Saturday, April 7, 2012

RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में विषयवार पाठ्यक्रम नहीं होगा जारी


RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में विषयवार पाठ्यक्रम नहीं होगा जारी

120 अंकों के विषय आधारित प्रश्न सैकंडरी स्तर के होंगे, अंकों का श्रेणीवार विभाजन नहीं होगा। छात्रों को समग्र रूप से करनी होगी तैयारी

जयपुर।
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में लेवल द्वितीय के लिए 120 अंकों का विषयवार पाठ्यक्रम जारी नहीं होगा। इसके लिए सैकंडरी स्तर का परीक्षा प्रश्न-पत्र तैयार करवाया जाएगा। अंकों का श्रेणीवार विभाजन नहीं होने से छात्रों को समग्र रूप से परीक्षा की तैयारी करनी होगी।

पंचायतीराज विभाग की ओर से परीक्षा आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 8 अप्रैल तय की है
। परीक्षा तिथि निकट आने के बावजूद 120 अंकों का विषयवार पाठ्यक्रम अब तक जारी नहीं होने से छात्रों में असमंजस बना हुआ है। यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि विभाग फिलहाल पाठ्यक्रम तैयार करने में लगा है। इधर परीक्षा से जुड़े अधिकारियों ने बुधवार को साफ कर दिया कि विद्यालय विषय आधारित 120 अंकों का अलग से पाठ्यक्रम न तो तैयार किया जा रहा है और न ही इसके भविष्य में जारी होने की संभावना है। यह पाठ्यक्रम संबंधित विषय के सैकंडरी स्तर का होगा और इसमें इस स्तर के किसी भी प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। उनका कहना है कि परीक्षा आवेदन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही 200 अंकों का पाठ्यक्रम और अंक विभाजन कर दिया गया है।

रिजल्ट नहीं आया, 15 हजार बीएसटीसी छात्रों के लिए संकट: शिक्षा निदेशालय की लापरवाही के चलते तीन माह होने के बावजूद अब तक बीएसटीसी सैकंड इयर के करीब 15 हजार छात्रों का परिणाम घोषित नहीं हो पाया है। ऐसे में इन छात्रों के लिए आवेदन का संकट खड़ा हो गया है। आवेदन में इन छात्रों को प्राप्तांकों का ब्यौरा दर्ज करना है।
राजस्थान शिक्षा महाविद्यालय परिषद के महासचिव एल.सी. भारतीय ने सरकार से मांग की है कि इन बच्चों के लिए विशेष तौर पर फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाई जाए अथवा परिणाम एक-दो दिन में जारी किया जाए


Please refer to updated guidelines from Rajasthan Education Dept. / Relevant Authority - Panchayti Raj Vibhag

RTET Rajasthan : Grade III / 3 rd Teacher Recruitment Through RPSC else Resignation on 9th April 2012


' ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती आरपीएससी से नहीं तो 9 को इस्तीफा'
(RTET Rajasthan : Grade III / 3 rd Teacher Recruitment Through RPSC else Resignation on 9th  April 2012)

झुंझुनूं/सीकर.सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवणकुमार ने फिर से ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषद से ही करवाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि वे सरकार को आठ अप्रैल तक का समय देंगे। तब तक भर्ती आरपीएससी से करवाने की घोषणा नहीं होती है तो वे 9 अप्रैल को इस्तीफा दे देंगे। उनकी जिले के कुछ अन्य विधायकों के साथ मुख्यमंत्री से भी बात हुई थी। मुख्यमंत्री ने विचार के लिए 8 अप्रैल तक समय मांगा है।

यहां सर्किट हाउस में रविवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि वे सरकार की मुखालफत नहीं कर रहे बल्कि युवाओं के हक की बात कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि शिक्षा का बंटवारा नहीं होना चाहिए। जब राजस्थान में बोर्ड एक है, आरपीएससी भी एक है तो टुकड़ों में मेरिट बनाने की जरूरत कहां है? एक ही पैटर्न पर परीक्षा होनी चाहिए।

मैरिट भी राज्य स्तर पर बननी चाहिए। अगर आरपीएससी के पास वक्त नहीं है तो राज्य में यूनिवर्सिटी की भी कमी नहीं है। किसी भी यूनिवर्सिटी से एक पैटर्न पर परीक्षा करवाकर राज्य स्तरीय मेरिट बनाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती आरपीएससी से करवाने की मांग पर चूरू व सीकर जिले के विधायकों से भी वे बात कर रहे हैं।


News : Bhaskar 

RTET Rajasthan : RTET Exam Demanded Before Recruitment of Grade 3rd / III Teacher Recruitment


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट की परीक्षा की मांग ,
 ...नहीं तो करेंगे जयपुर कूच
(RTET Rajasthan : RTET Exam Demanded Before Recruitment of Grade 3rd / III Teacher Recruitment )


 गंगापुर सिटी
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट की परीक्षा आयोजित करने तथा शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से लिए जाने की मांग को लेकर बुधवार को टेट छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले चौथे दिन भी छात्रों ने क्रमिक अनशन जारी रखा और नारेबाजी व प्रदर्शन कर विरोध जताया। इसके बाद दौरे पर आए प्रभारी मंत्री राजकुमार शर्मा को ज्ञापन देने तथा समस्या समाधान नहीं होने पर जयपुर कूच करने तथा 8 अप्रैल को छात्रों की महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया। 

सुबह करीब साढ़े 10 बजे अनशन स्थल मिनी सचिवालय के सामने छात्रों की बैठक हुई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि गंगापुर दौरे पर आए प्रभारी मंत्री को अनशन स्थल के सामने ज्ञापन दिया जाएगा तथा मांगें नहीं माने जाने पर जयपुर कूच किया जाएगा। इसके बाद सभी छात्रों ने पंखीलाल मीणा तथा छात्र नेता अनंत बड़ीला के नेतृत्व में कोतवाली तक रैली निकाली और सरकार की छात्र विरोधी नीतियों के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बड़ीला ने कहा कि सरकार ने छात्रहित में शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो 8 अप्रैल को राउमावि परिसर में छात्रों की महापंचायत बुलाई जाएगी, जिसमें प्रदेशभर के सभी छात्र भाग लेंगे। इस मौके पर धनसिंह गुर्जर, कमला, रामबाई, मुरारीलाल मीणा, शेरसिंह, चेतन, विक्रम, ईशा खान आदि छात्र उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री ने बदला रास्ता : छात्रों के विरोध की सूचना के मद्देनजर प्रभारी मंत्री अनशनस्थल मिनी सचिवालय के सामने से नहीं गुजरे। प्रभारी मंत्री को ज्ञापन नहीं देने से छात्रों में रोष व्याप्त हो गया और उन्होंने सरकार व शिक्षामंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद तथा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से पहले हो आरटेट जैसे नारे लगाए।

News : Bhaskar ( 6.4.12)

Friday, April 6, 2012

RTET Rajastha : Know, Why Teachers Recruitment through RPSC

जानिए, क्यों चाहते हैं थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से!(RTET Rajastha : Know, Why Teachers Recruitment through RPSC )

सीकर.पांच साल बाद 41 हजार पदों के लिए हो रही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से ही कराने की मांग को लेकर शेखावाटी में पिछले दो सप्ताह से हंगामा बरपा हुआ है। विधानसभा में आवाज उठने के बाद भाजपा, माकपा के साथ कांग्रेसी विधायक आगे आ रहे हैं। सूरजगढ़ विधायक श्रवणकुमार तो आरपीएससी से भर्ती नहीं होने पर इस्तीफा देने का ऐलान तक कर चुके हैं। शेखावाटी में करीब 65 हजार आरटेट पास है, जिनमें से करीब 15 हजार फिलहाल सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। विधायकों के घरों पर प्रदर्शन करके विधानसभा में मांग उठाने और नहीं उठाने पर इस्तीफा देने की मांग तक की जा रही है। दो सप्ताह के भीतर 20 से अधिक प्रदर्शन, धरने, रैली व बंद तक हो चुके हैं। दैनिक भास्कर ने पूरे मामले को विशेषज्ञों की मदद से समझने की कोशिश की।

क्या वजह थी जिला परिषद से छिनी गई थी शिक्षक भर्ती?

1993 से 1999 के बीच ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषदों के मार्फत ही हुआ करती थी। 1999 में कई जिलों में हंगामा भी बरपा। दूसरे जिलों से आए अभ्यर्थियों के दस्तावेज फाड़कर उन्हें परीक्षा तक नहीं देने दी गई। बाद में संविदा शिक्षकों को बिना दस्तावेजों के स्कूलों में नियुक्ति देकर आठ महीने बाद हटाने के मामले में कई शिक्षक कोर्ट चले गए। बाद में भाजपा की सरकार आ गई और सरकार ने कोर्ट में हल्फनामा दिया कि शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा से ही होगी। बाद में जिम्मेदारी आरपीएससी को सौंप दी गई।

आरपीएससी से भर्ती इसलिए

1. बड़ी वजह जिलेवाइज कम और ज्यादा पद है। उदाहरण के तौर पर झुंझुनूं में सिर्फ 20 पद है जबकि आरटेट 22 हजार। अब चुनौती यह है कि उन्हें भर्ती के लिए बाड़मेर, सवाईमाधोपुर व नागौर जैसे जिलों में जाना होगा। फिलहाल एक अभ्यर्थी 33 फार्म भर रहा है। उसके सामने मजबूरी यह भी होगी कि परीक्षा के वक्त वह यह तय भी ठीक से नहीं कर पाएगा कि परीक्षा देने कौनसे जिले में जाए? और गया भी तो क्या 1998 की तरह उसके साथ कुछ गड़बड़ी तो नहीं होगी? परीक्षा भी दे दी तो क्या सलेक्शन हो पाएगा?

2. आरपीएससी से परीक्षा में एक ही फार्म भरना होगा। जबकि अब एक अभ्यर्थी कई फार्म भरने को मजबूर है। अलग-अलग जिले की मेरिट सिस्टम भी कॅरिअर बिगाड़ सकती है। वजह है कि नागौर में सबसे अधिक पद है इसलिए वहां की मेरिट 80 तक जा सकती है।जबकि सबसे कम पद जालौर में वहां 40 तक रह सकती है।साफ है कि इससे असमानता बढ़ेगी। जबकि आरपीएससी में पूरे राज्य की मेरिट एक ही होगी।

3. 2005 और 2007 में आरपीएससी ने ही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाई थी। उस वक्त 2005 में 41हजार पदों पर 35,500 और 2007 में 31 हजार पदों के मुकाबले 29500 भर्ती हुए। इनमें भी सीकर, चूरू, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर व बीकानेर से सबसे अधिक पद भरे गए।

भाजपा, माकपा के बाद कांग्रेस विधायक क्यों कर रहे हैं समर्थन?

भाजपा व माकपा भर्ती आरपीएससी से ही कराने की मांग को लेकर बंद, रैली व प्रदर्शन तक कर चुके हैं। विधानसभा के अंदर व बाहर भी हंगामा बरस चुका है। हजारों युवाओं को सड़क पर उतरे देख कांग्रेस विधायक भी विधानसभा में मांग उठाने की बात कर रहे हैं।सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार इस्तीफा देने की पेशकश तक चुके हैं।

झुंझुनूं विधायक व मंत्री बृजेंद्र ओला मंच से आरपीएससी से ही भर्ती कराने की मांग कर चुके हैं। विधायक व जनप्रतिनिधि समझने लगे है कि हजारों युवाओं का साथ नहीं दिया तो चुनाव में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। लिहाजा, आवास पर प्रदर्शन के बाद जिला प्रमुख रीटा सिंह, उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक व लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंदसिंह डोटासरा नौ अप्रैल को विधानसभा में मामला उठाने की हामी भर चुके हैं।

जिला परिषद से भर्ती क्यों नहीं चाहते हैं?

1. अभ्यर्थियों को डर है कि जिला परिषद की भर्ती पर राजनीति हावी रहेगी और उन्हें सही न्याय नहीं मिल पाएगा। जिला परिषद के पास भी लॉजिक नहीं है कि भर्ती जिला परिषद से ही क्यों होनी चाहिए?

2. पेपर लॉकल बॉडी ही बनाएगी। अभ्यर्थियों का कहना है कि पेपर आउट होने की पूरी संभावना है। यह भी आसानी से पता चल जाएगा कि पेपर बनाने वाली कमेटी में कौन-कौन है? जबकि आरपीएससी में पता तक नहीं चलता।

3. जिला परिषद से होने वाली भर्ती में अभी तक कई नियम स्पष्ट नहीं हो पाए हैं, इसलिए आशंका व चिंताएं और बढ़ गई है।

एनएसयूआई भी कूदी आंदोलन में, सूरजगढ़ विधायक को बुलाया

छात्र संगठन एनएसयूआई भी ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर सात अप्रैल को सीकर के सभी कोचिंग संस्थान बंद रखने का आह्वान कर चुकी है। इसके बाद सुबह 11 बजे कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया जाएगा। यहां होने वाली सभा में सूरजगढ़ से कांग्रेस विधायक श्रवणकुमार मुख्य वक्ता होंगे।

News : Bhaskar ( 3.4.12')
थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: एक ही पेपर व मेरिट रखने पर हो सकता है विचार
(RTET Rajasthan : Grade 3rd III Teacher Recruitment, Common Exam / Common Merit Option May Be Adopted )



सीकर.जिला परिषद के मार्फत हो रही ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर सीकर व झुंझुनूं के बाद राज्य के अन्य जिलों में भी आंदोलन बढ़ता जा रहा है। कांग्रेसी विधायकों पर भी प्रेशर बनाया जा रहा है। प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं आरपीएससी से भर्ती कराने की मांग उठा रहे हैं। आंदोलन के बीच राज्य सरकार तीसरा रास्ता निकालने की फिराक में दिख रही है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, पूरे प्रदेश का एक ही पेपर रखने के साथ मेरिट भी एक ही रखी जा सकती है। कांग्रेसी विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बारे में मिलकर मांग भी रखी है। जिसके बाद सरकारी स्तर पर इन पर विचार-विमर्श भी शुरू हो चुका है।

अब तक के निर्देशों में सभी जिलों की परिषदों को अपने हिसाब से पेपर और मेरिट जारी करने के निर्देश हैं। इसकी खास वजह यह है कि कांग्रेस सरकार हर हाल में 41 हजार पदों पर ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती करना चाहती है। चूंकी चुनाव का समय नजदीक है और विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती है। विरोध प्रदर्शन के बीच ज्यादातर कांग्रेसी विधायक व मंत्री प्रदर्शनकारियों को भी यही आश्वासन दे रहे हैं कि पूरे प्रदेश की मेरिट एक ही पेपर रख दिया जाएगा।

समझिए सरकार के सामने क्या परेशानी और क्यों एक ही पेपर है?

आरपीएससी से भर्ती की मांग

चूंकी फिलहाल ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन ग्रामीण एवं पंचायत राज विभाग जिला परिषद के मार्फत जिला वाइज मांग रहा है। आवेदन की अंतिम तिथि आठ अप्रैल है। पद भी जिले के अनुसार है और पेपर और रिजल्ट भी जिले के हिसाब से निकाले जाएंगे। हालांकि यह जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी गई है। जानकारों की राय है कि सरकार के सामने आरपीएससी से भर्ती कराना बड़ी मुसीबत हो सकती है। क्योंकि इसके लिए उन्हें जिला परिषद को भर्ती कराने की जिम्मेदारी संबंधी विधेयक में बदलाव करना होगा। इसके लिए पूरी प्रक्रिया अपनानी होगी, जिसमें वक्त लग सकता है

कैसे होगा एक ही पेपर व मेरिट 
जानकार बताते हैं कि अभ्यर्थी से विकल्प मांगे जा सकते हैं। अगर वह मेरिट जिसे जिले के हिसाब से हासिल करता है, उसके हिसाब से उसे नियुक्ति की जा सकती है। आरपीएससी ने भी पिछली भर्तियों में यही विकल्प निकाला था।

जिला परिषद से ही क्यों

जिला परिषद से भर्ती कराने की जिम्मेदारी के लिए ज्यादातर विधायक सहमत है। शेखावाटी को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है।इसलिए आंदोलन भी हो रहे हैं। सरकार जिला परिषदों को भर्ती का अधिकार देना चाहती है। बाकी जिलों के विधायक सरकार से मांग कर रहे हैं कि भर्ती जिला परिषद से ही हो। जबकि शेखावाटी मांग आरपीएससी से कर रहा है। आरपीएससी से भर्ती के जरिए 50 फीसदी पद सीकर व झुंझुनूं के खाते में आते हैं।

सरकार के सामने और क्या मजबूरी 
सरकार हर हाल में ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा करवाना चाहती है। क्योंकि वे विपक्ष को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती। 41 हजार पदों पर भर्ती से सीधे युवा वोटर जुड़े हुए हैं। जबकि विपक्ष आरपीएससी से ही भर्ती कराना चाहता है।

और क्या रास्ते निकाल सकती है सरकार 
नौ अप्रैल को विधानसभा में ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर हंगामा हो सकता है। हर कोई इसी मुद्दे को भुनाने के साथ-साथ युवाओं का समर्थन लेने की रणनीति बनाएगा। अगर विधायकों का दबाव बढ़ा तो सरकार एक ही मेरिट व एक ही पेपर की घोषणा भी कर सकती है7 या फिर भर्ती की पूरी जिम्मेदारी किसी एजेंसी को सौंप सकती है। इसके अलावा कॉपी चेक कराने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भी सौंपी जा सकती है।

आगे आंदोलन और राजनीतिक मोड़ क्या होगा?

विद्यार्थियों का आंदोलन 

शेखावाटी में बुधवार तक 25 से अधिक आंदोलन हो चुके हैं। फतेहपुर में प्रभारी मंत्री दुरु मियां को भी विरोध झेलना पड़ा। आखिरकार बोलना पड़ा कि सरकार के सामने बात रखेंगे। इधर, एनएसयूआई सात अप्रैल को कलेक्ट्रेट के सामने सूरजगढ़ विधायक श्रवणकुमार के साथ सभा कर रही है। वहीं संघर्ष समिति विधानसभा के घेराव की तैयारी। इसके लिए बाकी जिलों से भी समर्थन मांगा गया है।

जनप्रतिनिधियों का रुख 

आंदोलन के बीच जनप्रतिनिधि भी सरकार के खिलाफ उनकी मांग रखने की बात कर रहे हैं। झुंझुनूं प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा भी विरोध के बीच बोल चुके हैं कि भर्ती आरपीएससी से ही होनी चाहिए। यही रुख कांग्रेस के ज्यादातर विधायकों का है। भाजपा व माकपा विधायक भी नौ अप्रैल के विधानसभा सत्र का इंतजार कर रहे हैं।

'प्रदेश में एक ही मेरिट व एक ही पेपर रखने का सुझाव हमने मुख्यमंत्री को दिया है। इस पर मंथन भी हो रहा है। विद्यार्थियों की मांग पर सरकार जरूर विचार करेगी।'

गोविंदसिंह डोटासरा
विधायक, लक्ष्मणगढ


'बच्चे मुझसे मिले थे। सीकर व झुंझुनूं शिक्षा का गढ़ है और बेरोजगारी भी ज्यादा है। मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के सामने यह बात रखी जाएगी। एक ही मेरिट व एक ही पेपर पर भी विचार किया जाएगा।'

राजेंद्र पारीक, उद्योग मंत्री व शहर विधायक

'ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन आठ अप्रैल तक किए जा सकते हैं। एक ही मेरिट व पेपर रखने पर फैसला सरकारी स्तर पर ही हो सकता है।'

लेखराज तोषावड़ा, डिप्टी सेक्रेट्री
ग्रामीण एवं पंचायतराज विभाग


News : Bhaskar (5.4.12)
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Concept of UPTET Common Exam / Common Merit is also become heated discussion in Rajasthan.
May be Selection Criteria can be changed.

Wednesday, April 4, 2012

Rajasthan RTET : Grade IIII / 3rd Teacher Recruitment , CTET qualified candidates NOT Eligible is Unconstitutional



तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती मामला: सी-टेट उत्तीर्ण पात्र नहीं मानना असंवैधानिक!
(Rajasthan RTET : Grade IIII / 3rd Teacher Recruitment , CTET qualified candidates NOT Eligible is Unconstitutional )

जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सी-टेट) उत्तीर्ण अभ्यर्थी को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में पात्र नहीं मानने पर राज्य सरकार के संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। यह आदेश न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने प्रीतम कुमार शर्मा की ओर से दायर याचिका की सुनवाई के तहत दिए।

याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता ने कहा कि राजस्थान सरकार एक ओर प्रत्येक वर्ष आरटेट आयोजित नहीं कर पा रही है, वहीं दूसरी ओर सीबीएसई की ओर से आयोजित सी-टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए पात्र नहीं मान रही है, जबकि राजस्थान सरकार सीबीएसई पाठ्यक्रम अपना चुकी है।ऐसे में सी-टेट परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी को पात्र नहीं मानना अतार्किक व असंवैधानिक निर्णय है


News : Bhaskar (4.4.12)
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There is rule if State Govt. not conduct TET exam then it can take CTET as eligibility test.

Monday, April 2, 2012

RTET Rajasthan : Education University going to OPEN with Concept Equal Evaluation of all B. Ed. Candidates of Rajatshan



राज्य में खुलेगी एजुकेशन यूनिवरसिटी 
(RTET Rajasthan : Education University going to OPEN with Concept Equal Evaluation of all B. Ed. Candidates of Rajatshan )

उदयपुर। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रम चलाने वाले कॉलेज शीघ्र ही एक ही छत के नीचे आ सकते हैं। इसके लिए "एजुकेशन यूनिवरसिटी" खोलने पर विचार शुरू हो चुका है। उच्च शिक्षा मंत्री ने इसके लिए संभावनाएं टटोलने के निर्देश दे दिए हैं। एजुकेशन यूनिवरसिटी पर विचार शुरू करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा [टैट] में बी.एड. के अंक भी जुड़ने का निर्णय हो चुका है। इसके बाद ही इस यूनिवरसिटी की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है

छात्रों का कहना है कि जब तक सभी का मूल्यांकन समान नहीं होगा, तब तक टैट में बी.एड. के अंक जुड़ने में समानता नहीं मानी जा सकेगी। दूसरा कारण है, बी.एड. कॉलेज संचालकों की मांग। विश्वविद्यालयों की लगातार बढ़ी एफिलेशन फीस और वार्षिक परीक्षाओं में असमंजसता की स्थिति से वे भी आजिज आ चुके हैं। वे कहते हैं कि जब एक ही विश्वविद्यालय होगा तो पूरे राज्य में परीक्षा की समय सारणी एक होगी। जब देरी होगी तो सभी के साथ होगी, इसका खमियाजा कम से कम कुछ छात्रों को नहीं उठाना पड़ेगा।

होगी समान व्यवस्था
राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े इतने महाविद्यालय हैं कि यूनिवरसिटी स्थापित की जा सकती है और सभी यही चाहते हैं। इससे राज्य में बी.एड. सम्बन्धी समान व्यवस्था लागू हो सकेगी।
-दिनेश माली, अध्यक्ष, उदयपुर संभाग शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संगठन

राज्य में महाविद्यालय और छात्र
महाविद्यालय संख्या छात्र संख्या
बी.एड 807 90490
एम.एड. 36 2000
बीपीएड 17 3000
एमपीएड 02 500
बीईआईईडी 02 100
बीएसटीसी 33 3300
डीईडी 05 280

कितने तरह के शुल्क
-आवेदन शुल्क
-परीक्षा शुल्क
-सम्बद्धता शुल्क
-निरीक्षण शुल्क

जीरो बजट से शुरू हो सकती है यूनिवरसिटी
शिक्षाविदों के अनुसार एजुकेशन यूनिवरसिटी के लिए सरकार को ज्यादा बजट की दरकार नहीं होगी। राज्य में शिक्षा सम्बंधी पाठयक्रमों से जुड़े 972 महाविद्यालय और संस्थान हैं। उनमें करीब एक लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनके आवेदन शुल्क और वार्षिक परीक्षा शुल्क से ही इतनी राशि एकत्र हो सकती है कि विश्वविद्यालय का सालाना प्रशासनिक व अन्य खर्च निकल जाएगा।

होमवर्क शुरू
राज्य में एजुकेशन यूनिवरसिटी की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। अधिकारियों से कहा है कि वे इसके सम्बंध में होम वर्क कर लें। होम वर्क के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डॉ. दयाराम परमार उच्च शिक्षा मंत्री, राजस्थान

कौशल मूंदड़ा


News : Rajasthan Patrika (2.4.12)

Thursday, March 29, 2012

Good NEWS - RTET Rajatshan Highcourt : Now B. Ed Degree Holder can Apply for PRT Jobs, who Passed TET (Primary Level


बीएडधारक दे सकेंगे लेवल वन भर्ती परीक्षा 
RTET / Jodhpur Highcourt : B. Ed.  Degree Holder, Who qualified for RTET  / TET (Primary Level), Can Apply for Primary Teacher Job


प्रा. शिक्षक के लिए आवेदन कर सकेंगे बीएडधारी



जोधपुर। शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम स्तर (पहली से पांचवीं कक्षा) के लिए अब बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकेंगे। उच्च न्यायालय ने विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई के बाद बुधवार को यह अंतरिम आदेश पारित किया। अब तक बीएड योग्यताधारियों को उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए ही योग्य माना जा रहा था।

इसे चुनौती देते हुए याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता डॉ. पुष्पेन्द्रसिंह भाटी, कैलाश जांगिड़, कानसिंह ओड एवं अन्य का कहना था कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक कक्षाओं (फर्स्ट लेवल) के लिए योग्य माना गया था। याचिकाकर्ताओं ने प्रथम स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण भी कर ली। ऎसे में अब उन्हें केवल उच्च प्राथमिक कक्षाओं (छठी से आठवीं) के लिए ही आवेदन करने को बाध्य करना उचित नहीं है। याचिका में इसे असंवैधानिक बताया गया।


इसके विपरीत राज्य सरकार के वकीलों का कहना था कि शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए यह निर्णय किया गया है। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने याचिकाकर्ताओं को भी अंतरिम रूप से प्राथमिक कक्षाओं के लिए आवेदन करने की इजाजत दे दी।

News : Rajasthan Patrika (29.3.12)

Wednesday, March 28, 2012

Rajasthan 3rd Grade Teachers Recruitment 2012 , Apply Online , Last Date - 2-April-2012


Rajasthan 3rd Grade Teachers Recruitment 2012 , Apply Online , Last Date - 2-April-2012


Rajasthan 3rd Grade Teachers Recruitment 2012: Panchayati Raj Department, Rajasthan is going to conduct recruitment for more than 41000 3rd/Third Grader Teachers Jobs in Rajasthan via Zila Parishad / District wise in state. Rajasthan Panchayati Raj issues Notification for 41000 teachers post which contains 20% Marks for RTET Exams while remaining for Written examination held later on district Headquarter. The Rajasthan Teachers Exam Notification/ Advertisement by district zila parishad or Panchyat Raj to contains Exam Notification, Exam dates, Age, Education qualification, Paper Pattern, Last date, How to apply Online and other details has been issued by this week on Panchayati Raj Department website. Panchayati Raj Department of Rajasthan has issued Notification for IIIrd Grade Teachers Recruitment via Zila Parishad in District headquarters across state.

Job Post: IIIrd Grade Teacher
Total Post:
 41000+ 
Rajasthan Teacher recruitment 2012 District wise Jobs Post:
Ajmer district Teachers  Notification, Total Post =1491 [ Level-1= 187, Level-2 = 1304]
Alwar district Teachers  Notification, Total Post = 1866 [Level-1 Post=470 , Level-2 Post=1396 ]
Banswara district Teachers  Notification, Total Post = 560 [Level-1 Post= 459 , Level-2 Post=101 ]
Baran district Teachers  Notification, Total Post = 1232 [Level-1 Post=288 , Level-2 Post= 944]
Barmer district Teachers  Notification, Total Post =2832 [Level-1 Post=640 , Level-2 Post=2192 ]
Bharatpur district Teachers  Notification, Total Post = 1140 [Level-1=103, Level-2=1037]
Bhilwara district Teachers  Notification, Total Post =1999 [Level-1 Post=226 , Level-2 Post=1773 ]
Bikaner district Teachers  Notification, Total Post = 881 [Level-1 Post=539 , Level-2 Post=342 ]
Bundi district Teachers  Notification, Total Post = 826 [Level-1 Post=177 , Level-2 Post= 649]
Chittorgarh district Teachers  Notification, Total Post =1972 [Level-1 Post=366 , Level-2 Post=1606 ]
Churu district Teachers  Notification, Total Post = 1081 [Level-1 Post=142 , Level-2 Post=939 ]
Dausa district Teachers  Notification, Total Post = 494 [Level-1 Post=95 , Level-2 Post=399 ]
Dholpur district Teachers  Notification, Total Post =626[Level-1 Post=135, Level-2 Post=491]
Dungarpur district Teachers  Notification, Total Post =235 [Level-1 Post=231 , Level-2 Post=4 ]
Hanumangarh district Teachers  Notification, Total Post =751 [Level-1 Post=99 , Level-2 Post=652 ]
Jaipur district Teachers  Notification, Total Post = 568 [ Primary Education = 155, Upper Primary=413]
Jaisalmer district Teachers  Notification, Total Post = 505[Level-1 Post=303, Level-2 Post=202]
Jalor district Teachers  Notification, Total Post =1478 [Level-1 Post=355 , Level-2 Post=1123]
Jhalawar district Teachers  Notification, Total Post =1465 [Level-1 Post= 224, Level-2 Post=1241]
Jhunjhunu district Teachers  Notification, Total Post = 20 [Level-1 Post= 14, Level-2 Post=6]
Jodhpur district Teachers  Notification, Total Post =1677 [Level-1=1097, Level-2=580]
Karauli district Teachers  Notification, Total Post =472 [Level-1 Post=94 , Level-2 Post=378]
Kota district Teachers  Notification, Total Post =692 [Level-1 Post=117 , Level-2 Post=575]
Nagaur district Teachers  Notification, Total Post =3022 [Level-1 Post=741 , Level-2 Post=2281]
Pali district Teachers  Notification, Total Post =2614 [Level-1 Post=602 , Level-2 Post=2012]
Pratapgarh   district Teachers  Notification, Total Post =1174 [Level-1 Post=527 , Level-2 Post=647]
Rajsamand district Teachers  Notification, Total Post =2072 [Level-1 Post=379 , Level-2 Post=1693]
Sawai Madhopur district Teachers  Notification, Total Post = 473 [ Primary = 147 , Upper Primary= 326]
Sikar district Teachers  Notification, Total Post = 704[Level-1 Post=208, Level-2 Post=496]
Sirohi district Teachers  Notification, Total Post = 720[Level-1 Post=264 , Level-2 Post=456]
Sri Ganganagar district Teachers  Notification, Total Post = 1038[Level-1 Post=323 , Level-2 Post=715]
Tonk district Teachers  Notification, Total Post =586 [Level-1 Post=141 , Level-2 Post=445]
Udaipur district Teachers  Notification, Total Post = 2278 [Level-1=761, Level-2=1517]

Tuesday, March 27, 2012

RTET Rajasthan : Candidates Facing Problem in Online Application in Grade - III Teacher Recruitment

अब अभ्यर्थियों पर ऑनलाइन का संकट
(RTET Rajasthan : Candidates Facing Problem in Online Application in Grade - III Teacher Recruitment)


सिरोही : पंचायती राज विभाग की ओर से जिला परिषद के माध्यम से निकाली गई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा पर मंडरा रहे संकट के बादल हटने का नाम नही ले रहे हैं। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही नियमों में खामी के कारण हाईकोर्ट का स्टे और अब परीक्षा आवेदन पत्र जमा कराने के दौरान पंचायती राज विभाग की वेबसाइट की धीमी रफ्तार ने अभ्यर्थियों को परेशानी में डाल दिया है, जबकि आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि 3 अप्रैल निर्धारित की गई है।

जिला परिषद की ओर से निकाली गई तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन इसके साथ ही अभ्यर्थियों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। पंचायती राज विभाग ने अपनी वेबसाइट पर ई-मित्र काउंटर के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसमें अभ्यर्थी को ई-मित्र से टोकन काटकर कोड नंबर के आधार पर पंचायती राज विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना है। अभ्यर्थियों ने ई-मित्र काउंटर से टोकन तो काट दिए हैं, लेकिन पंचायती राज विभाग की वेबसाइट की रफ्तार काफी धीमी होने से उस पर आवेदन करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

ई-मित्र काउंटर पर बढ़ रहे हैं विवाद : ई-मित्र काउंटर पर टोकन काटने के बाद पंचायती राज विभाग की वेबसाइट पर आवेदन नहीं हो पाने के कारण अभ्यर्थी परेशानी में हैं। टोकन धारी अभ्यर्थियों की तादाद बढ़ती जा रही है, जबकि आवेदन नहीं के बराबर हो रहे हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों का गुस्सा ई-मित्र काउंटरों पर फूट रहा है।
दिनोंदिन बढ़ रहा है दबाव
ऑनलाइन शिक्षक भर्ती आवेदन की अंतिम तिथि 3 अप्रैल निर्धारित की गई। जैसे-जैसे अंतिम तिथि नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे जिलेभर के ई-मित्र काउंटरों पर अभ्यर्थियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, लेकिन पंचायती राज विभाग की वेबसाइट रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है।

एक-दो दिनों में बढ़ जाएगी स्पीड
॥लोड बढऩे से सर्वर डाउन चल रहा है। इसकी स्पीड बढ़ाने के लिए जयपुर में राज कॉम कंपनी (आरआईएसएल) के प्रभारी अनिल सिंह से बात की गई है। एक-दो दिन में समस्या का समाधान हो जाएगा। उनसे दूसरी वेबसाइट बनाने का आग्रह भी किया गया है।

-पुखराज बम, ई-गवर्नेंस प्रभारी, सिरोही

ऑनलाइन आवेदन की रकम तय
शिक्षक भर्ती परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन की रकम तय की गई है। अभ्यर्थी को ई-मित्र पर टोकन काटने के 5 रुपए देने होंगे, जबकि आवेदन फीडिंग के लिए 35 रुपए जमा कराने होंगे। इसमें फोटो व हस्ताक्षर तक स्केनिंग सभी शामिल हैं। इससे ज्यादा पैसे वसूल करने पर ई-गवर्नेंस प्रभारी से शिकायत की जा सकती है

News : Bhaskar (27.3.12)

Monday, March 26, 2012

RTET : B. Ed Degree Holders are NOT Eligible for Level - I Teacher Recruitment


आदेशों से उड़ी नींद 
(RTET : B. Ed Degree Holders are NOT Eligible for Level - I Teacher Recruitment )


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हनुमानगढ़। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने की तैयारी कर रहे टैट परीक्षा उर्तीण बीएडधारियों की पंचायत राज विभाग के नवीनतम आदेशों ने नींद उड़ा दी है पंचायत राज विभाग ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लेवल-एक के लिए टैट उर्तीण बीएसटीसी धारकों को ही पात्र माना है इससे सिर्फ लेवल-एक के लिए तैयारी कर रहे टैट परीक्षा उत्तीüण बीएडधारियों में अनिश्चितता है। लेवल-एक परीक्षा उर्तीण बीएडधारी बुधवार को आदेशों पर चर्चा कर पूछताछ में जुटे रहे। नए आदेश से राज्य के हजारों बीएडधारी प्रभावित होंगे

बीएडधारियों के अनुसार गत वर्ष जुलाई में हुई टैट परीक्षा के लेवल-एक में एसटीसी एवं बीएडधारियों को उत्तीüण घोषित कर प्रमाण पत्र दिए गए। लेवल-दो में सिर्फ बीएडधारियों को प्रमाण जारी किया गया। इस दौरान बीएडधारियों को शिक्षक भर्ती के लेवल-एक व दो के लिए पात्र माना गया। मगर अब परीक्षा के समय एकाएक व्यवस्था बदलना उचित नहीं।

कोचिंग सेंटर संचालक संजीव ग्रोवर के अनुसार परीक्षा के दोनों लेवल में पुरानी व्यवस्था बहाल रखी जानी चाहिए।

क्या है लेवल ?
लेवल-एक में कक्षा एक से पांचवीं तक प्राथमिक शिक्षा व लेवल-दो में कक्षा छह से आठवीं तक उच्च प्राथमिक शिक्षा को शामिल किया गया है। नियमों के अनुसार लेवल-एक में सिर्फ बीएसटीसीधारी शामिल हो सकते हैं।

क्या हैं आदेश ?
पंचायत राज विभाग की आयुक्त अपर्णा अरोड़ा ने मंगलवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की वीडियो कांफे्रस में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की समीक्षा में लेवल-एक में बीएसटीसी धारको को ही शामिल करने का निर्देश दिया।

मिला है निर्देश
"पंचायत राज आयुक्त ने एनसीटीई नियमों के आधार पर लेवल-एक परीक्षा में टैट उत्तीüण बीएसटीसी धारको को ही शामिल करने का निर्देश दिया है। आदेशों की विस्तृत जानकारी मुख्यालय से ही मिल सकती है।"
सुरेश शर्मा,
जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक)

News : Patrika (26.3.12)

RTET : Grade 3 - III Teacher Recruitment Exam on 13th May 2012


थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 13 मई को 
(RTET : Grade 3 - III Teacher Recruitment Exam on 13th May 2012)


For details, confirmed from relevant authority.

प्रदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 13 मई को होगी।
 लेवल 1 और 2 के लिए अलग-अलग पारियों में पेपर होगा।
 जो अभ्यर्थी एसटीसी, बीएड व टैट भी कर चुके हैं,
 वे दोनों लेवल के पेपर दे सकते हैं।
 वहीं जिन बीएडधारी अभ्यर्थियों ने टैट परीक्षा पास कर रखी है,
  वे लेवल एक के योग्य नहीं माने गए हैं।
 विभाग ने इसके लिए एनसीटीई के नियमों का हवाला दिया है।
 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 2 मार्च से शुरू होगी। अंतिम तिथि 2 अप्रेल होगी।

Rajsthan Highcourt : Why RPSC NOT conducted Grade III Teacher Recruitment


हाईकोर्ट का सवाल: तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती आरपीएससी से क्यों नहीं?
(Rajsthan Highcourt : Why RPSC NOT conducted Grade III Teacher Recruitment )




जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि वह तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा राज्य स्तर पर आरपीएससी के माध्यम से क्यों नहीं करवाना चाहती। अदालत ने इस मामले में सरकार से 26 मार्च तक जवाब तलब किया है। हालांकि भर्ती प्रक्रिया पर आगामी आदेशों तक किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है।


न्यायाधीश गोविंद माथुर व न्यायाधीश कैलाशचन्द्र जोशी की खंडपीठ के समक्ष सोमवार को जालोर के प्रकाशचंद्र व अन्य की ओर से सरकार के जिला परिषदों के माध्यम से परीक्षा आयोजित करने को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई हुई।

याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता सुकेश भाटी ने कहा कि पूर्व में वर्ष 2004 व वर्ष 2006 में शिक्षक भर्ती परीक्षाओं का आयोजन आरपीएससी के माध्यम से राज्य स्तर पर किया गया। राज्य स्तर पर ही मेरिट लिस्ट तैयार होने के बाद शिक्षकों की नियुक्ति जिलों में की जाती रही है। अब सरकार ने नीतिगत संशोधन करते हुए प्रत्येक जिले में अलग-अलग परीक्षा करवाने का निर्णय किया है, यह संविधान की भावना के विरुद्ध होने के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाला है।

बीपीएड डिग्री धारकों को हाईकोर्ट से राहत

जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने एकलपीठ के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसमें बीपीएड डिग्री धारकों को पीटीआई ग्रेड द्वितीय व तृतीय भर्ती परीक्षा-2008 के लिए अयोग्य माना गया था। यह आदेश न्यायाधीश गोविंद माथुर व न्यायाधीश कैलाशचंद्र जोशी की खंडपीठ ने जोधपुर निवासी ओमप्रकाश, दिनेश सांखला व 32 अन्य याचिकाकर्ताओं की ओर से अलग-अलग दायर अपीलों की सुनवाई के तहत दिए।

आरपीएससी की ओर से पीटीआई ग्रेड तृतीय की भर्ती परीक्षा-2008 के तहत 29 अक्टूबर 2010 को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। बीपीएड डिग्रीधारी प्रार्थीगणों ने परीक्षा दी थी व उसमें सफलता भी हासिल की, लेकिन बाद में उन्हें यह कहते हुए अयोग्य घोषित कर दिया गया कि ग्रेड तृतीय की भर्ती के लिए सीपीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थी ही योग्य हैं। इस पर प्रार्थीगणों ने हाईकोर्ट की शरण ली, लेकिन एकलपीठ ने याचिका खारिज कर दी थी।

इसके बाद प्रार्थीगणों ने खंडपीठ में अपील की। खंडपीठ में याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता डॉ. पीएस भाटी व डॉ. नूपुर भाटी ने कहा कि सरकार के 6 जनवरी 2010 के आदेशों में बीपीएड डिग्री धारकों को तृतीय श्रेणी पीटीआई के लिए भी योग्य माना गया है। इसलिए प्रार्थियों को भी इसका लाभ दिया जाए।


News : Bhaskar (20.3.12)

RTET : Highcourt Asked Reply on Grade III Teacher Recruitment in Rajasthan



तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पर मांगा जवाब 
(RTET :  Highcourt Asked  Reply on Grade III Teacher Recruitment in Rajasthan )

जयपुर। हाईकोर्ट ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में प्रारम्भिक कक्षाएं पढ़ाने के लिए बीएड डिग्रीधारियों को पात्र नहीं मानने पर राज्य सरकार, प्रमुख ग्रामीण विकास सचिव, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक व आरटेट समन्वयक से जवाब मांगा है। साथ ही, नौ याचिकाकर्ताओं को अंतरिम तौर पर परीक्षा में शामिल करने को कहा है

न्यायाधीश एम. रफीक ने राजेश मीणा व आठ अन्य की याचिका पर यह अंतरिम आदेश दिया। प्रार्थीपक्ष के वकील अंशुमन ने बताया कि भर्ती में प्रारम्भिक कक्षा के लिए बीएड डिग्रीधारी आरटेट प्रथम स्तर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया जा रहा, जबकि प्रारम्भिक कक्षा पढ़ाने की पात्रता परीक्षा आरटेट प्रथम स्तर के लिए डिग्रीधारियों को पात्र माना गया


News : Patrika (26.3.12)

RTET : Thousands of B.Ed Degree Holder are NOT eligible for Primary Teacher / Grade - III Teacher Recruitment Exam



.तो हजारों अभ्यर्थी नहीं दे सकेंगे शिक्षक भर्ती परीक्षा


(RTET : Thousands of B.Ed Degree Holder are NOT eligible for Primary Teacher / Grade - III Teacher Recruitment Exam )


It looks due to NCTE Guidelines, B. Ed Degree Holders who are eligible upto 1st Jan 2012 are NOT able to  give Primary Level Teacher Recruitment .
(If any of you know better about this, then give your comment )


Please refer guidelines /relaxations from relevant authority also.
Which can provide you exact details. 

See News : -
जोधपुर.जिला परिषद ने पंचायतीराज विभाग की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए बीएड पास और टेट में फर्स्ट लेवल उत्तीर्ण अभ्यर्थी को योग्य नहीं माना है। बीएसटीसी उत्तीर्ण और फर्स्ट लेवल पास अभ्यर्थी ही इस पद के योग्य होंगे और उनके आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। हाल में हाईकोर्ट द्वारा दिया गया लेवल फर्स्ट में बीएड अभ्यर्थियों को शामिल करने का अंतरिम आदेश केवल याचिका दायर करने वाले नौ अभ्यर्थियों को ही मिला है, जबकि हजारों अभ्यर्थी यही समझ रहे हैं कि वे भी इस लेवल की परीक्षा दे सकेंगे

राज्य सरकार के आदेश पर प्रदेश में 41 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषद के माध्यम से हो रही है। यह परीक्षा जिला स्तर पर होगी जिसके ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 2 अप्रैल तय की गई है। गंभीर बात यह है कि तकनीकी खामियों के कारण इस परीक्षा में बीएड के साथ टेट में लेवल फर्स्ट पास अभ्यर्थी शामिल नहीं हो सकेंगे, लेकिन बीएसटीसी और लेवल फर्स्ट पास अभ्यर्थी इस पद के योग्य होंगे। ऐसे में अगर कोई अभ्यर्थी बीएड के साथ टेट सेकंड लेवल उत्तीर्ण है तो वह तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए योग्य होगा।

ये है खामी

अगर कोई अभ्यर्थी बीएड के साथ टेट का लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण है तो इस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा, जबकि बीएसटीसी के साथ कोई अभ्यर्थी टेट का लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण है तो इस परीक्षा के योग्य माना जाएगा। इसमें सबसे बड़ी तकनीकी खामी यह है कि सरकार बीएड डिग्रीधारी को टेट के लेवल सैकंड उत्तीर्ण होने पर इस परीक्षा के योग्य मान रही है, लेकिन लेवल सैकंड में अगर कोई अनुत्तीर्ण है और लेवल फर्स्ट पास है तो उसे योग्य नहीं मान रही।

ऐसे में प्रदेश में हजारों अभ्यर्थियों ने इसी गफलत में आवेदन किया है कि वे इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद नियुक्ति के हकदार होंगे, जबकि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के नियमों में ऐसा नहीं है। इसके अलावा टेट परीक्षा के दौरान भी अभ्यर्थियों को यह नहीं बताया गया कि बीएड के साथ लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण करने वालों को इसके योग्य नहीं माना जाएगा।

इनको ही फायदा क्यों

एनसीटीई के नियमों के तहत सरकार ने बीएसटीसी के साथ टेट में लेवल फर्स्ट पास करने वाले अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के योग्य माना है। हालांकि एनसीटीई के नियमों में ही बीएड उत्तीर्ण को टेट की सैकंड लेवल की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर इस पद के योग्य माना गया है, लेकिन लेवल फर्स्ट पास को योग्य नहीं माना गया है।

क्या है लेवल फर्स्ट और सैकंड

राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (आरटेट ) ने पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए लेवल फर्स्ट और छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाने के लिए लेवल सैकंड की परीक्षा आयोजित की। इसमें लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को पहली से पांचवीं और लेवल सैकंड उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को छठी से आठवीं कक्षा पढ़ाने के काबिल माना। टेट के दोनों लेवल क्लियर करने वाले अभ्यर्थियों को पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ाने और तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने का सर्टिफिकेट दिया गया।
फिर भी आवेदन ले रहे हैं

जिन हजारों अभ्यर्थियों ने बीएड के साथ लेवल फर्स्ट का सर्टिफिकेट लगाकर तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा का आवेदन भरा है, उनके आवेदनों का क्या होगा? इस संबंध में जिला परिषद ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है, जबकि अभ्यर्थी इसी गफलत में ऑनलाइन फार्म भर रहे हैं कि वे शिक्षक भर्ती परीक्षा दे सकेंगे और उनका चयन हो जाएगा। यही नहीं, जिला परिषद के प्रशासनिक अधिकारियों को यह बात पता होने के बावजूद ऑनलाइन आवेदन में यह बात नहीं दर्शाई और अभ्यर्थियों से आवेदन लिए जा रहे हैं।


9 अभ्यर्थी ही बैठ सकेंगे परीक्षा में

'राजेश कुमार मीणा सहित जो 9 अभ्यर्थी इस मामले में हाईकोर्ट में गए। उन्हें न्यायालय ने अपने अंतरिम आदेश में राहत देते हुए परीक्षा में बैठने की इजाजत दी है, लेकिन न्यायाधीश मोहम्मद रफीक ने यह कहा कि इन अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम सील्ड रखें और अदालत की अनुमति के बिना घोषित नहीं किए जाएं।'

बीएड व टेट लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण ही योग्य

'जितने भी अभ्यर्थी बीएड के साथ टेट का लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण हैं, वे इस पद के योग्य नहीं होंगे। बीएसटीसी के साथ टेट का लेवल फर्स्ट उत्तीर्ण अभ्यर्थी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेगा। इसके अलावा बीएड के साथ टेट का लेवल सैकंड उत्तीर्ण अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हो सकेगा।'

सुरेश नवल, एसीईओ, जिला परिषद


News : Bhaskar (26.3.12)
Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-JOD-thousands-of-teacher-recruitment-exam-candidate-will-be-able-to-do-so-3017567.html?PRVNX=