेदन आए हैं, जबकि सरकार को उम्मीद है कि तीन लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में नहीं बैठेंगे, क्योंकि टेट पास अभ्यर्थियों की संख्या तीन लाख है।हालांकि सरकार को 12 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इसी संदर्भ में 23 अप्रेल को वीसी होगी। जिसमें तैयारियों के सिलसिले में विचार-विमर्श किया जाएगा।

News : Rajasthan Patrika (19.4.12)

RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बैठाने के आदेश


RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बैठाने के आदेश
(RTET  Rahasthan : Rajasthan Highcourt gave order to make appear TET Level - I pass candidates in Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment )

राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बीएड धारी टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाने के आदेश पंचायतीराज विभाग व शिक्षा विभाग को दिए हैं। न्यायालय ने बीकानेर की विजयलक्ष्मी व्यास पुत्री ओमप्रकाश पुरोहित सहित लगभग 67 अभ्यर्थियों की याचिका पर यह आदेश दिया है। न्यायालय में याचिकाकर्ता विजयलक्ष्मी सहित अन्य ने हाईकोर्ट में सिविल रिट दायर करते हुए रिट में कहा कि वे बीएड व टेट परीक्षा उत्र्तीण हैं तथा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम परीक्षा में बैठने की योग्यता रखते हैं लेकिन अप्रार्थी पंचायतीराज विभाग ने उन्हें परीक्षा में बैठने के लिए अयोग्य माना है। न्यायालय ने याचिका स्वीकार कर राजकीय अधिवक्ता को आदेश दिया कि इन अभ्यर्थियों को अस्थायी तौर पर परीक्षा में बैठाया जाए। इन अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम अदालत के आदेश पर घोषित किया जाए। याचिकाकर्ता की तरफ से पैरवी एडवोकेट अमित गौड़ ने की।

News : Bhaskar (19.4.12)

Tuesday, April 17, 2012

RTET : अब किस जिले से दें परीक्षा ?



RTET : अब किस जिले से दें परीक्षा ? 


राजसमंद। आगामी 15 मई को प्रस्तावित राज्यव्यापी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा-2012 जिले में भी अब तक का सबसे बड़ा इम्तिहान होगा। पदों के मुकाबले आए आवेदनों की तादाद को देखते हुए इसकी तैयारियों को लेकर पंचायती राज विभाग व जिला प्रशासन फिक्रमंद है, वहीं अभ्यर्थी इम्तिहान के लिए 'माकूल मैदान' के चयन की मशक्कत कर रहे हैं।

विभाग ने हालांकि आवेदन संख्या की आघिकारिक घोषणा नहीं की है, मगर संभावित आंकड़ों के मुताबिक राजसमंद जिले में 2072 पदों के लिए दोनों स्तरों पर कुल 78 हजार 720 आवेदन आए हैं। जानकारों का कहना है कि राज्यभर में पात्र आवेदक तीन लाख के आस-पास ही हैं, जबकि आवेदन 11 लाख से अघिक आए। सभी जिलों में एक ही दिन परीक्षा होने से एकाघिक स्थानों के लिए आवेदन करने के बावजूद अभ्यर्थी एक जगह ही परीक्षा दे सकेगा।

वह जिलेवार आवेदनों की संख्या तथा दोनों स्तरों पर पद का आकलन करते हुए अपने लिए परीक्षा की उचित जगह पर विचार कर रहे हैं। जानकारों के मुताबिक इन हालाते के चलते राजसमंद में करीब 30 प्रतिशत से अघिक सीटें खाली रह सकती हैं। ज्ञात हो, पिछले वर्ष आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में 90 पदों के विरूद्ध करीब 33,400 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। शिक्षक भर्ती में यह संख्या लगभग दस हजार बढ़कर 42,800 हो गई है।
चूंकि लेवल-1 (कक्षा 0-5 तक) के 379 पदों के लिए 35,920 तथा लेवल-2 के 1693 पदों के विरूद्ध 42,800 आवेदन आए हैं। एक ही दिन में दो पारियों में होने वाली परीक्षा के लिए विभाग को अघिकतम संख्या के हिसाब से बैठक प्रबंध करने होंगे। पटवारी परीक्षा आयोजन में कुम्भलगढ़ ब्लॉक को यातायात असुविधाओं के मद्देनजर परीक्षा आयोजन से दूर रखा, जबकि शेष जिले के सभी राजकीय व गैर राजकीय विद्यालय, कॉलेज व अन्य भवनों का इस्तेमाल किया गया था। इस बार भवन, फर्नीचर और कर्मचारियों की ड्यूटी को लेकर ज्यादा मशक्कत करनी होगी। इसे लेकर विभाग और प्रशासन ने वैचारिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा नियंत्रण कक्ष जिला परिषद कार्यालय में स्थापित किया गया है।

एक करोड़ से ज्यादा जमा
सामान्य वर्ग के पुरूष व महिला आवेदक से 250 रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग से 150 तथा अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों से 50-50 रूपए परीक्षा शुल्क लिया गया था। तीनों श्रेणियों का औसतन 150 रूपए भी एक आवेदन का शुल्क माना जाए, तो विभाग के खाते में एक करोड़ 18 लाख आठ हजार रूपए जमा हो चुके हैं।

क्यों इतने आवेदन?
जिला स्तर पर भर्ती के लिए राजसमंद के अलावा अन्य जिलों से बड़ी तादाद में अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। हजारों ऎसे बीएड-एसटीसी डिग्रीधारियों ने भी फॉर्म भरा, जिनके पास टैट की पात्रता नहीं है। कई अभ्यर्थियों ने आवेदन भरने के दौरान पाठ्यक्रम, विषयाध्यापक व स्तर प्रथम व द्वितीय के पात्रता सम्बंधी असमंजस को लेकर गलतियां कीं तथा बाद में एकाघिक आवेदन किए


News : Rajasthan Patrika (17.4.12)

RTET : अभ्यर्थी बोले, भर्ती से पहले कराओ टेट


RTET : अभ्यर्थी बोले, भर्ती से पहले कराओ टेट 

जयपुर. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट परीक्षा कराने की मांग को लेकर पिछले तीन दिन से उद्योग मैदान पर धरना दे रहे अभ्यर्थियों ने सोमवार को विधानसभा तक रैली निकाली। आरटेट छात्र संघष्ाü समिति के बैनर तले अभ्यर्थियों ने विधानसभा टी प्वाइंट पर पहुंच कर नारेबाजी की। संगठन नेता मुरारी मीणा और राजेन्द्र तिवाड़ी ने बताया कि पिछली परीक्षा को एक साल बीतने के बाद भी सरकार की ओर से टैट परीक्षा आयोजित नहीं कराई जा रही। यदि परीक्षा से पहले ही अध्यापक भर्ती परीक्षा हुई तो लाखों अभ्यर्थी सरकारी नौकरी की दौड़ से वंचित रह जाएंगे।

मिली दुत्कार
अभ्यर्थियों ने पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय पर ज्ञापन देने गए प्रतिनिधिमंडल से दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों ने बताया कि टी प्वाइंट से प्रतिनिधिमंडल सीएम के नाम ज्ञापन सौंपने विधानसभा गया था। मालवीय इस प्रतिनिधिमंडल से मिले और अभ्यर्थियों की मांगों को बिना सुने ही भगा दिया

News : Patrika (17.4.12)

RTET : शिक्षकों की भर्ती को लेकर चिडावा बंद रहा शांतिपूर्ण


RTET : शिक्षकों की भर्ती को लेकर चिडावा बंद रहा शांतिपूर्ण

झुंझुनूं। राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषदों के स्थान पर राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के माध्यम से कराने की मांग को लेकर आज चिडावा कस्बा आज बंद रहा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार स्टूडेन्ट फैडरेशन ऑफ इण्डिया (एसएफआई) ने चिडावा बंद का आह्वान किया था। सूत्रों ने बताया कि एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने कस्बे में घूम-घूम कर बाजार और प्रतिष्ठानों को बंद करवाया जबकि आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया।
बंद के दौरान कस्बे में शांति रही। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। बंद के दौरान किसी तरह की झड़प अथवा तोड़फोड़ की कोई सूचना नहीं है। रोडवेज की और निजी बसें सामान्य रूप से चली लेकिन टैक्सियां बंद रहने से स्थानीय लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हुई।
सूत्रों का कहना है कि बंद सफल रहा। बंद समर्थकों ने रैली निकाली और तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषद के स्थान पर आरपीएससी से कराने की मांग का ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा।

Saturday, April 14, 2012

RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: पहले विधायक का इस्तीफा, अब सदन में धरना


RTET - थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: पहले विधायक का इस्तीफा, अब सदन में धरना


शून्यकाल शुरू होते ही श्रवण कुमार ने कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया था। मेरे साथ अन्याय हो रहा हैजयपुर.कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में शिक्षक भर्ती आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर धरना दिया। बाद में उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक और सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा ने उन्हें आग्रह करके उठाया। शून्यकाल शुरू होते ही श्रवण कुमार ने कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया था। मेरे साथ अन्याय हो रहा है।  उन्होंने कहा कि वे तो इस्तीफा दे चुके थे, लेकिन आसन ने यह कह दिया कि वैसे ही पर्ची दे दी थी।
आरपीएससी से शिक्षक भर्ती की परीक्षा कराने की मांग की थी। इसका समाधान नहीं हो पाया है। इस बीच माकपा ने अमराराम ने स्वाइन फ्लू और इसके प्रभावों को लेकर मामला उठाया, लेकिन वह भी शोरगुल में दब गया।  श्रवण कुमार ने कहा कि वे इस मामले को लेकर इस्तीफा दे चुके हैं, फिर भी सरकार इस पर गौर नहीं कर रही है।

उन्होंने अपना इस्तीफा लहराया और कहा कि उनकी मांग पर गौर किया जाए।  श्रवण कुमार के समर्थन में माकपा के अमराराम और पेमाराम ने शिक्षक भर्ती का मुद्दा उठाया।  भाजपा के देवीसिंह भाटी और हनुमान बेनीवाल ने सदन में अपनी बात रखी, लेकिन उसे उपाध्यक्ष के निर्देश पर अंकित नहीं किया गया। हंगामे और शोरगुल के बीच उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा ने कहा कि अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत इस प्रकरण में व्यवस्था दे चुके हैं।

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET : प्रभारी मंत्री को कहा "गो बैक"


RTET : प्रभारी मंत्री को कहा "गो बैक" 

झुंझुनूं। शिक्षक भर्ती जिला परिषद से कराने के विरोध में बीएड बेरोजगार संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर झुंझुनूं-चिड़ावा मार्ग पर बख्तावरपुरा के निकट टोल बूथ पर जिले के प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा को काले झण्डे दिखाए।

तय कार्यक्रम के अनुसार युवक काले झण्डे दिखाने सबसे पहले सूरजगढ़ पहुंचे, लेकिन वहां पुलिस का जाब्ता अधिक होने के कारण वहां से लाखू चले गए। वहां भी पुलिस की सख्ती के उनकी दाल नहीं गली। इसके बाद युवकों ने रणनीति बदली और बख्तावरपुरा के निकट टोल बूथ पर आ गए। यहां उन्होंने मंत्री को काले झंडे दिखाए तथा कईझंडे कार पर भी फेंके। अनेक युवक मंत्री की कार के सामने आकर खड़े हो गए। प्रदर्शकारी युवकों ने "मंत्री गो बैक" तथा शिक्षक भर्ती आरपीएससी से हो के नारे लगाए। बाद में उन्हें पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

ढाई घंटे बाद छोड़ा
काले झंडे दिखाने में शामिल भारतीय जनता पार्टी के पार्षद डॉ. राजेश बाबल, एनएसयूआई के जिला संयोजक सुशील मालसरिया, संजय जांगिड़,विजेन्द्र लाम्बा, मनीष थालोड़, प्रवीण पचार, सुनील हांसलसर, रघुवीर महला व अन्य को पुलिस पकड़कर बगड़ थाने ले गई। यहां से ढाई घंटे बाद लगभग पांच बजे उन्हे छोड़ा गया।

पुलिस के घेरे में रहे मंत्री
युवकों के आक्रोश को देखते हुए मंत्री को पुलिस के घेरे में ही निकलना पड़ा। झुंझुनूं सर्कि ट हाउस से रवाना होने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश कटारिया के नेतृत्व में मंत्री के लिए विशेष सुरक्षा करनी पड़ी। सूरजगढ़ व लाखू दोनों जगह हुए कार्यक्रमों में एक एएसपी, दो डिप्टी व अनेक थानाधिकारी साए की तरह उनके साथ रहे।

मंत्री के सामने प्रदर्शन करने वाले कुछ युवकों को पकड़ा था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
-ओम प्रकाश कटारिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, झुंझुनूं

भाषण के दौरान हंगामा
सूरजगढ़। पंचायत समिति परिसर में आयोजित जनसम्पर्क कार्यक्रम में भाजपा की नेता संतोष अहलावत के नेतृत्व में शिक्षक भर्ती लोक सेवा आयोग से कराने की मांग कर रहे छात्र प्रभारीमंत्री परसादीलाल मीणा को ज्ञापन देने अंदर जाने लगे तो वहां मौजूद प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें मुख्य द्वार पर रोक लिया। एक घंटे तक उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।

इस पर संतोष अहलावत के नेतृत्व मे छात्रों ने नारेबाजी की व हंगामा शुरू कर दिया। मंत्री ने लगभग पंद्रह मिनट भाषण दिया। मंत्री के भाषण शुरू करते ही युवको ने भी हंगामा शुरू कर दिया। जो मंत्री के भाष्ाण खत्म होने पर ही बंद हुआ। बाद में खुद मंत्री ने दरवाजे पर आकर ज्ञापन लिया। इस दौरान कई बार तनातनी की स्थिति भी बनी।


News : Patrika (14.4.12)

RTET : भर्ती की दौड़ में जालोर वालों से ज्यादा बाहरी


RTET : भर्ती की दौड़ में जालोर वालों से ज्यादा बाहरी

सर्वाधिक जयपुर के आवेदक देंगे जालोर से परीक्षा


शिक्षक भर्ती के लिए चल रही भागमभाग में जालोर से परीक्षा देने वालों में स्थानीय आवेदकों से अधिक दूसरे जिले के आवेदक शामिल हैं। इस भर्ती परीक्षा के लिए दोनों स्तर में जालोर जिले के लिए कुल 43 हजार 62 आवेदन भरे गए हैं। इनमें जालोर के तो मात्र 8496 आवेदक ही हैं जबकि शेष दूसरे जिलों के हैं। इस प्रकार लगभग साढ़े 34 हजार आवेदक दूसरे जिले से हैं जो जालोर आकर परीक्षा देंगे। हालांकि अभी इन आवेदनों के खारिज होने की प्रक्रिया जारी है। जिसके बाद ही सही सही आंकड़ा सामने आ पाएगा साथ ही कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने एक साथ तीन चार जिलों में आवेदन भरे हैं। ऐसे में जिले से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 43 हजार से कम भी हो सकती है। इधर, आवेदन के इन आंकड़ों के बाद एक बार फिर यही सवाल खड़ा हो गया है कि इससे स्थानीय बेरोजगार युवकों को क्या लाभ मिल पाएगा। साथ ही अगर अधिक संख्या में दूसरे जिले के लोग यहां परीक्षा में सफल होते हैं तो क्या वाकई में स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो पाएगी। इस बीच आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब जिला परिषद आगे की तैयारियों में जुट गई है। परिषद के सामने सबसे बड़ी चुनौती इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों के लिए परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था करना है।

क्या है जालोर की स्थिति
इस परीक्षा के लिए 11416 आवेदन ऐसे हैं जो जालोर के लोगों ने भरे हैं। जिनमें 8496 आवेदक ऐसे हैं जिन्होंने जालोर के लिए ही आवेदन किया है जबकि जालोर के 2920 लोग ऐसे हैं जिन्होंने दूसरे जिले के लिए आवेदन किया है। इनमें सर्वाधिक करीब 1400 लोगों ने बाड़मेर के लिए आवेदन किया है।
जालोर से ज्यादा जयपुर के आवेदक
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के लगभग 8496 अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। अन्य सभी दूसरे जिलो का आंकड़ा तो इससे कहीं ज्यादा है ही, लेकिन अकेले जयपुर की बात करें तो वहां से जालोर के लिए फीस भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या जालोर के आवेदकों से भी अधिक है। जयपुर से जालोर के लिए कुल 8853 लोगों ने फीस भरी है।
शेखावाटी और नागौर से 9 हजार लोग
तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की सर्वाधिक मांग शेखावटी में की जा रही है। शेखावाटी से जालोर जिले के लिए फीस भरने वाले लोगों की संख्या पर गौर करें तो सीकर से लगभग 3815, झुंझुनूं से 3069 और चुरू से 961 लोगों ने जालोर के लिए फीस भरी है। इसी प्रकार नागौर से करीब 1231 लोगों ने जालोर के लिए टोकन कटवाया है।
अब आगे क्या
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इन आवेदनों की जांच जारी है। जिनमें कुछ आवेदन खारिज भी होंगे। सही संख्या सामने आने के बाद पंचायती राज विभाग जिला परिषद को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भेजेगा। जिसके आधार पर परिषद केंद्रों के नाम और संख्या देगी। अभ्यर्थियों को केंद्र का आवंटन रेंडम बेस पर होगा। इसके अलावा वीक्षकों की ड्यूटी संभवत जिला परिषद की ओर से ही की जाएगी, लेकिन केंद्राधीक्षकों की ड्यूटी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
आवेदनों की जांच बाकी
॥जिले के लिए 43 हजार 62 आवेदकों ने फार्म भरा है। अभी इन फॉर्म की जांच होगी। जिसके बाद सही संख्या सामने आ सकेगी। कुछ फॉर्म रिजेक्ट होंगे तो कुछ ऐसे भी हैं जो दूसरी जगहों से परीक्षा देंगे। बहरहाल हम लोग इसके आसपास ही संख्या को संभव मानते हुए परीक्षा केंद्रों का चयन कर रहे हैं। हमारा प्रयास होगा कि इतने अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र को लेकर कोई परेशानी न हो।
- भैरूलाल वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जालोर
मेवात से भरी 7 हजार ने फीस
जालोर से परीक्षा देने की होड़ में मेवात क्षेत्र भी पीछे नहीं है। अलवर से करीब 2898, भरतपुर से 1175, दौसा से 1361, करौली से 672 और सवाईमाधोपुर से करीब 1074 लोगों ने जालोर के लिए टोकन कटवाया है। इसके अलावा चितौडग़ढ़ एक मात्र ऐसा जिला है जहां से सबसे कम मात्र 7 जनों ने जालोर के लिए फीस भरी है। पड़ोसी जिलों की बात करें तो जोधपुर से 2957, पाली से 718, सिरोही से 1092 और बाड़मेर से 603 लोगों ने जालोर के लिए फीस भरी है। यानी लगभग इतने लोग जालोर से आवेदन कर चुके हैं।
जालोर में हैं इतने पद
तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा दो स्तर में हो रही है। पहला स्तर कक्षा एक से पांच तक और दूसरा स्तर कक्षा छह से आठ तक का। इनमें पहले स्तर के लिए जालोर में 355 और दूसरे स्तर के लिए 1123 पद है। इस प्रकार कुल जिले में कुल 1478 पदों के लिए भर्ती होगी। इन पदों की दौड़ में जालोर जिले के साढ़े आठ हजार और दूसरे जिलों के साढ़े 34 हजार आवेदक शामिल हैं।

बार -बार भर्ती फिर भी नहीं भरते पद
पिछले कई सालों में अनेक बार भर्ती होने के बावजूद जालोर जिले की स्कूलों में शिक्षकों के अनेक पद जस के तस रिक्त हैं। अनेक बार भर्ती होने के बाद भी इस समस्या में कोई बदलाव नहीं आया है। जिले में इस समय द्वितीय श्रेणी के 241, तृतीय श्रेणी के 2115 और माध्यमिक स्कूलों में 550 पद रिक्त हैं।

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET Churu : चूरू के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी आजमाएंगे अपना भाग्य


RTET Churu : चूरू के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी आजमाएंगे अपना भाग्य


जिला परिषद के जरिए होने वाली तृतीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा में चूरू जिले के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी अपना भाग्य आजमाएंगे। 10 अप्रैल को आवेदन किए जाने की अंतिम तिथि के बाद भरे गए फार्मों के अनुसार जिले के 31584 अभ्यर्थियों में से 17413 का अन्य जिलों में रुझान रहा है। चूरू जिले में १०८१ पदों के बाद भी हजारों अभ्यर्थी अन्य जिलों को विकल्प के तौर पर आजमा रहे है। दो मार्च से १० अप्रैल तक चूरू जिले के ३१ हजार ५८४ अभ्यर्थियों ने ई-मित्र व नागरिक सेवा केंद्रों के माध्यम से आवेदन किया है। इसमें से १४ हजार १७१ अभ्यर्थियों ने चूरू जिले के लिए तथा १७४1३ अभ्यर्थियों ने अन्य जिलों के लिए आवेदन किया है। चूरू के अभ्यर्थियों ने शेखावाटी में आने वाले सीकर व झुंझुनूं जिलों में कम रुचि रखते हुए अन्य जिलों में अधिक आवेदन किए हैं।
नागौर, बाड़मेर व पाली को प्राथमिकता
नागौर के लिए सबसे अधिक आवेदन किए है। चूरू के तीन हजार ३४९ अभ्यर्थियों ने फार्म जमा करवाएं है। बाड़मेर के लिए दो हजार ९९८, पाली के लिए दो हजार १११, राजसमंद के लिए एक हजार ५४१, बीकानेर के लिए एक हजार २८३ व जोधपुर के लिए एक हजार २०७ ने फार्म जमा करवाएं है। सबसे कम आवेदन कोटा के लिए पांच, धोलपुर के लिए सात, डूंगरपुर के लिए आठ व झुंझुनूं के लिए नौ अभ्यर्थियों ने फार्म जमा करवाएं है।

अन्य जिलों की ये रही स्थिति
तृतीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा को लेकर अजमेर के लिए १०४ ने, बांसवाड़ा के लिए ३३, बारां के लिए ५६, भरतपुर १९, भीलवाड़ा ६७७, बूंदी २९, चितौडग़ढ़ ६९६, दौरा १६, हनुमानगढ़ ४९७, जयपुर २५, जैसलमेर ३१८, जालौर ९६१, झालावाड़ १८२, करौली ११, प्रतापगढ़ १६१, सवाईमाधोपुर १२, सीकर १७८, सिरोही ७९, श्रीगंगानगर ३००, टोंक १४ व उदयपुर के लिए ३४५ अभ्यर्थियोंं ने फार्म जमा करवाएं है

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET Boondi : More than 15500 Application


साढ़े पन्द्रह हजार से अधिक आवेदन
(RTET Boondi : More than 15500 Application )

बूंदी। विधानसभा में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को राजस्थान लोक सेवा आयोग से कराए जाने की मांग को लेकर चाहे हंगामा मच रहा हो, या कई जगह बंद प्रदर्शन हो रहे हों, लेकिन इन सब से दूर बूंदी जिला परिषद पंचायत राज विभाग के अधीन तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारियों में जुटी हुई है।

जिला परिषद आगामी 13 मई को संभावित परीक्षा तिथि को लेकर परीक्षा केन्द्रों की व्यवस्था में जुट गई है। जिले में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा देने को लेकर आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि तक साढ़े पन्द्रह हजार से अधिक आवेदन जमा हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि बूंदी में तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा के कुल 826 पद हैं।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केसरलाल मीणा ने बताया कि 13 मई को तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। बूंदी जिले से शिक्षकों की परीक्षा देने के लिए दोनों लेबल परीक्षाओं के लिए 15 हजार 876 आवेदन जमा हुए हैं।

इसमें प्रथम लेबल (पहली से पांचवीं कक्षा तक) के लिए 7863 आवेदन, जबकि दूसरे लेबल (छठी से आठवीं कक्षा तक) में भाग लेेने के लिए 8013 आवेदन जमा हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि  बूंदी में प्रथम लेबल शिक्षकों के लिए 177 पदों, जबकि दूसरे लेबल के लिए 649 पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

News : Patrika (14.4.12)

RTET : मुख्यमंत्री का पुतला फूंका


RTET : मुख्यमंत्री का पुतला फूंका


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषद से न कराकर आरपीएससी से कराने के साथ परीक्षा से पूर्व टैट परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत गुरुवार को एससी-एसटी छात्र संघ व एबीवीपी के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय महाविद्यालय के सामने मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
एससी-एसटी महाविद्यालय छात्र संघ के प्रदेशाध्यक्ष धर्म मीणा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला सह संयोजक शेरसिंह बैसला, सपोटरा तहसील संयोजक अजीत बीजलपुर सहित दर्जनों छात्रों ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के मामले में राजस्थान सरकार ढुलमुल रवैया अपना रही है और युवा बेरोजगार छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इससे प्रदेश के हजारों लाखों युवाओं में राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। इससे पूर्व दर्जनों छात्रों ने राजकीय महाविद्यालय के सामने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रकट किया।
इस मौके पर अशोक सत्तावन, उदय मीणा, नरेन्द्र शर्मा, राजकुमार बैरवा, नंद लाल बैरवा, गोविंद कुम्हार, रवि रतन मीणा, कमलदीप भारद्वाज, धीरज नरेन्द्र बैरवा, हेमराज जोड़ली, रवि धाबाई, योगेन्द्र राजपूत, शिवराज सिंह जादौन, योगेश, अनिल, अजय राज जारेड़ा सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।

15 को करौली बंद का आह्वान
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से व परीक्षा से पूर्व आरटैट परीक्षा कराने की मांग को लेकर एससीएसटी महाविद्यालय छात्र संघ, एबीवीपी व महाविद्यालय छात्र संयुक्त तत्वाधान में रविवार को करौली बंद का आह्वान किया है। छात्र संगठनों के पदाधिकारियों ने सभी दुकानदारों से रविवार को अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रख आंदोलन में सहयोग करने की अपील की है।

News : Bhaskar (13.4.12)

RTET : बेरोजगारों की कमाई से जिला परिषद करोड़पति


RTET : बेरोजगारों की कमाई से जिला परिषद करोड़पति 

बाड़मेर । बाड़मेर की जिला परिष्ाद के खजाने को बेरोजगारों की कमाई ने भर लिया है। तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा में बेरोजगारों ने जो आवेदन किए है, उससे जिला परिषद को एक करोड़ सैंतीस लाख रूपए से ज्यादा की आय हुई है। इस खजाने में बाड़मेर से ज्यादा दूसरे जिलों की भागीदारी रही। बाड़मेर के अभ्यर्थियों के आवेदनों से सोलह लाख बीस हजार पांच सौ रूपए प्राप्त हुए शेष अन्य जिलो के अभ्यर्थियों के आवेदनों से मिले है।

लम्बे अंतराल के बाद जिला परिषदों के मार्फत होने वाली तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया ने बाड़मेर जिला परिषद की बल्ले-बल्ले कर दी है। 2945 पदों की भर्ती के लिए एक लाख नौ हजार से ज्यादा आवेदन आए। इससे परिषद के खाते में भी 13703450 रूपए की आय हुई है।

यह है शुल्क
सामान्य श्रेणी के आवेदक को प्रति आवेदन दो सौ पचास रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग को एक सौ पचास रूपए, विकलांग, अनुसूचित जाति और जन जाति के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क पचास रूपए है।

कहां से कितनी आय
बाड़मेर जिला परिषद को सर्वाधिक आय जयपुर से हुई है। वहां से इसे 2519500 रूपए मिले है। बाड़मेर से 1620500, सीकर से 1115450, झूंझनूं से 1130550, जोधपुर से 1030150, अलवर से 855550, हनुमानगढ़ से 605600, गंगानगर से 527550, बीकानेर से 514700 व नागौर से 447300 रूपए की आय मिली है। प्रदेश के सभी जिलो से यहां की जिला परिषद को हजारों रूपए की आय हुई है।

साइबर कैफे की कमाई भी बढ़ी
बम्पर आवेदन के चलते साइबर केफे और ई मित्र कियोस्कों की कमाई में भी हिजाफा हुआ। ये आवेदन जमा करवाने पर प्रति आवेदन पचास रूपए ले रहे थे। ऎसे में हजारों की आय हुई है।

एक करोड़ सैतींस लाख की आय
जिला परिषद को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के आवेदनों से एक करोड़ सैंतीस लाख रूपए से अधिक की आय हुई है। 
रामस्वरूप मीणा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बाड़मेर

दिलीप दवे

RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती जिला परिषद से हो


RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती जिला परिषद से हो 

बाड़मेर। प्रशिक्षित बेरोजगार शिक्षक संघ बाड़मेर के बैनर तले गृह जिले के अभ्यर्थियों को दस फीसदी बोनस अंक देने व तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को जिला परिषद के मार्फत करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर रैली निकाली गई। इसके बाद जिला कलक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। 

संघ के नरेशदेव सारण, अविनाश विश्नोई आदि ने बताया कि प्रदेश में जिला परिषद के मार्फत हो रही शिक्षक भर्ती का संघ स्वागत करता है। पंचायतीराज अधिनियम के तहत उक्त भर्ती जिला परिषद के मार्फत होनी चाहिए। जिला शिक्षा की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। बाहरी जिले के लोग यहां आकर भर्ती होने के बाद स्थानान्तरण करवा कर चले जाते है और रिक्त पदों की स्थिति वही की वही रह जाती है।

छुगसिंह राठौड, गणपतदान चारण आदि ने तृतीय श्रेणी भर्ती में बिन्दुवार पाठयक्रम जारी करने की मांग की। उन्होंने एक-दो जिलों के अभ्यर्थियों व राजनेताओं के दबाव के चलते भर्ती प्रक्रिया आरपीएससी से करवाने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं करने की बात कही।

News : Patrika (14.4.12)

RTET : टेट पास ही दे सकेंगे तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा!


RTET : टेट पास ही दे सकेंगे तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा!
(Candidates who qualified Rajasthan Teachers Eligibility Test can ONLY Apply in Rajasthan 3rd / IIIIrd Grade Teachers Recruitment )

जयपुर.प्रदेश में होने वाली शिक्षक भर्ती में वे ही अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे, जिन्होंने टेट की परीक्षा पास कर ली हो। सिर्फ बीएड या एसटीसी पास करने वाले अभ्यर्थियों में से किसी ने आवेदन कर दिया है तो वे परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा ने राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह खुलासा किया। वे भाजपा के हेम सिंह भडाना के मूल सवाल पर हुई चर्चा में सदस्यों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।

प्रतिपक्ष के सदस्यों ने शिक्षक भर्ती को लेकर सवालों की बौछार कर दी। भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी कि टेट को मंजूर किया गया।उन्होंने कहा कि क्या टेट से बचे बच्चों के लिए राज्य सरकार राज्य स्तर का कोई कैडर बनाकर भर्ती करने का विचार रखती है। उन्होंने टेट पास करने की न्यूनतम अंक अलग अलग क्यों रखे गए हैं। भाजपा के गुलाबचंद कटारिया ने जानना चाहा कि जिस समय टेट की परीक्षा करवाई गई थी, उस समय 60 प्रतिशत की अनिवार्यता क्यों नहीं बताई गई माकपा ने अमरा राम और जसवंत सिंह ने भी अगली टेट की परीक्षा करवाने और बिना टेट परीक्षा में बैठने देने के बारे में जानना चाहा था। उन्होंने योग्यता से खिलवाड़ करने का आरोप भी लगाया

शिक्षा मंत्री ब्रज किशोर शर्मा ने स्पष्ट किया कि एनसीटीई 23 अक्टूबर, 2010 को जारी अधिसूचना में शिक्षक भर्ती के लिए टेट जरूरी किया गया है। ऐसे में सिर्फ बीएड- एसटीसी वालों के आवेदन मान्य नहीं होंगे। अगर किसी ने आवेदन किया है तो वह निरस्त होगा। शर्मा ने कहा कि टेट में भी 60 प्रतिशत अंक लाने की अनिवार्यता होगी। उन्होंने कहा कि एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी और सामान्य वर्ग की महिलाओं को इसमें 10 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

वहीं एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी की महिलाओं, विधवा- परित्यक्ताओं को 15 प्रतिशत और निशक्तजनों को 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। शर्मा ने कहा कि एनसीटीई ने जो कार्यक्रम बनाया है, उसके मुताबिक टेट की परीक्षा साल में एक बार कराई जा सकेगी। इसके चलते अब जुलाई में टेट की परीक्षा करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडलीय सचिवालय की अधिसूचना दिनांक 10 जून, 2011 के अनुसार कार्यविधि में संशोधन किया जाकर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों का चयन का काम ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग को दिया जा चुका है।

61,374 पद रिक्त :  : शिक्षा मंत्री ने सवाल पर बताया कि राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 61,374 पद रिक्त है। इसमें से 41,000 पदों को अभी भरे जा रहे हैं। वहीं, 20,000 शिक्षकों की और भर्ती करने की घोषणा मुख्यमंत्री के बजट भाषण में की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विशेष शिक्षकों के लिए भी टेट पास होना जरूरी है।

सामान्य वर्ग वालों का क्या होगा :सवालों की झड़ी के बीच भाजपा विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि 60 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता में से आरक्षित वर्ग को तो छूट दे दी लेकिन ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत और सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि टेट की परीक्षा के समय न्यूनतम अंक का प्रावधान शामिल नहीं किया गया था।

News : Bhaskar (21.4.12)

Wednesday, April 11, 2012

Rajasthan Highcourt Seeks Clarification from Rajasthan State Government Advocate General


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा पर प्रश्न 
(Rajasthan Highcourt Seeks Clarification from Rajasthan State Government Advocate General )

Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitment from RTET passed candidates -
जयपुर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया तो मंगलवार को पूरी हो गई, मगर इस परीक्षा पर उठ रहे सवाल अब अदालत की चौखट तक जा पहुंचे। हाईकोर्ट ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के बजाय जिला परिषद से कराने के मामले में महाधिवक्ता के जरिए राज्य सरकार से जवाब मांगा है। न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार जैन-प्रथम और न्यायाधीश मीना वी गोम्बर की खण्डपीठ ने दीपेन्द्र कुमार शर्मा व 61 अन्य की याचिका पर यह अंतरिम आदेश देते हुए सुनवाई 11 अप्रेल तक टाल दी। प्रार्थीपक्ष के अधिवक्ता विज्ञान शाह ने कोर्ट को बताया कि पंचायती राज कानून के तहत भर्ती संविधान के अनुच्छेद 14 के विपरीत है।


याचिका में यह दलीलें -
 जिला स्तर पर भर्ती होने से एक जिले में ज्यादा अंक लाने पर भी अभ्यर्थियों के नियुक्ति से वंचित होने के पूर्ण आसार हैं, क्योंकि इस भर्ती में पदों की संख्या जिलेवार तय की गई है। 
 अभ्यर्थियों को गृह जिला छोड़ दूसरों जिलों में जाना होगा, इसके बावजूद एक जिले के लिए परीक्षा दी जा सकेगी।
 भर्ती में राज्य सरकार को दखल का अधिकार भी रहेगा

विधायक ने दिया इस्तीफा
भर्ती आरपीएससी से करवाने की मांग पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। मांग उठाने वालों में सिर्फ विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के मंत्री भी थे। कांग्रेसी विधायक श्रवण कुमार ने विस अध्यक्ष को इस्तीफा भी सौंप दिया। हंगामा आधा घंटे चला और दोनों पक्षों ने शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा से जवाब देने की मांग की। कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने भर्ती परीक्षा जिला परिषदों से करवाने के फैसले के खिलाफ मंगलवार को सदन में विस अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया। स्पीकर ने इस बारे में कोई व्यवस्था नहीं दी। श्रवण कुमार बोले कि फैसले के खिलाफ युवाओं में रोष है।

Article by - Dr. Bharat Mishra Prachee regarding new process of Teachers Recruitment Grade 3rd / IIIrd in Rajasthan /RTET


शिक्षक भर्ती की नई प्रकिया के प्रति उभरता असंतोष ! – डॉ. भरत मिश्र प्राची
Article by - Dr. Bharat Mishra Prachee regarding new process of Teachers Recruitment Grade 3rd / IIIrd in Rajasthan /RTET )

राजस्थान प्रदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षक पद पर जिला परिषद के माध्यम से भर्ती कराने के सरकारी निर्णय के विरुद्ध में प्रदेश का बेरोजगार युवा वर्ग सड़क पर उतर आया है। जिला परिषद द्वारा भर्ती प्रक्रिया पर निष्पक्षता को लेकर उसके मन में कहीं न कहीं संदेह जरूर समाया है तभी वह इस भर्ती प्रक्रिया को राजस्थान लोक सेवा आयोग अर्थत आरपीएससी से कराने की मांग कर रहा है। इस तरह की मांग के पीछे जिला परिषद द्वारा आयोजित परीक्षा में अविश्वसनीयता का उभरता प्रश्न साफ – साफ नजर आ रहा है जहां उसे जिला परिषद की व्यवस्था प्रणाली पर विश्वास नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि जिला परिषद पर जन नेताओं का वर्चस्व सीधे तौर पर है, जहां वे अपने प्रभाव से अपने चहेतों को भर्ती कराने में सफल हो जायेंगे। जहां भर्ती प्रक्रिया में  लेनदेन का व्यापार भी तेजी से चलेगा, जिसे रोक पाना किसी के बुते की बात नहीं। इस तरह की व्यवस्था में राजनीति भी समा जाती है जो निष्पक्षता के मार्ग में अवरोध बनती है।  आयोग द्वारा संचालित व्यवस्था में इस तरह के परिवेश की कम गुंजाईश रहती है। इसी कारण आजकल आयोग द्वारा ली गई परीक्षा के बाद साक्षातकार प्रक्रिया को भी धीरे – धीरे हटाकर परीक्षा में आये अंक की बरिष्ठ सूची के आधार पर ही भर्ती की जा रही है। इस तरह की व्यवस्था प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाये जाने की दिशा में सकरात्मक कदम माना जा रहा है। जहां योग्यता को कुठित नहीं होना पडे 

     वर्तमान समय में राज्य में जो भी भर्ती परीक्षा हो रही है सभी के सभी आयोग के माध्यम से ही हो रही है। जब से आयोग द्वारा परीक्षा आयोजन की प्रक्रिया शुरु हुई है तब से शिक्षक भर्ती परीक्षा भी इसी माध्यम से आज तक होती रही है। पूर्व में जब भी भर्ती प्रक्रिया जिला परिषद, ब्लाक एवं  पंचायत  स्तर पर होती रही है विवादाग्रस्त रही है। चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर तब भी सवाल उठते रहे है पर उस समय जागरूकता की कमी एवं रोजगार की पंक्ति में बेरोजगारों की आज जैसी भीड़ नहीं होने के कारण विवाद होते हुए भी विरोधी स्वर दब जाते रहे है।

        विधान सभा सत्र के दौरान तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को जिला परिषद द्वारा न कराये जाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है । पक्ष – विपक्ष के विधायक  सरकार से जहां इस व्यवस्था पर अपना विरोध जताते हुए आयोग से परीक्षा कराने की मांग कर रहे है वहीं कुछ विधायक सरकार की इस व्यवस्था को सही ठहराने की भी वकालत कर रहे है। इस तरह के परिवेश निश्चित तौर पर सही निर्णय लेने की तटस्त भूमिका में बाधा बन सकते है। आज जरूरत है निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर इस तरह के ठोस कदम उठाने की,  जिससे भर्ती संबंधित हर प्रक्रिया निष्पक्ष हो सके एवं योग्यता को उचित सम्मान मिल सके।

        भर्ती परीक्षा के मुख्यतः दो आयाम लिखित एवं मौखिक ( साक्षातकार ) यहां निर्धारित है। लिखित में बनी मेरिट लिस्ट के आधार पर आवश्यक पदो के अनुपात में साक्षातकार में बुलाये जाने की प्रक्रिया रही है। साक्षात्कार प्रक्रिया पर जब उंगलियां उठने लगी तो मेरिट लिस्ट में आने में  को ही अंतिम रूप मानकर नियुक्ति देने की भी व्यवस्था शुरू कर दी गई है। कुछ दांव पेंच खेल लिखित में भी मेरिअ में आने की कोशिश करते रहे है पर साक्षात्कार की तरह आसान नही होता। आयोग का स्वरूप पूरे राज्य में एक जैसा है जहां लिखित परीक्षा में राजनीतिक पहल का वर्चस्व काम करना संव नहीं है पर जिला परिषद स्तर पर राजनीतिक पहल का परिवेश आसानी से उजागर हो सकता है जिससे परीक्षा में निष्पक्षता के प्रति अविश्वास उभरना स्वाभाविक है। यहीं कारण हे कि आयोग के बजाय जिला परिषद से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती कराने की प्रक्रिया का विरोध हो रहा है। सरकार जब सभी तरह की परीक्षा आयोग के माध्यम से ही करा रही है तो इस परीक्षा को भी आयोग द्वारा ही कराये जाने की व्यवस्था अमल में लानी चाहिए जिससे परीक्षा प्रक्रिया में विश्वसनीयता बनी रह सके। इस तरह की नई प्रक्रिया नहीं लानी चाहिए जिससे युवा वर्ग में असंतोष उभर सके।

डॉ. भरत मिश्र प्राची
- स्वतंत्र पत्रकार, डी – 9 , सेक्टर – 3ए ,खेतड़ी नगर – 333504 राजस्थान.
Email:-prachi120753@gmail.com
 Article Published in pravasiduniya.com

RTET Rajasthan Highcourt :Why Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment at District Level



 थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला स्तर पर क्यों ?


(RTET Rajasthan Highcourt :Why Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment at District Level )


जयपुर. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2012 राज्य स्तर पर कराने की बजाय जिला स्तर पर करवाए जाने के मामले में हाईकोर्ट ने महाधिवक्ता से जवाब मांगा है। न्यायाधीश एन.के.जैन व मीना वी. गोम्बर की खंडपीठ ने यह अंतरिम आदेश दीपेंद्र कुमार शर्मा व 61 अन्य की याचिका पर दिया। याचिका में तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 89 व 274 (1) के तहत जिला स्तर पर करवाने को संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन बताया।

याचिका में कहा कि जिला स्तर पर परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने पर भी अभ्यर्थी की नियुक्ति नहीं हो सकेगी, जबकि दूसरे जिले में कम अंक प्राप्त अभ्यर्थी नियुक्ति ले सकेगा। किसी जिले में कम पद हैं तो किसी में बहुत ज्यादा। झुंझुनूं में 20 पद हैं तो बाड़मेर व जैसलमेर में दो दो हजार से ज्यादा। परीक्षा जिलेवार कराने से मेरिट लिस्ट प्रभावित होगी। पंचायतीराज नियम 275 में जिले वार नियुक्ति के बाद भी राज्य सरकार को यह शक्ति है कि वह दूसरे जिले की मेरिट सूची के आधार पर नियुक्ति प्राप्त नहीं कर सके अभ्यर्थियों को किसी अन्य जिले में नियुक्त कर सकती है बशर्ते कि वहां पद खाली हों। याचिका में भर्ती परीक्षा राज्य स्तर पर कराने की गुहार की


News : Bhaskar (11.4.12)

RTET Rajasthan : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर मंत्री-विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ!


RTET Rajasthan : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर मंत्री-विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ!




जयपुर.तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ उसके ही मंत्री और कांग्रेस विधायकों ने भी मोर्चा खोल दिया है। विपक्षी सदस्यों ने भी भाजपा विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी की अगुवाई में इस मांग को उठाया। सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को विधानसभा में अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया। 

चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा, आयोजना (श्रमशक्ति) राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने भी सदन में खड़े होकर शिक्षक भर्ती की परीक्षा आरपीएससी के मार्फत कराने तथा एक ही मेरिट बनाने की मांग कर दी। राजेंद्र गुढ़ा ने तो यहां तक कह दिया कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो क्षेत्र के किसी विधायक के फिर से जीतकर आने की संभावना नहीं रहेगी। 

प्रश्नकाल की समाप्ति से ठीक पहले और शून्यकाल की शुरुआत में हुए इस मुद्दे पर हंगामे में सदन के सदस्य दलगत व्यवस्था से अलग हटकर क्षेत्र के अनुसार बंटे नजर आए। कांग्रेस के प्रकाश चौधरी, शालेह मोहम्मद, भाजपा के बाबूसिंह राठौड़ और पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने जिला परिषदों से ही परीक्षा कराने पर जोर दिया।

भाजपा विधायकों ने आसन के सामने दिया धरना

शून्यकाल में घनश्याम तिवाड़ी के शिक्षक भर्ती की परीक्षा आरपीएससी से ही कराने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिला परिषदों से भर्ती कराने पर भ्रष्टाचार की आशंका रहेगी। तिवाड़ी ने अपनी बात पूरी करने पर मंत्री से जवाब देने की मांग की। इस पर खंडेला विधायक बंशीधर खंडेला सबसे पहले वेल में पहुंचे। 

उनके साथ आए वासुदेव देवनानी और फूलचंद भिंडा आसन के सामने धरने पर बैठ गए। उनके बाद वासुदेव देवनानी, फूलचंद भिंडा, सुंदरलाल, कालीचरण सराफ सहित कई विधायक वेल में आ गए और मंत्री से घोषणा कराने की मांग करने लगे। सादुलपुर विधायक कमला कस्वां, रतनगढ़ विधायक राजकुमार रिणवां, पिलानी विधायक सुंदरलाल ने भी इन विधायकों का समर्थन किया। 

धारीवाल ने रोकने का प्रयास किया

प्रश्नकाल समाप्ति से ठीक पहले विधायक श्रवण कुमार ने अपना इस्तीफा लहराया, पढ़ा और अध्यक्ष को सौंप दिया। जब वे इस्तीफा सौंपने के लिए विधानसभा अध्यक्ष की ओर बढ़ रहे थे तो स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं रुके।

शिक्षा पर न हो राजनीति

इस्तीफे के बाद विधायक श्रवण कुमार ने सदन के बाहर बातचीत में कहा कि शिक्षा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कई विधायक व मंत्री भर्ती आरपीएससी से करवाना चाहते हैं। इन विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे।

यदि उन्होंने मांग नहीं मानी तो दिल्ली तक जाएंगे। लोगों ने बच्चों को बीएड व टेट कराया है। यदि वे भर्ती से वंचित रहते हैं और कानून में खामी है तो विधायकों को उसे ठीक करना चाहिए। 


अब क्या होगा इस्तीफे का

विधायक को अपना इस्तीफा अध्यक्ष को देना होता है। यह अध्यक्ष का विवेकाधिकार होता है कि वे इस्तीफा स्वीकार करते हैं या नहीं। श्रवण कुमार के इस्तीफे पर अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि वे इसका परीक्षण करवाएंगे, इसके बाद कोई फैसला करेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने लौटाए सेलफोन

विधानसभा अध्यक्ष ने मंगलवार शाम सभी 41 विधायकों के सेल फोन वापस करने की व्यवस्था दे दी। ये सेलफोन सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी बनाने के विरोध में एक निर्दलीय और 40 भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष की टेबल पर रखे थे। अध्यक्ष ने इन्हें सदन की प्रोपर्टी बताकर जब्त कर लिया था।मंगलवार को कई विधायकों ने अध्यक्ष से सेल फोन लौटाने का आग्रह किया था। इसके बाद अध्यक्ष ने सेलफोन लौटाने की व्यवस्था दी।

News : Bhaskar (11.4.12)

RTET Rajasthan : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी


RTET  Rajasthan :  तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी


जोधपुर। पंचायती राज विभाग की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गई। राज्य में 11 लाख 93 हजार 982 युवाओं ने आवेदन कर शिक्षक बनने की चाहत दिखाई है। जोधपुर जिले में 48,056 ऑनलाइन आवेदन भरे गए।

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में जयपुर जिला सबसे आगे रहा। यहां 2 लाख 31 ऑनलाइन आवेदन भरे गए। शिक्षक भर्ती के लिए राज्य में सबसे कम आवेदन जैसलमेर जिले से मात्र 2 हजार 924 भरे गए। 

जोधपुर जिले से शिक्षक भर्ती के लिए 48 हजार 56 आवेदन किए गए हैं। इनमें जोधपुर जिले में शिक्षक बनने के लिए 18 हजार 884 युवाओं ने आवेदन कर इच्छा जताई है। वहीं जोधपुर जिले से अन्य जिलों के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 29 हजार 172 रही। यानि जिले में रहने वाले युवाओं में जोधपुर के बजाय अन्य जिलों में शिक्षक की नौकरी करने की चाहत ज्यादा है।

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ई-मित्र कियोस्क एवं नागरिक सेवा केन्द्रों के साथ ही आवेदकों के लिए इंटरनेट से सीधे ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा भी राज्य सरकार की ओर से प्रदान की गई थी। राज्य में इंटरनेट से सीधे आवेदन करने एवं ऑनलाइन फीस जमा कराने वालों की संख्या 43 हजार 775 रही। हालांकि इंटरनेट से सीधे किए गए आवेदन भी राज्य में प्राप्त 11.93 लाख आवेदनों में शामिल हैं।

RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitment Matter Heated Parliament



विस में गूंजा शिक्षक भर्ती का मामला


(RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitment Matter Heated Parliament )


मांग:- मारवाड़ क्षेत्र के विधायकों ने जिला परिषदों के जरिए ही भर्ती होने की मांग की तो शेखावाटी और जयपुर क्षेत्र के विधायकों ने आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग की।

जिला परिषदों से शिक्षक भर्ती कराने का मामला मंगलवार को विधानसभा में गूंजा।
 इसके चलते विधानसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायकों ने भारी हंगामा किया। कांग्रेस और भाजपा के विधायक दलगत सीमाओं को भूलकर इस मुद्दे पर क्षेत्र के हिसाब से धड़ों में बंट गए 

मारवाड़ क्षेत्र के विधायकों ने जिला परिषदों के जरिए ही भर्ती होने की मांग की तो शेखावाटी और जयपुर क्षेत्र के विधायकों ने आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग की।

शून्यकाल में भाजपा के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने स्थगन के जरिए जिला परिषदों के बजाए राजस्थान लोक सेवा आयोग के जरिए शिक्षकों की भर्ती कराने का मामला उठाया। तिवाड़ी समेत शेखावाटी क्षेत्र के कई विधायकों ने शिक्षा मंत्री से जवाब देने की मांग की। मंत्री के जवाब नहीं देने पर भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। इस हंगामे के बीच ही विधायक क्षेत्र के आधार पर बंटे नजर आए।

राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि शिक्षक भर्ती आरपीएससी से नहीं हुई तो झूंझुनू जिले में एक भी एमएलए नहीं जीत पाएगा। यह गंभीर मामला है। इसी बीच मारवाड़ और मेवाड़ क्षेत्र के भाजपा विधायक बाबू सिंह राठौड़, पुष्पेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक शालेह मोहम्मद और प्रकाश चौधरी ने जिला परिषदों के जरिए भर्ती कराने की मांग दोहराई। इस मामले मं कई विधायक जोर जोर से बोलने लगे। इससे सदन में करीब आधे घंटे तक हंगामा होता रहा।


News : Bhaskar (11.4.12)
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I felt :
As matter happens in UP : Noida, Lucknow , Kanpur, Agra etc. have less number vacancies but population density is high, And lakhimpur , sitapur, gonda etc. having high number of vacancies but population density is low.


Similarily in Rajasthan some place having high number of vacancies but low density of people (people having this area wants selection through Jila Parishad ) ,
And places where high density of population (like Jaipur etc. ) prefer selection through RPSC.


People felt Jila Parishad recruitment prefers local selection and not fair. While RPSC selection is fair (one exam foe whole State) and better for good candidates as single state merit can be a possible.

Monday, April 9, 2012

RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment, Candidates filled 20-30 Forms



थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: एक-एक अभ्यर्थी ने भरे 20 - 30 फॉर्म!


(RTET Rajasthan : Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment, Candidates filled 20-30 Forms )

जयपुर.जिलास्तर पर थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का निर्णय बीएड और बीएसटीसी डिग्रीधारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया। इस निर्णय से बेरोजगार लुट रहे हैं और सरकार को आमदनी हो रही है। इसका कारण है टेट उत्तीर्ण एक-एक अभ्यर्थी 20 से अधिक फॉर्म भर रहा है। कई ने तो 30 फॉर्म तक भर दिए। ज्यादा संख्या में भरे जा रहे फॉर्मो के कारण अंतिम दिन रविवार को पंचायतीराज विभाग की वेबसाइट ही हैंग हो गई। इस कारण हजारों अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सके। 


राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) की योग्यता पाने वाले करीब 2.60 लाख अभ्यर्थी हैं, लेकिन शिक्षक भर्ती के फॉर्मो का आंकड़ा 8 लाख के पार जाने की संभावना है
 टेट योग्यता वालों के मुकाबले अधिक फॉर्म भरे जाने से सरकार को कमाई हो रही है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को 250 रु. परीक्षा शुल्क व अन्य खर्चो को मिलाकर करीब 325 रु. तक एक फॉर्म पर खर्च करने पड़े हैं। अभ्यर्थी केवल एक जगह से ही परीक्षा दे सकेगा। परीक्षा 13 मई को होनी है। 

राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानियां का कहना है कि पटवारी भर्ती में गड़बड़ी होने के बाद सरकार को थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती आरपीएससी से करानी चाहिए थी। अभ्यर्थी चयन को लेकर आश्वस्त नहीं होने से ज्यादा जिलों से फॉर्म भरने को मजबूर हैं। 

राजस्थान प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष दीपेंद्र शर्मा का कहना है कि जिला परिषद के माध्यम से भर्ती का शुरू से विरोध किया है। अब अभ्यर्थी लुट रहे हैं। अभ्यर्थी जानता है कि वह एक जिले से परीक्षा में बैठ सकता है। इसके बावजूद 25-30 फॉर्म भर रहा है। आरपीएससी से भर्ती होती और राज्यस्तरीय मेरिट बनती तो उन्हें लुटने से बचाया जा सकता था।

राज्य स्तर पर मेरिट तैयार होने की संभावना

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को लेकर विवाद के बाद इसकी राज्य स्तर पर मेरिट बनने की संभावना है। सभी जिलों का समान प्रश्न-पत्र भी बनवाया जा सकता है। इस संबंध में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री स्तर पर हो सकता है। शिक्षक भर्ती आरपीएससी से पूर्व की तरह कराने को लेकर भी कई विधायक सरकार से नाराज हैं

News : Bhaskar (9.4.12)

Sunday, April 8, 2012

CTET / RTET : भर्ती में पात्रता का रखें ध्यान


CTET / RTET : भर्ती में पात्रता का रखें ध्यान

अजमेर। सीबीएसई ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों को पहली से आठवीं कक्षा तक शिक्षकों की भर्ती में पात्रता का ध्यान रखने को कहा है। अध्यक्ष ने सभी स्कूल प्रबंधनों को पत्र भेजा है। देश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 लागू हो चुका है। इसलिए स्कूल प्रबंधनों को पहली से आठवीं कक्षा तक शिक्षकों की भर्ती में शैक्षिक योग्यता और पात्रता पर ध्यान देना होगा।
अध्यक्ष विनीत जोशी ने पत्र में बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के वर्ग-2, बिंदु संख्या (एन) में शिक्षकों की पात्रता का जिक्र है। इसके अन्तर्गत शिक्षकों को केंद्रीय अथवा राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी होगा। सीबीएसई से सम्बद्ध सभी स्कूलों में यह पात्रता लागू होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय भी इस संबंध में निर्देश जारी कर चुका है।

News : rajasthanpatrika.com (8.4.12)




Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment / RTET : General Knowledge - तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए उपयोगी


Rajasthan Grade 3rd Teacher Recruitment / RTET : General Knowledge - तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए उपयोगी

1. राजस्थान में सर्वाधिक ग्रामीण साक्षरता वाला जिला है।

- झुंझुनूं (७२.७२ प्रतिशत)

2. राजस्थान का पहला पूर्ण साक्षरता वाला जिला है।

- अजमेर

3. सर्वाधिक नगरीय साक्षरता दर वाला जिला है।

- उदयपुर(७२.७२ प्रतिशत)

4. राजस्थान का पहला संपूर्ण साक्षरता वाला आदिवासी जिला है।

- डूंगरपुर

5. न्यूनतम ग्रामीण साक्षरता वाला जिला है।

- बांसवाड़ा

6. चीन के राष्ट्रपति कौन है।

- हू जिंताओ

7. भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान कौन है।

- रिरूरानी

8. भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।

- गुडग़ांव

9. नरेगा योजना का प्रारूप किस अर्थशास्त्री ने तैयार किया।

- ज्यां द्रेज

10. राजस्थान में पंचायती राज प्रशिक्षण के प्रथम केंद्र का शुभारंभ कहां हुआ।

- सरदारशहर

11. राज्य की पहली किसान कम्पनी गठित की गई।

- झालावाड़

12. जिंदोली घाटी किस जिले में स्थित है।

- अलवर

13. राजस्थान की सबसे बड़ी दुग्ध डेयरी कहां स्थित है।

- रानीवाड़ा (जालोर)

14. ब्रह्मस्फुट सिद्धांत नामक ज्योतिष ग्रथ की रचना किसने की।

-ब्रह्मगुप्त

15. लूनी नदी का जल गिरता है।

- कच्छ की खाड़ी में

16. जब व्यक्ति ही आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होती है और उसमें बाधा उत्पन्न हो जाती है तो उसे कहते हैं-

- भग्नाशा या कुंठा

17. जनसंख्या शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि-

-भारतवर्ष जनसंया विस्फोट की स्थिति से गुजर रहा है।

18. व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाला घटक नहीं है-

- आर्थिक वातावरण

19. किस अवस्था में मित्रों की संया अधिक होती है?

- किशोरावस्था

20. ज्ञान और अभिवृत्ति की प्राप्ति ही अधिगम है। यह परिभाषा दी है-

- क्रो एवं क्रो




RTET : वेबसाइट हैंग, शिक्षक भर्ती का फॉर्म नहीं भर सके अभ्यर्थी

RTETवेबसाइट हैंग, शिक्षक भर्ती का फॉर्म नहीं भर सके अभ्यर्थी


जयपुर.पंचायतीराज विभाग की वेबसाइट हैंग होने से शनिवार को अभ्यर्थी थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पाए। अंतिम तिथि 8 अप्रैल रविवार को होने से शनिवार को ई मित्र पर भीड़ रही। अभ्यर्थियों के न तो टोकन कट पा रहे हैं और न ही वे फॉर्म भर पाए।


गांधीपथ निवासी जगदीश गुप्ता और रतनपुरा निवासी रामनारायण स्वामी ने बताया कि उनको टोकन कटाए तीन दिन हो गए, लेकिन वेबसाइट हैंग होने से वे अब तक फॉर्म नहीं भर पाए। अब अगर रविवार को भी यही स्थिति रहेगी तो वे परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। ऐसे में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती की अंतिम तिथि बढ़ाकर 15 अप्रैल की जानी चाहिए।


News : Bhaskar

RTET Rajasthan : Teachers Recruitment , Server Down , Candidates are unable to apply for Grade 3rd Teacher


शिक्षक भर्ती: सर्वर डाउन, नहीं कर पा रहे हैं अभ्यर्थी आवेदन
(RTET Rajasthan : Teachers Recruitment , Server Down , Candidates are unable to apply for Grade 3rd Teacher )


पंचायतीराज विभाग के मंत्री और अफसरों से प्रदेशभर के अभ्यर्थी कर रहे हैं संपर्क

जयपुर। शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन के अंतिम दिन रविवार को सवेरे से ही प्रदेशभर में हजारों अभ्यर्थी परेशान हो रहे हैं। साइट पर लोड बढऩे और सर्वर डाउन होने के कारण ये अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। पंचायतीराज विभाग के मंत्री और अफसरों से प्रदेशभर से अभ्यर्थी द्वारा संपर्ककरने की लगातार कोशिश हो रही है, लेकिन तिथि बढ़ाने को लेकर अब तक विभाग किसी प्रकार का फैसला नहीं कर पाया है
पिछले दो दिनों से सर्वर डाउन होने की परेशानी रविवार सवेरे से ज्यादा गंभीर हो गई है। जयपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, दौसा, सीकर, अजमेर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में आवेदकों की साइबर कैफे के बाहर सवेरे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई है, लेकिन आवेदकों को निराश होना पड़ रहा है।

जैसे-जैसे वक्त गुजर रहा है, उनकी परेशानी बढ़ रही है। रविवार होने के कारण पंचायतीराज विभाग के सचिवालय स्थित कार्यालय पर भी कोई फोन रिसीव करने वाला नहीं है। अभ्यार्थियों का कहना है कि यदि वे आवेदन से वंचित रह गए तो बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाया जाना चाहिए। इस बीच प्रदेश के विभिन्न भागों से जनप्रतिनिधियों का भी इस मामले को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है।


News : Bhaskar (8.4.12)