ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती :पेपर से लेकर नियुक्ति तक पंचायतराज के जिम्मे
सीकर.दो जून को होने वाली ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा में जिला परिषद की भूमिका सिर्फ परीक्षा कराने तक ही होगी। पेपर छपवाने से लेकर शिक्षकों की नियुक्ति तक का कार्य पंचायतराज विभाग के जिम्मे होगा। 1998 की शिक्षक भर्ती में इंटरव्यू और नियुक्ति का कार्य जिला परिषदों ने ही संभाला था। लगातार गड़बड़ी की आशंका के उठ रहे सवालों के बीच पंचायतीराज विभाग ने सभी व्यवस्थाएं अपने स्तर पर कराने का फैसला किया है।
परीक्षा के बाद जिन शिक्षकों का चयन होगा, उनकी सूची जिला परिषद को भेजी जाएगी। जहां अनुमोदन के बाद पंचायत समिति का आवंटन होगा। इसके बाद शिक्षकों को कौनसी स्कूल और कौनसी जगह नियुक्ति दी जानी है, यह कार्य भी पंचायत समिति स्तर पर होगा।
जिला परिषद का क्या रोल
> परीक्षा केंद्रों का चयन करके पंचायतीराज विभाग को भेजना था। जिला परिषद ने 50 केंद्र तय किए हैं। सीकर शहर, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, नीमकाथाना, खंडेला व श्रीमाधोपुर में केंद्र बनाए गए हैं।निजी व सरकारी स्कूल चुनी गई है, जिनमें परीक्षा को लेकर बेहतर सुविधाएं प्रमुखता से देखी गई है।
> जिला परिषद ने परीक्षा कराने के लिए 1164 वीक्षक नियुक्त किए हैं। सीकर शहर में 592, नीमकाथाना में 199, फतेहपुर में 152, लक्ष्मणगढ़ में 102, श्रीमाधोपुर में 65 और खंडेला में 54 वीक्षक व्यवस्था संभालेंगे। इसके अलावा फ्लाइंग टीम एक दर्जन, 50 सुपरवाइजर व पांच रिजर्व सुपरवाइजर रहेंगे। वीक्षकों की ड्यूटी कहां है, यह परीक्षा के दिन ही बताया जाएगा।
> आरटेट लेवल प्रथम में 16400 और सैकंड लेवल में 14900 परीक्षार्थी हैं। इनको परीक्षा में बैठाने की जिम्मेदारी जिला परिषद संभालेंगी। फस्र्ट लेवल की परीक्षा सुबह नौ से 11 और सैकंड लेवल की परीक्षा दोपहर तीन से पांच बजे होगी।
> पंचायतीराज विभाग द्वारा चयनित शिक्षकों का जिला स्थापना समिति के माध्यम से पंचायत समिति वाइज औपचारिक चयन कर पंचायतीराज को सूची भेजना।
शिक्षकों को नियुक्ति कहां देनी है, कौन देखेगा
जिला स्थापना समिति भर्ती में एक किरदार निभाएगी। परीक्षा के बाद चयनित शिक्षकों की सूची पंचायतीराज विभाग समिति को भेजेगा। इसके बाद समिति औपचारिक रूप से अनुमोदन करके शिक्षकों की सूची पंचायत समिति आवंटित कर देगा। फिर पंचायत समिति की प्रशासनिक एवं स्थापना समिति शिक्षकों को कौनसी स्कूल में नियुक्ति देनी है, तय करेगी।
पेपर बनाना और परिणाम जारी करना किसका काम
परीक्षा के पेपर बनाने का कार्य जिला परिषदों को नहीं दिया गया है। पेपर बनाने का कार्य पंचायतीराज विभाग अपने स्तर पर ही कर रहा है।सूत्रों के अनुसार, पेपर एक एजेंसी बनाएगी। यही एजेंसी परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिकाएं जांचकर परिणाम घोषित करेगी। चयनित शिक्षकों की सूची जिला परिषदों को भेज दी जाएगी। पंचायत राज ने अभी एजेंसी का नाम घोषित नहीं किया है।
अगर कोई शिकायत हो तो कहां करें
जिला परिषद (ग्रामीण विकास) प्रकोष्ठ के 102 नंबर कमरे में भर्ती को लेकर अलग से सेल गठित की गई हैं। जहां आधा दर्जन कर्मचारी लगाए गए हैं। गोपनीयता के लिए गेट पर अंदर एक कर्मचारी तैनात किया गया है ताकि कोई भी आसानी से अंदर नहीं जा सके। अभ्यर्थियों की शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम कायम कर दिया है। इसके नंबर 01572- 271429 है।
कल होगी वीडियो कॉन्फ्रेंस
23 मई को सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस होगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की सचिव अर्पणा अरोड़ा शिक्षक भर्ती परीक्षा के संबंध निर्देश देगी।
जिला परिषद के हाथ में अब तक कुछ नहीं
> परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था कैसे होगी, यह अभी तक तय नहीं है।
> जिला परिषद को अभी तक परीक्षा कैसे होगी, क्या व्यवस्था होगी, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
> पेपर छपवाने, सामग्री भेजने और परिवहन का खर्चा पंचायतीराज विभाग जिला परिषद से वसूलेगा।
भर्ती को लेकर ख्वाब : कई जगह से आवेदन
> प्रदेश में फस्र्ट लेवल के लिए 602019 तथा सैकंड लेवल के लिए 569468 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
> ज्यादातर अभ्यर्थियों ने एक से ज्यादा आवेदन किए हैं। कई तो ऐसे हैं जिन्होंने दस जिलों में आवेदन किया है। अब वे दूसरे जिले में परीक्षा के लिए रिश्तेदार भी तलाश रहे हैं।
> ड्यूटी कटवाने के लिए वीक्षक बहाने बना रहे हैं। अब तक 50 आवेदन आ चुके हैं।
News Source : Bhaskar.com (22.5.12)