Tuesday, September 23, 2014

CTET 2014 answer key to be released

CTET 2014 answer key to be released



 

 September 22, 2014 
Central Board of Secondary Education (CBSE) which conducted Central Teacher Eligibility Test (CTET) on 21st September 2014 at various centres across the country is expected to release the answer key in its official website soon.

Candidates who appeared for CTET 2014 may download the answer key soon after the release in the following official website at http://ctet.nic.in

To download the CTET 2014 answer key, candidates may follow the below steps:

Log on to the official website at http://ctet.nic.in

Find a way to answer key section.

Click the link titled as CTET 2014 answer key.

Answer key for the mentioned CTET 2014 will appear on the screen.

Candidates may take a printout of the published answer key.

CBSE earlier announced a recruitment notification for Teacher posts through online mode in the month of July/August. Eligible candidates were invited to apply for the mentioned posts and applications were accepted till 4th August 2014. CBSE has announced to upload CTET answer key 2014 in its official website within a short period.

Eligibility criteria for appearing in CTET for Classes I-V

Candidates should have Senior Secondary pass certificate with minimum 50% marks or should have 2- year Diploma in Elementary Education.

OR

Candidates should have Senior Secondary pass certificate with at least 50% marks or should have4- year Bachelor of Elementary Education (B.El.Ed).

Eligibility criteria for appearing in CTET for Classes VI-VIII

Candidates should have a graduation degree or 2-year Diploma in Elementary Education.

Candidates with minimum 50% marks in graduation or 1-year Bachelor in Education (B.Ed) may also apply.

Candidates with minimum 50% marks in Senior Secondary or 4- year Bachelor in Elementary Education (B.El.Ed) may also apply.

Based on the written exam held on 21st September 2014, answer key will be released on the official website. Candidates may check the answer key and make a rough judgement of their results. Discrepancies regarding the published answer key should be immediately notified before the stipulated date which will be announced along with the answer key. Late notification will not be accepted.

For more details candidates may visit the official website at http://ctet.nic.in

Wednesday, September 17, 2014

Computer Teacher, UP Teacher Recruitmentराजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा के लिए

Computer Teacher, UP Teacher Recruitmentराजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा के लिए
शासन ने निदेशालय से मांगा प्रस्ताव
6000 कंप्यूटर शिक्षक होंगे भर्ती


Computer Teacher, UP Teacher Recruitment,
लखनऊ। राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए 6000 स्थायी शिक्षकों की भर्तियां की जाएंगी। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा मनोज कुमार सिंह ने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा से प्रस्ताव मांगा है। निदेशक से प्रस्ताव मिलने के बाद कंप्यूटर शिक्षक का स्थायी पद सृजित कराने के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद कंप्यूटर शिक्षा को विषय का दर्जा दे चुका है। लेकिन राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर के स्थायी शिक्षक नहीं है।
केंद्र सरकार के सहयोग से इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) योजना शुरू की गई है। योजना का पहला चरण समाप्त हो चुका है। दूसरा चरण भी 2016 में समाप्त हो जाएगा। जैसे ही योजना समाप्त होगी इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षक नहीं बचेंगे।
इसके चलते राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा को विषय के रूप में लेने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में बाधा आ जाएगी। इसलिए राज्य सरकार चाहती है कि राजकीय व सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों के लिए स्थायी कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्तियां कर ली जाए। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा कहते हैं कि कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती के लिए निदेशक से प्रस्ताव मांगा गया है। पूछा गया है कि शिक्षकों की भर्ती की योग्यता क्या होगी और कितने साल का अनुभव होना अनिवार्य होगा। प्रमुख सचिव का यह भी कहना है कि प्रस्ताव आने के बाद यह निर्णय किया जाएगा कि संविदा पर कार्यरत रहने वाले शिक्षकों को चयन प्रक्रिया में वरीयता दी जाए या नहीं।
दो हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्तियां
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत खुलने वाले राजकीय स्कूलों में संविदा के आधार पर 2000 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्तियां कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से की जाएंगी। अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही चयन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। प्रत्येक स्कूल के लिए दो-दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लिया जाएगा। संस्था को प्रति कर्मचारी के एवज में करीब 8500 रुपये दिए जाएंगे।
गणित-विज्ञान शिक्षकों की चौथी काउंसलिंग आज से
लखनऊ (ब्यूरो)। उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित-विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए चौथी काउंसलिंग बृहस्पतिवार और शुक्रवार को होगी। पहले दिन विज्ञान व दूसरे दिन गणित शिक्षक पद की काउंसलिंग की जाएगी। अभ्यर्थियों को निर्धारित समय पर डायटों पर पहुंचना होगा। जानकारों के मुताबिक करीब 10,800 शिक्षकों के पद खाली हैं। इसके लिए 15 गुना अभ्यर्थियों को बुलाए जाएंगे। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन का प्रिंट आउट, बैंक में जमा ई-चालान की रसीद, सभी शैक्षिक मूल प्रमाण पत्र, जाति, निवास, विशेष आरक्षण संबंधित प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, दो टिकट लगे लिफाफे तथा 10 रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र साथ लेकर जाना होगा।

लखनऊ (ब्यूरो)। फैजाबाद, देवीपाटन, गोरखपुर और बस्ती मंडल के इंटर कॉलेजों के बर्खास्त किए गए 189 संस्कृत शिक्षकों व प्रधानाचार्यों को बहाल कर नियुक्ति अवधि से एरियर देने का निर्णय किया गया है। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है


 इंटर कॉलेजों के बर्खास्त संस्कृत शिक्षक बहाल
जब इन संस्कृत शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की नियुक्तियां हुई थी, तब प्रदेश में बसपा सरकार थी। सत्ता बदलने के साथ ही बासुदेव यादव को माध्यमिक शिक्षा का निदेशक बनाया गया। उन्होंने संस्कृत विद्यालयों में प्रधानाचार्य और अध्यापकों में नियुक्ति में धांधली का अंदेशा जताते हुए आजमगढ़ मंडल की खुद जांच कर 25 जून 2012 को वहां की सभी नियुक्तियां निरस्त कर दीं। इसके बाद अपर निदेशक से बाकी चार मंडलों की जांच कराते हुए 18 सितंबर 2012 को फैजाबाद व देवीपाटन तथा 29 मई 2013 को गोरखपुर और बस्ती मंडल में हुई नियुक्तियों को निरस्त कर दिया। आजमगढ़ के शिक्षकों ने पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षकों के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद 16 दिसंबर 2013 को आजमगढ़ के शिक्षकों को सेवा में ले लिया गया। इसी तरह इन चार मंडलों के शिक्षकों को भी अब सेवा में लेने का शासनादेश प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा ने जारी किया है

News Sabhar :Amar Ujala (18.9.14)

राजस्थान में 23 हजार पदों पर भर्ती की तैयारियां शुरू

राजस्थान में 23 हजार पदों पर भर्ती की तैयारियां शुरू
Wed, 17 Sep 2014 11:43:59
उदयपुर। प्रदेश में जल्द हजारों पदों पर भर्ती होगी। उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और सिरोही जिलों के जनजाति उपयोजना क्षेत्र (टीएसपी) में कई सरकारी विभागों के रिक्त लगभग साढ़े 23 हजार पदों पर भर्ती की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

राज्य सरकार के वित्त विभाग ने इन पदों में 1 अप्रैल 2010 में पहले के रिक्त 10 हजार 289 पदों पर भर्ती की मंजूरी मंगलवार को जारी कर दी है।

जबकि वर्ष 2010 के बाद के रिक्त पदों की भर्तियों के लिए कार्मिक और वित्त विभाग की मंजूरी नहीं लेने की सरकार से मिली छूट के तहत 2010 के बाद के रिक्त पदों पर भी भर्ती के लिए जनजाति क्षेत्रीय आयुक्त विकास विभाग ने सभी संबंधित विभागों को पत्र लिखने शुरू कर दिए हैं।

संभागीय आयुक्त एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग आयुक्त वैभव गालरिया ने बताया कि टीएसपी के लिए राजस्थान शिड्यूल्ड एरियाज सब-ओर्डिनेट, मिनिस्ट्रियल एवं फोर्थ क्लास सर्विसेज (रिक्रूटमेंट एण्ड अद सर्विस कंडीशनल) रूल्स 2014 मार्च में मनाए गए थे।

नई भर्तियों में यह सेवा नियम लागू होगा और इसमे आंरक्षण का रोस्टर भी टीएसपी वाला ही लागू होगा। इन भर्तियों में 45 प्रतिशत अजजा, 5 प्रतिशत अजा और 50 प्रतिशत आरक्षण टीएसपी के स्थानीय साममान्य वर्ग सहित अन्य वर्गे के निवाससियों के लिए लागू होगा। यानि यह संपूर्ण भर्तियां टीएसपी के निवासियों से ही की जाएंगी।

इच्छुक कार्मिकों से मांगे थे आवेदन
सरकार आपके द्वार में टीएसपी के 72 हजार पदों में लगभग साढ़े 23 हजार रिक्त पदों में से 1 अप्रैल 2010 के बाद के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए कार्मिक और वित्त विभाग से मंजूरी नहीं लेने की छूट दे दी थी।

जबकि 1 अप्रैल 2010 से पहले के रिक्त पदों के लिए मंजूरी लेने की अनिवार्यता रखी थी। भर्तियों के लिए ही ही संबंधित विभागाध्यक्षों से टभ्एसपी से बाहर जाने और टीएसपी में आकर सेवाएं देने वाले इच्छुक कार्मिकों से आवेदन मांगे गए थे।

इन 12 विभागों में पहले भर्ती
राजस्व, पंचायतीरा एवं ग्रामीण विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पशुपालन, महिला एवं बाल विका, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, एवीवीएनएल, जनजाति, क्षेत्रीय विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, जलदाय और शिक्षा (प्रारंभिक और माध्यमिक)

इन पदों का मामला
फर्स्ट, सेकण्ड, थर्ड ग्रेड टीचर, नर्स, पटवारी, ग्रामसेवक, आंगनवाड़ी पर्यवेक्षक पीएचईडी व एवीवीएनएल के जेईएन, एईएन, चतुर्थ क्षेणी कर्मचारी आदि।

Friday, September 12, 2014

RTET तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी करवाने की मांग

RTET तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी करवाने की मांग






 RTET, Grade 3rd Teacher Recruitment Rajasthan,
तृतीयश्रेणी शिक्षकों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग की।

तृतीय श्रेणी शिक्षक हरूराम ने बताया कि पंचायत राज विभाग द्वारा वर्ष 11 अक्टूबर 2013 को जिला परिषदों के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक के बीस हजार पदों के लिए परीक्षा आयोजित करवाई थी। लेकिन 11 माह के अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया। जिसके चलते हजारों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा परिणाम जारी नहीं होने के कारण 11 माह से शारीरिक मानसिक आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। राज्य सरकार तरफ से अभी तक परीक्षा परिणाम जारी करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने जिला परिषद जैसलमेर के माध्यम से 424 पदों के लिए 11 अक्टूबर 2013 को परीक्षा का आयोजन किया गया था। राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन टेट को लेकर एसएलपी वापस लेने का निर्णय लिया था। लेकिन अभी तक एसएलपी वापस नहीं ली गई। उन्होंने उपखंड अधिकारी से सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन टेट के मामले का निस्तारण कर जल्द से जल्द परिणाम जारी करवाने की मांग की। ज्ञापन में बनफूल वानर, कैलाश कुमार, स्वरूपाराम, राजेन्द्र, रामचन्द्र, लक्ष्मीनारायण सहित कई शिक्षकों ने हस्ताक्षर किए
News Sabhaar : Bhaskar News Network | Sep 12, 2014, 03:40AM IST
भास्कर न्यूज | पोकरण (आंचलिक)

Saturday, September 6, 2014

RAJASTHAN TEACHER ELIGIBILITY TEST PAPER - 2011

Latest Updated Exam / Guess / Model Solved Papers - Answer Keys - http://syllabus123.blogspot.com/

राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011
RAJASTHAN TEACHER ELIGIBILITY TEST PAPER - 2011 
Sandipani भवन, माध्यमिक शिक्षा कालोनी के बोर्ड,
सिविल लाइंस, अजमेर 305,001 (राज)

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE), अजमेर 31 जुलाई, 2011 को राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (RTET 2011) का आयोजन किया.


आरटेट -2011 परीक्षा
(31/07/2011 को आयोजित)
(स्मृति पर आधारित प्रश्न)

निम्नलिखित प्रश्न उक्त परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की स्मृति के आधार पर तैयार कर उनके संभावित उत्तर के साथ इसलिए दिए गए हैं, ताकि अन्य परीक्षार्थियों को मार्गदर्शन मिल सके. यहां सभी प्रश्न पत्रों के प्रश्न मिश्रित हैं. उत्तर प्रश्नों के ठीक सामने हैं और अगर उनमें कोई त्रुटि या विरोधाभास आपको नजर आता है, तो कृपया पोस्टेड के माध्यम से अवगत कराएं, जिससे उनमें सुधार किया जा सके. अगर आप इस परीक्षा में बैठे हैं तो कृपया इस पोस्ट के निचे टिप्पणियाँ दे कर पोस्टेड के माध्यम से अन्य प्रश्नों की जानकारी दें.

  1. राष्ट्रीय -2005 पाठ्यचर्या के अनुसार एक शिक्षक के एक सप्ताह के शिक्षण घंटे - 40
  2. जम्भोजी का जन्म स्थान - पीपासर
  3. गोगामेड़ी का मेला कहां भरता है - हनुमानगढ़
  4. अग्निकुण्ड के प्रमाण कहां मिले हड़प्पा संस्कृति
  5. तेंदुलकर ने छह छक्के लगाए. इसमें उद्देश्य है - तेंदुलकर
  6. दोनों पद किसमें प्रधान होते हैं - द्वन्द्व समास में
  7. किसमें द्वन्द्व समास है - नर - नारी
  8. अभिधा शब्द शक्ति में कौनसा अर्थ प्रकट होता है - वा 'यार्थ
  9. 1 कौनसी संख्या है - न भा 'य न अभा' य (उपरोक्त दोनों)
  10. जीन प्याजे ने विकास की अवस्थाओं के लिए किसका अध्ययन आवश्यक बताया - संज्ञानात्मक
  11. एक बालक अमूर्त से मूर्त विचार स्थिति में कब पहुंचता है - 7-12 वर्ष
  12. गुण संधि किसमें है - भारतेंदु
  13. संप्रदान कारक किसमें है - राजा ने निर्धनों को कंबल बांटे
  14. 'को और के लिए' का बोध किसमें होता है - संप्रदान कारक
  15. श्मश्रु का तद्भव शब्द क्या है - मूंछें
  16. टंगस्टन का संकेत है - डब्ल्यू
  17. कोशिका की ऊर्जा कहां संगृहीत रहती है - माइट्रोकॉंड्रिया
  18. डेंगू किस म 'छर के काटने से होता है - एडीज
  19. रतौंधी किसकी कमी से होता है - विटामिन ए
  20. दूर दृष्टि दोष वाले व्यक्ति को कौनसे लेंस की सलाह दी जाती है
  21. टाइगर स्टेट - मध्यप्रदेश (टाइगर स्टेट का दर्जा कर्नाटक के पास है, जो विकल्प प्रश्न सभी पत्र मौजूद नहीं है)
  22. कुत्ता मछली कहां पाई जाती है - समुद्र
  23. गणगौर कब मनाई जाती है - मास चैत्र की तृतीया
  24. लड़के और लड़की की विवाह की न्यूनतम क्या उम्र है - 21 वर्ष और 18 वर्ष
  25. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है - राष्ट्रपति
  26. सेना का सर्वोच्च सेनापति कौन होता है - राष्ट्रपति
  27. संविधान सभा की प्रथम बैठक कब हुई - दिसंबर, 1946
  28. संविधान कब लागू हुआ - 26 १९५० जनवरी
  29. 44 वें संशोधन के बाद कितने मौलिक अधिकार रह गए थे - 6
  30. संविधान संशोधन के बाद 51 क के अंतर्गत कितने मौलिक कर्तव्य हैं - 11
  31. राजस्थान से लोकसभा में कितने सदस्य चुने जाते हैं - 25
  32. राष्ट्रपति का निर्वाचन कौन करता है - लोकसभा, राज्यसभा व विधानसभा के निर्वाचित सदस्य
  33. राज्यसभा में राष्ट्रपति अधिकतम कितने सदस्यों की नियुक्ति कर सकता है - 12
  34. विजय स्तंभ किसने बनवाया - राणा कुम्भा
  35. झीलों की नगरी किसे कहते हैं - उदयपुर
  36. सर्वाधिक नलकूप किस राज्य में है
  37. कहां चीनी का उत्पादन नहीं होता
  38. एक लड़की कॉलेज से आते ही कोट जमीन पर फेंक देती है. उसकी मम्मी ने कहा कि इसे उठाकर खूंटी पर टांगो. आगे से वह लड़की ऐसा ही करने लगी. इसमें कौनसा अधिगम है -
  39. एडवोकेट का समानार्थक है - वकील
  40. ग्रामर की स्पेलिंग - व्याकरण
  41. ओबिडिएंट की स्पेलिंग - आज्ञाकारी
  42. ध्वन्यात्मक ट्रांसक्रिप्शन
  43. पेड़
  44. ये
  45. गद्यांश का शीर्षक - संगति
  46. केंद्रीय भाव - कुसंग का प्रभाव
  47. कुसंग का अर्थ है - बुरी संगति
  48. भाववाचक संज्ञा में समाहित है - गुण व दोष
  49. पवन में संधि है - पो + अन्
  50. वृक्षच्छाया - वृक्ष + छाया
  51. कौनसा शब्द घोष नहीं है - छ
  52. उद्देश्य व विधेय किसके अंग है - वाक्य के
  53. हिन्दी में कितने वचन होते हैं - दो
  54. कौनसा चिन्ह है - अर्ध विराम
  55. सरकारी अधिसूचना का प्रकाशन होता है - गैजेट
  56. सरकारी कार्यालयों में सभी की सूचनार्थ भेजा जाने वाला पत्र - अधिसूचना
  57. बेलन का आयतन व वक्राकार पृष्ठ का क्षेत्रफल
  58. परमाणु क्रमांक बराबर होता है - प्रोटॉन की संख्या के
  59. हीरो का है सूत्र - √ (सा) (एसबी) (सुप्रीम कोर्ट)
  60. शिक्षा की गुणवत्ता
  61. अभिवृत्ति से क्या तात्पर्य है -
  62. सबसे तेज गति होती है प्रकाश की
  63. सबसे पास - पास अणु होते हैं - ठोस
  64. एक लीटर पानी का ताप एक सेंटीग्रेट बढाने के लिए आवश्यक ऊष्मा -1000 कैलोरी
  65. सरल वाक्य क्या है - जिसमें एक कर्ता, एक कर्म और एक क्रिया हो
  66. किस समास में पहला पद संख्यावाचक होता है - द्विगु
  67. विपरीत का अर्थ क्या होता है - विलोम शब्द
  68. सिर फिरना का अर्थ है
  69. मेरे सामने शेर आने पर - मेरे होश उड़ गए
  70. कमल का पर्यायवाची नहीं है - मनसिज
  71. कौनसे शब्द सभी तत्सम शब्द हैं -
  72. अपना हाथ जगन्नाथ का अर्थ है - अपने हाथ से ही काम करने पर कल्याण होता है
  73. कौनसा ध्वनि में अलग है - खाद्य
  74. अलग ध्वनि है - रसायन विज्ञान
  75. अलग ध्वनि है - सिटी
  76. डिक्रीज इन साइज एंड अमाउंट
  77. सलीम चिश्ती की दरगाह - फतेहपुर सीकरी
  78. परतदार चट्टानें कौनसी होती हैं अवसादी चट्टानें
  79. वैश्विक तापमान किस गैस के कारण बढ़ता है - कार्बन डाईऑक्साइड
  80. कौनसा मंडल सबसे नीचे होता है - क्षोभ मंडल
  81. वर्षा जल को संचित करने का फायदा - भूजल स्तर ऊपर आता है
  82. किसी के कहे हुए शब्दों को दर्शाने के लिए किस चिन्ह का प्रयोग होता है - उद्धरण चिन्ह
अंग्रेजी में
  1. 40 - एक 2005 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या शिक्षक शिक्षण घंटे एक सप्ताह के अनुसार
  2. Jmbhoji जन्मस्थान - Peepasr
  3. कहाँ निष्पक्ष Gogamedi प्यूरी - हनुमानगढ़
  4. Agnikund के सबूत कहाँ पाया - हड़प्पा संस्कृति
  5. तेंडुलकर एक छक्का तोड़ी. उद्देश्य - तेंडुलकर
  6. कनेक्शन में झगड़ा - क्या गठबंधन प्रभुत्व है
  7. एक विवाद यौगिक क्या है - पुरुष - महिला
  8. Abhidha शब्द का अर्थ है जो सत्ता में प्रकट होता है - या "Yartha
  9. नंबर क्या है 1 या टी व्यक्ति (दो ऊपर) मान्य ए.बी.ए. नहीं है '
  10. Pyaje करने के लिए आवश्यक जीन के विकास के लिए शर्तों के किसका अध्ययन - संज्ञानात्मक
  11. 7-12 साल - जब एक लड़का सार ठोस विचारों में पहुँचता है
  12. संयुक्त संपत्ति क्या है - भारतेंदु
  13. संप्रदान कारक क्या है - गरीबों को राजा वितरित कंबल
  14. 'और' क्या धारणा है - संप्रदान कारक
  15. मूंछें - शब्द मूंछें Tdbv क्या है
  16. टंगस्टन का प्रतीक - डब्ल्यू
  17. सेल जहां ऊर्जा संग्रहीत है - Maitrocondria
  18. डेंगू जिसमें 'सीआर के काटने से है - एडीज
  19. कमी किसका है रतौंधी - विटामिन ए
  20. समुद्र - कहाँ एक कुत्ता मछली
  21. जब गणगौर मनाया जाता है - चैत्र माह तृतीया
  22. पुरुषों और महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु क्या है - 21 साल और 18 साल
  23. कौन सुप्रीम कोर्ट की नियुक्ति - राष्ट्रपति
  24. राष्ट्रपति - सेना के सुप्रीम कमांडर कौन है
  25. जब संविधान सभा की पहली बैठक किया - दिसम्बर, 1946
  26. 26 जनवरी, 1950 - जब संविधान लागू हुआ
  27. 6 - 44 संशोधन के बाद ऐसी कोई मौलिक अधिकार था
  28. संशोधन के तहत, 51 की एक ऐसी मौलिक कर्तव्य - 11
  29. कितने सदस्यों को राजस्थान से लोकसभा के लिए चुने हैं - 25
  30. कौन अध्यक्ष निर्वाचित - लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य निर्वाचित
  31. 12 - राष्ट्रपति राज्य सभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या में नियुक्त कर सकता है
  32. कौन जीत स्तंभ मिला - राणा आजाद पार्क
  33. उदयपुर - झीलों के शहर क्या है
  34. जो राज्य में अधिकांश कुओं
  35. कॉलेज से एक लड़की के फर्श पर कोट फेंकता है. कहा कि उसकी माँ एक खूंटी पैरों पर उठाया. लड़की के लिए यह कदम शुरू कर दिया. सीखना यह क्या है -
  36. अधिवक्ता की उपशब्द - वकील
  37. व्याकरण - व्याकरण की वर्तनी
  38. Obidiant वर्तनी - आज्ञाकारी
  39. ध्वन्यात्मक ट्रांसक्रिप्शन
  40. पेड़
  41. शीर्षक के इन पारित - स्थिरता
  42. मूल्य - Kusng के प्रभाव
  43. कंपनी Kusng मतलब है
  44. गुण और दोष - सार संज्ञा इसमें शामिल
  45. संधि में पवन - पो + अन्य
  46. Vrikshchchhaya - छाया पेड़?
  47. जी - क्या शब्द मत रोओ
  48. क्या हिस्सा वस्तु और विधेय - वाक्य
  49. कितने शब्दों के हिंदी में - दो
  50. जो एक संकेत है - अर्द्ध आग
  51. गैजेट्स - लोक अधिसूचना प्रकाशित हुआ है
  52. सरकारी कार्यालयों में सभी जानकारी के लिए भेजा पत्र - अधिसूचना
  53. सिलेंडर की मात्रा के क्षेत्र, घुमावदार पेज
  54. प्रकाश - सबसे तेज गति है
  55. ठोस - कंधे से कंधा मिलाकर अणु होते हैं
  56. पानी हीटिंग गर्मी की एक लीटर के लिए एक सी -1000 कैलोरी बढ़ाने की आवश्यकता
  57. क्या साधारण वाक्य है - कर्ता, कर्म और एक क्रिया बन
  58. यौगिक क्या पहली पोस्ट में अंक - Dvigu
  59. विपरीत क्या करता है - विलोम शब्द
  60. लाल सिर का मतलब है -
  61. जब मेरे सामने शेर - मैं था
  62. कमल के साथ पर्याय नहीं है - Mnsij
  63. क्या सभी इसी शब्द शब्द -
  64. जगन्नाथ अपने हाथ का अर्थ है - अपने हाथ कल्याण के लिए काम है
  65. ध्वनि में अलग क्या है - खाद्य
  66. विभिन्न ध्वनि - रसायन विज्ञान
  67. विभिन्न ध्वनि - सिटी
  68. Dikrij आकार और राशि
  69. सलीम चिश्ती की दरगाह - फतेहपुर सीकरी
  70. स्तरित चट्टानों क्या कर रहे हैं - तलछटी चट्टानों
  71. क्या गैस की वजह से वैश्विक बढ़ जाती
  72. वार्मिंग - कार्बन डाइऑक्साइड
  73. प्रणाली है जो नीचे है - troposphere
  74. संचित वर्षा जल का लाभ भूजल स्तर से ऊपर है
  75. क्या प्रतीक कहा जाता है को शब्दों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं - बोली के संकेत
नोट: सभी प्रश्न उम्मीदवारों की स्मृति के आधार पर कर रहे हैं

Friday, September 5, 2014

Teachers Day : PM Modi Speech to Children

टीचर्स डे: पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
 Teachers Day : PM Modi Speech to Children 
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मोदी सर की क्लास' से पहले क्या बोले बच्चे ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीचर्स डे के मौके पर आज देशभर के स्कूली बच्चों को संबोध‍ित किया. पीएम का यह भाषण करीब 18 लाख स्कूलों में लाइव दिखाया गया. देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने स्‍कूली बच्‍चों को संबोधित किया.
अपने भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि बच्चों के बीच भाषण सौभाग्य की बात है. श‍िक्षक के महत्व को समझे बिना बदलाव संभव नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि आख‍िर क्या वजह है कि अध‍िकतर लोग टीचर नहीं बनना चाहते?


इस अवसर पर लाखों विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि...

* स्कूलों में रोजगार परक शिक्षा के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?
हमारे पास डिग्री के साथ हुनर भी होना चाहिए। बच्चों को भी स्किल डेवलपमेंट का अवसर मिलना चाहिए। स्किल डेवलपमेंट किसी भी देश और व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है। जहां भी जिस तरह का काम है, वहां के युवकों को उसी तरह का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि उन्हें अपने गांव के निकट ही काम मिल जाएगा। ऐसा होगा तो रोजगार बढ़ेंगे और देश का आर्थिक विकास भी होगा। हम ने स्किल डेवलपमेंट के लिए अलग से मंत्रालय बनाया है।

* आपकी हमसे क्या अपेक्षाएं हैं और हम आपके लिए क्या कर सकते हैं?
मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में ऊर्जा संकट है। बच्चे बिजली बचाने का काम कर सकते हैं। क्लास खत्म होने के बाद हम ध्यान रखें कि बिजली बंद हुई है या नहीं। हम बंद करें। हम छोटी छोटी चीजें समझकर पानी और बिजली बचा सकते हैं। सब मिलकर हम थोड़ा थोड़ा करेंगे तो बूंद बूंद से सागर भर जाएगा।

* लड़कियों की शिक्षा के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?
हम चाहते हैं कि बालिकाओं के लिए निकटतम स्कूल मिले और उन्हें स्तरीय शिक्षा मिले। हम इसके लिए तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सकते हैं।

* काम का दबाव कैसे नियंत्रित करते हैं?
मोदी ने कहा कि राजनीति को प्रोफेशन नहीं मानना चाहिए। इसे एक सेवा के रूप में स्वीकार करना चाहिए। सेवा का भाव तब जगता है, तब अपनापन होता है। अपनापन नहीं होता तो सेवा का भाव नहीं जग सकता। 125 करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं। इनके लिए काम करते हुए मुझे कभी थकान महसूस नहीं होता। मुझे और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरणा मिलती है। अपनापन लंबे समय तक चलता है। पद तो आते जाते रहते हैं।

* मुख्‍यमंत्री रहते हुए आपने 'गुजरात पढ़ो' अभियान शुरू किया था, क्या राष्ट्रीय स्तर पर भी आपकी कोई योजना है?
इस सवाल पर मोदी ने कहा कि ऐसा कोई कार्यक्रम तो नहीं, लेकिन मैंने डिजिटल इंडिया का काम शुरू किया है। मैं चाहता लोग तकनीक और विज्ञान से जुड़ें। मैं डिजिटल इंडिया का सपना लेकर चल रहा हूं। हर भाषा में डिजिटल इंडिया का सपना पूरा होना चाहिए। व्यक्ति को पढ़ने की आदत होती चाहिए। मेरी अब किताब पढ़ने की आदत छूट गई है, अब मैं फाइलें पढ़ता हूं।

* पर्यावरण की रक्षा कैसे करें?
इस सवाल के जवाब में नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम बदल गए हैं, हमारी आदतें बदल गई हैं। हमने पूरे पर्यावरण का नुकसान किया है। हम बदल जाएं तो संतुलन तुरंत हो जाता है। मनुष्य को प्रकृति से प्रेम करना चाहिए। उससे संघर्ष नहीं करना चाहिए। हमारे शास्त्रों में तो पौधे को परमात्मा और नदी को माता कहा गया। जब से यह सब भूल गए हैं तो गंगा भी मैली हो गई है। हम पूरे ब्रह्मांड को अपना परिवार मानते हैं। हमें सिखाया जाता है कि हम सुबह उठते हैं पृथ्वी पर पांव रखते हैं तो हमें भारत के लिए उससे माफी मांगना सिखाया जाता है। हम प्रकृति के साथ जीना भूल गए हैं। हमें यह फिर से सीखना पड़ेगा।

* बच्चे देश की सेवा कैसे कर सकते हैं?
नरेन्द्र मोदी ने एक छात्रा के सवाल के जवाब में कहा कि अच्छे विद्यार्थी बनें। यह भी अपने आप में देश की सेवा ही है। बच्चे साफ सफाई का ध्यान रखें। बच्चे घर में बिजली बचाने का काम करें। यह भी बहुत बड़ी देश सेवा है। बिजली बचाकर आप पर्यावरण की रक्षा कर सकता है। देश सेवा के लिए बहुत चीजें करने की जरूरत नहीं, छोटी छोटी बातों से भी हम देश की सेवा कर सकते हैं।

* यदि आप शिक्षक होते तो आप कैसे बच्चे पसंद करते?
मोदी ने कहा कि शिक्षकों का काम होता है विद्यार्थी गुणों को समझें और विकसित करे। शिक्षक के लिए सभी बच्चे अपने होते हैं। उसे सबके साथ समान व्यवहार करना चाहिए। मैं भी यदि शिक्षक होता तो सबके साथ समान व्यवहार करता।

* हमारे इलाके में उच्च शिक्षण संस्थानों की कमी हैं। इसके लिए आप क्या प्रयास करेंगे। (छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से एक छात्रा का सवाल है)
छत्तीसगढ़ में रमणसिंहजी ने जो काम किए हैं, मुझे विश्वास है शिक्षाविदों का ध्यान इस ओर जाएगा। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यदि एक बालिका पढ़ती है तो दो परिवार पढ़ते हैं। मेरा भी इस बात पर जोर है कि बालिका शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। बेटियों के लिए अलग टॉयलेट नहीं होने के कारण लड़कियां जल्दी स्कूल छोड़ देती हैं। यदि इस पर पहले ध्यान दिया जाता तो स्थितियां कुछ और होतीं। मैं इस बात पर विशेष तौर पर ध्यान दे रहा हूं। लड़कियां स्कूल छोड़ें नहीं इस पर मेरा विशेष ध्यान है। शिक्षा को लेकर बालिका के मन में इस तरह का सवाल है तो यह बड़ी बात है। इस सवाल में देश को जगाने की ताकत है।

* क्या आपको स्कूल के दिनों की कुछ शरारतें याद हैं? (लेह की एक छात्रा का सवाल)
मोदी ने कहा कि कोई बालक ऐसा नहीं होता जो शरारत नहीं करता हो। मुझे इस बात की चिंता है कि बचपन बहुत जल्दी मर रहा है। बचपन में शरारतें होनी चाहिए। जीवन में विकास के लिए यह बहुत जरूरी है।

मोदी ने अपनी शरारत का उल्लेख करते हुए कहा कि हम जब छोटे थे तो शादी के समय शहनाई वादक को इमली दिखाते थे, जिससे वह बजा नहीं पाता था। वह हमें मारने के लिए दौड़ता था।

अपनी एक और शरारत का उल्लेख करते हुए कहा कि हम शादी के समारोह में जाते थे हम वहां स्वागत में खड़े महिला पुरुषों के कपड़ों में स्टेपलर लगा दिया करते थे।


* यदि आप शिक्षक होते तो आप कैसे बच्चे पसंद करते?
मोदी ने कहा कि शिक्षकों का काम होता है विद्यार्थी गुणों को समझें और विकसित करे। शिक्षक के लिए सभी बच्चे अपने होते हैं। उसे सबके साथ समान व्यवहार करना चाहिए। मैं भी यदि शिक्षक होता तो सबके साथ समान व्यवहार करता।

* जापान और भारत की शिक्षा में आप क्या अंतर महसूस करते हैं?
इस सवाल के जवाब में नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जापान में टीचिंग नहीं के बराबर है, लेकिन 100 फीसदी लर्निंग है। वहां बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिलता है। वहां हर विद्यार्थी में गजब का अनुशासन है। वहां मां बाप स्कूल छोड़ने नहीं जाते हैं। वहां हर कदम पर पैरेंट्‍स खड़े होते हैं। इससे सभी पैरेंट्‍स सभी बच्चों को समान ट्रीटमेंट देते हैं। यह सभी बच्चों के प्रति समान व्यवहार की बात मेरे मन को छू गई है। वहां तकनीक का बहुत अधिक उपयोग हो रहा है। वहां अनुशासन और स्वच्छता बहुत ही सहज है। सम्मान हरेक के व्यवहार में नजर आता है। यह चीज संस्कारों से आती है।

* मैं भारत का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता हूं। (पूर्वोत्तर के एक छात्र का सवाल)
इस पर नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2024 के चुनाव की तैयारी करो। इसका मतलब यह भी है कि तब तक मुझे किसी तरह का खतरा नहीं है। भारत लोकतांत्रिक देश है। यदि आप देश की जनता का विश्वास जीत सकते हैं, तो कोई भी बालक देश का प्रधानमंत्री बन सकता है। आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं।


* लोग कहते हैं कि आप हैडमास्टर की तरह हैं, मगर आप वास्तविक जीवन में किस तरह के आदमी हैं? आप क्या हैं?
मैं खुद तय नहीं कर सकता हूं कि मैं क्या हूं। मैं ऐसा आदमी हूं कि खुद भी काम करता हूं और दूसरों से भी काम लेता हूं। मैंने अधिकारियों से भी कहा है कि वे 12 घंटे काम करेंगे तो मैं 13 घंटे काम करूंगा


* आपको हमारे जैसे छात्रों के बीच आने से क्या लाभ मिलता है?
लाभ मिलता होता मैं नहीं आता। बहुत सारे काम ऐसे होते हैं जो लाभ के लिए नहीं किए जाते हैं। लाभ के लिए जो काम होते हैं, उनमें बहुत आनंद आता है। मैं पहली बार देख रहा हूं पूरे देश का मीडिया विद्यार्थियों की चर्चा कर रहा है। मेरे लिए यही सबसे बड़ा लाभ है अन्यथा देश हमारे जैसे नेताओं के चेहरे देखकर बोर हो गया था।

* क्या आपने बालक के रूप में सोचा है कि क्या आप देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और विश्व में प्रसिद्ध होंगे?
मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा। मैं तो कभी स्कूल में मॉनिटर का चुनाव भी नहीं लड़ा। मैं बहुत ही छोटे परिवार से आता हूं। लेकिन, मैंने बड़ों से सीखा है, पढ़ा है कि अति महत्वाकांक्षा बोझ बन जाती है। ज्यादा अच्छा हो कि आप कुछ बनने के बजाय कुछ करने की सोचना चाहिए। इससे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। करते करते कुछ बन गए तो बन गए। करने का आनंद अलग है।

* गांधीनगर से दिल्ली आने के बाद आप कैसा महसूस कर रहे हैं। क्या बदलाव आया है, आपके जीवन में?
मुझे अभी दिल्ली देखने का समय नहीं मिला है। अभी घर से ऑफिस और ऑफिस से घर जाता हूं। मैं अभी कोई बहुत बड़ा फर्क महसूस नहीं करता। मुख्‍यंमत्री से प्रधानमंत्री बनने में विषयवस्तु बदलती है, दायरा बदलता मगर शेष कुछ नहीं बदलता। उतना ही काम करना पड़ता, देर रात तक जागना पड़ता है। दिल्ली में ज्यादा सतर्क रहना पड़ता है। मुख्‍यमंत्री रहने के कारण इस दायित्व को समझने और निभाने में कोई ज्यादा दिक्कत नहीं आई। मैं इसे सरलता से कर पाया।
* बच्चों को आधुनिक विज्ञान से जोड़ने की जरूरत है।
* हमारी कोशिश होनी चाहिए कि बच्चे विज्ञान और तकनीक से जुड़ें।
* जीवन में खेलकूद नहीं है तो जीवन खिलेगा नहीं।
* बच्चों को कोशिश करनी चाहिए कि दिन में चार बार पसीना निकलें, अर्थात वे शारीरिक श्रम करें।
* जीवन कंप्यूटर, किताब और टीवी में ही दबकर न रह जाए।
* महापुरुषों के जीवन चरित पढ़ने से हम इतिहास के करीब पहुंचते हैं।
* बड़े लोगों की जीवनी पढ़ने चाहिए।


* आगे बढ़ने वालों के इरादों में दम हो तो, उसे कोई भी परिस्थितियां उसे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकतीं। ऐसा मैं सोचता हूं।
* देश के इंजीनियर, डॉक्टर और अन्य अधिकारी सप्ताह में एक दिन बच्चों को जाकर पढ़ाएं या सिखाएं।
* हर किसी की शक्ति को जोड़ने की जरूरत है।
* सभी महापुरुषों के जीवन में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है।
* जापान में शिक्षक और छात्र मिलका स्कूल की सफाई करते हैं। यहां भी ऐसा किया जा सकता है।

* जो पीढ़ियों के बारे में सोचते हैं वे इन्सान बोते हैं।
* जो बातें बच्चे मां बाप को नहीं बताते, वह शिक्षकों को बताते हैं।
* वैश्विक परिवेश में ऐसा माना जाता है कि सारे देश में अच्छे शिक्षकों की बहुत बड़ी मांग है।
* क्या भारत यह सपना नहीं दुनिया को नहीं दे सकता।
* शिक्षक के महत्व को समझे बिना समाज में बदलाव संभव नहीं।
* 18 लाख स्कूलों में मोदी का लाइव भाषण दिखाया जा रहा है।
* गांवों में शिक्षक सबसे आदरणीय होता है। इस स्थिति को फिर से लाने की जरूरत है।
* विद्यार्थी के लिए शिक्षक हीरो जैसा होता है। वे उनकी ही तरह करना चाहते हैं।

* हम जब तक शिक्षक की अहमियत स्वीकार नहीं करेंगे, तब तक शिक्षक के प्रति गौरव पैदा होगा न ही नई पीढ़ी के परिवर्तन में ज्यादा सफलता मिलेगी।
* हम इस बात को समझें कि हमारे जीवन में शिक्षक का महत्व क्या है।
* मैं भारत के भावी सपनों के साथ बात कर रहा हूं।
* मेरे लिए सौभाग्य की घड़ी है कि मुझे देश के बच्चों से बातचीत का मौका मिला है।





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जापान का किस्सा
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मोदी ने अपने भाषण में हाल में अपनी जापान यात्रा का एक किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि जापान में टीचर और स्टूडेंट मिलकर सफाई करते हैं. हिंदुस्तान में ऐसा क्यों नहीं होता? हम इसे राष्ट्रीय चरित्र कैसे बनाएं, इस पर विचार करना होगा.

मीडिया पर चुटकी
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मोदी ने अपने इस भाषण में मीडिया पर चुटकी की. उन्होंने कहा, 'जब मैं गुजरात में था तो एक बार टीवी चैनलों ने एक स्कूल में सफाई वाली खबर पर खूब बवाल किया. मैं पूछता हूं कि इसमें बुराई क्या है, अगर बच्चों में स्कूल में सफाई की.' हालांकि बाद में मोदी ने टीचर्स डे के इस कार्यक्रम के लगातार कवरेज के लिए मीडिया का आभार भी व्यक्त किया.

अनुरोध
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पीएम ने पढ़े लिखे लोगों से आग्रह किया कि वो निकट के एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए सप्ताह में एक पीरियड लें. मोदी ने श‍िक्षकों से आग्रह किया कि बच्चों को आधुनिक टेक्नोलॉजी की जानकारी दें.

कितनी बार निकलता है पसीना?
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मोदी ने मानेकशॉ ऑडिटोरियम में मौजूद बच्चों से पूछा कि कितनों को दिन में चार बार पसीना निकलता है? बच्चों को खूब मस्ती करना चाहिए, दौड़-धूप करना चाहिए कि दिन में चार बार पसीना आए. किताब, टीवी, कम्प्यूटर के दायरे में जिंदगी नहीं रहनी चाहिए.

जीवन चरित्र पढ़ने की सलाह
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मोदी ने बच्चों को सलाह दी कि उन्हें नियमित किताबों के अलावा जीवन चरित्र जरूर पढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा, 'इससे हम इतिहास के बहुत करीब जाते हैं. हर क्षेत्र के अग्रणी लोगों के जीवन चरित्र पढ़ने चाहिए.'

गूगल का जिक्र
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मोदी ने कहा, 'आज कल हर काम गूगल गुरु करता है. कोई भी सवाल मन में आता है, गूगल गुरु के पास चले जाते हैं. गूगल गुरु से जानकारी तो मिलती है, लेकिन ज्ञान नहीं.' पीएम बनने के बाद संभलकर बोलना पड़ता है

सवाल-जवाब राउंड शुरू हुआ तो एक बच्चे ने पूछा कि सीएम से पीएम बनने के बाद आपको कैसा लगा? मोदी का जवाब था, 'दिल्ली में अभी घूमा ही कहां हूं. ऑफिस से घर, घर से ऑफिस. ज्यादा बदलाव नहीं आया. इस दायित्व को संभालने में मुझे कोई ज्यादा दिक्कत नहीं हुई. पीएम बनने के बाद संभलकर बोलना होता है.'

एक लड़की के सवाल पर मोदी ने कहा, 'मैं एक दिन पीएम बनूंगा, ये कभी नहीं सोचा था. सपने देखने चाहिए, लेकिन कुछ बनने के बजाय, कुछ करने के सपने देखने चाहिए. महत्वाकांक्षा जीवन में बोझ की तरह है.

इस सवाल पर कि बच्चों से बातचीत से आपको क्या लाभ होगा, मोदी ने कहा, लाभ मिलता होता तो नहीं आता. बहुत सारे काम होते हैं जो लाभ के लिए नहीं किए जाते. ऐसे काम का आनंद अलग होता. लाभ के लिए काम करने वाले मुसीबत में फंस हो जाते हैं.

'2024 तक रहूंगा पीएम'
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इम्फाल से एक बच्चे ने मोदी पूछा, 'मैं कैसे देश का पीएम बन सकता हूं.' इस पर मोदी का जवाब था, '2024 के चुनाव की तैयारी करो. इसका मतलब हुआ कि तब तक मैं पीएम रहूंगा.' मोदी के इस जवाब पर खूब ठहाके लगे.

शरारती बाल नरेंद्र के किस्से
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नरेंद्र मोदी ने अपने बचपन के दिनों में की गई शरारतों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कोई बालक शरारत न करे तो य‍ह चिंता की बात है. उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब किसी शादी में शहनाई बजती थी तो मोदी और इनके कुछ साथी इमली लेकर जाते थे और शहनाई बजाने वाले के सामने इसे खाते थे. इससे शहनाई बजाने वाले के मुंह में पानी आ जाता और उसे शहनाई बजाने में दिक्कत होती थी.

एक और किस्से का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'हम बचपन में किसी की शादी में चले जाते थे. कोई भी दो लोग खड़े होते थे तो उनके कपड़े में स्टेपलर लगा देते थे.' मोदी के ये किस्से सुनकर बच्चों ने खूब ठहाके लगाए.

बच्चों को दी भगवत गीता
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मानेकशॉ ऑड‍िटोरियम में आयोजित समारोह में स्कूली बच्चे भी शामिल हुए. कुछ बच्चों ने डॉ. राधाकृष्णन के संस्मरण सुनाए. इन बच्चों ने पीएम के पैर छुए और मोदी ने इन्हें भगवत गीता भेंट की.

साभार-आजतक
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शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूली बच्चों से मुखातिब हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छात्र-छात्राओं ने तरह-तरह के सवाल पूछे। नरेंद्र मोदी से बच्चों का पहला सवाल था, आपको प्रधानमंत्री बनकर कैसा लगता है? जवाब में मोदी ने कहा, मुख्यमंत्री के रूप में मिला अनुभव काम आ रहा है। पीएम से बच्चों का दूसरा सवाल था, आपके जीवन में शिक्षकों का ज़्यादा योगदान रहा, या अनुभवों का? प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि मेरे लिए दोनों बेहद महत्वपूर्ण हैं।

नरेंद्र मोदी से बच्चों का तीसरा सवाल रहा, क्या आपने बचपन में सोचा था, प्रधानमंत्री बनेंगे, विश्वप्रसिद्ध होंगे... प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, कभी नहीं सोचा था कि पीएम बनूंगा, मैं तो क्लास में कभी मॉनिटर भी नहीं बन पाया। हमें जीवन में कुछ बनने के नहीं, कुछ करने के सपने देखने चाहिए, क्योंकि करते-करते कुछ बन गए तो बन गए, नहीं बने तो कोई बात नहीं। कुछ करने का आनंद अपने आप में बहुत सुख देता है।

नरेंद्र मोदी से बच्चों का चौथा सवाल, हम जैसे बच्चों से बातचीत कर आपको क्या लाभ मिलता है? प्रधानमंत्री का जवाब, बहुत सारे काम होते हैं, जो लाभ के लिए नहीं किए जाते और इसका अलग आनंद होता है। मैं मीडिया वालों का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने बच्चों की इच्छाएं पूछीं।

मणिपुर के एक बच्चे ने पीएम मोदी से पूछा, मैं देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता हूं? प्रधानमंत्री यह सवाल सुनकर हंस पड़े और कहा कि 2024 के चुनाव की तैयारी करो, शपथग्रहण में मुझे जरूर बुलाना...

पीएम से बच्चों का अगला सवाल था कि जापान और भारत की शिक्षा प्रणाली में क्या अंतर पाया? प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान में शिक्षण न के बराबर, लेकिन सीखना शत-प्रतिशत होता है, वहां गज़ब का अनुशासन है। बच्चों ने मोदी से आठवां सवाल किया कि आलसी, लेकिन होशियार बच्चे और मेहनती मंदबुद्धि बच्चे में आप किस पर ध्यान देंगे? प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि मैं टीचर होता, तो किसी बच्चे से भेदभाव नहीं करता। कोई भी टीचर बच्चों से भेदभाव नहीं करता।

नरेंद्र मोदी से बच्चों का नौवां सवाल था, क्या आपको अपने विद्यार्थी काल में की गई शरारतें याद हैं? प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना शरारत के बच्चों का विकास रुक जाता है। उन्होंने कहा कि बचपन में वह खुद भी बहुत शरारती थे और दोस्तों के साथ शहनाई बजाने वालों को इमली दिखाते थे, ताकि उसके मुंह में पानी आ जाए और उसे शहनाई बजाने में दिक्कत हो। यही नहीं पीएम ने यह भी बताया कि बचपन में वह शादी में आए महिला-पुरुष मेहमानों की पोशाकें स्टेपल कर दिया करते थे।

नरेंद्र मोदी से बच्चों ने सवाल किया कि जनजातीय इलाकों में लड़कियों की शिक्षा पर वह क्या कहेंगे? प्रधानमंत्री ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। मेरा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि लड़कियां स्कूली पढ़ाई बीच में न छोड़ें, सभी स्कूलों में शौचालय की पहल इसी प्रयास का हिस्सा है।

नरेंद्र मोदी से बच्चों का ग्यारहवां सवाल था कि हम बच्चे देश के विकास में आपकी क्या मदद कर सकते हैं? प्रधानमंत्री ने इसके जवाब में कहा कि देश की सेवा करने के लिए जान देना या राजनेता बनना ही जरूरी नहीं है, बिजली बचाकर और एक पौधा लगाकर भी देश की सेवा की जा सकती है। अगर आप लोग सफाई और अनुशासन सीखेंगे, तो यह भी देशसेवा होगी।

जलवायु परिवर्तन से जुड़े बच्चों के सवाल पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रकृति के प्रति लगाव हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है, लेकिन बदलाव आया है। प्रकृति से प्यार करो, अपनी आदतें बदलो, सब ठीक हो सकता है।

बच्चों ने पीएम से पूछा, क्या आपकी नजर में राजनीति मुश्किल पेशा है? प्रधानमंत्री ने कहा, राजनीति पेशा नहीं, सेवा है...मुझे सभी सवा सौ करोड़ भारतीय परिवार लगते हैं, इसलिए सेवा करने से थकान नहीं होती। नरेंद्र मोदी से बच्चों का चौदहवां सवाल था कि क्या वह सारे भारत को पढ़ाने का कोई कार्यक्रम लाएंगे? पीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया और सभी भाषाओं में आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवाना उनका सपना है। उन्होंने बच्चों से कहा कि चाहे कॉमिक्स पढ़ें, लेकिन पढ़ने की आदत डालें, पढ़ना सर्वश्रेष्ठ आदत है।

बच्चों ने पीएम से पूछा कि बिजली बचाने में बच्चे कैसे मदद कर सकते हैं? प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली का संकट विश्वव्यापी है, इसलिए सबको मिलकर सो, बिजली बचानी ही होगी। बच्चे भी जिम्मेदारी लेना सीखें और जब घर से निकलें, याद से पंखा-बत्ती बंद करें। इसी तरह स्कूल से निकलते वक्त भी रोज एक बच्चा यह जिम्मेदारी ले कि वह सभी बत्तियां, पंखे बंद करके आखिर में निकलेगा।

इसके बाद बच्चों ने सवाल किया कि क्या उनकी सरकार रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने को सोच रही है, जिस पर मोदी ने कहा कि सारी दुनिया कौशल विकास पर ध्यान दे रही है और डिग्री के साथ-साथ कोई न कोई हुनर होना बेहद जरूरी है, इसलिए स्किल डेवलपमेंट के उद्देश्य से हमारी सरकार ने अलग विभाग भी बनाया है।

अंत में प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों से आग्रह किया कि वे हमेशा मुस्कुराते रहें, खेलते-कूदते रहें और अपने भीतर के बच्चे को हमेशा ज़िन्दा रखें।