Monday, April 23, 2012

RTET Rajasthan : टूट गई 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आस !


RTET Rajasthan : टूट गई 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आस !
Rajasthan Primary Teacher Transfer : Dreams Broken
जयपुर.राज्य में एक से दूसरे जिले में तबादले की आस लगाए बैठे करीब 20 हजार प्राथमिक शिक्षकों के तबादले नहीं होंगे। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के कारण प्रदेशभर में जिलेवार रोस्टर गड़बड़ाने की आशंका को देखते हुए फिलहाल विभागीय स्तर पर यह फैसला किया गया। जिला बदलने के इच्छुक शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा। इन शिक्षकों के तबादले पंचायतीराज और शिक्षा विभाग की सहमति से होंगे। यदि मुख्यमंत्री स्तर कोई निर्णय होता है तो ऐसे शिक्षकों को राहत भी मिल सकती है।


प्रदेश में करीब डेढ़ साल बाद तबादला प्रक्रिया शुरू होने पर सबसे ज्यादा खुश पंचायतीराज के वे शिक्षक थे, जो लंबे समय से एक से दूसरे जिले में जाने के इच्छुक हैं। इनमें करीब 15-17 हजार की संख्या प्रतिबंधित जिलों से निकलने की आस लगाए बैठे शिक्षकों की है। प्रतिबंधित जिलों में बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, डूंगरपुर, सिरोही, जालौर, झालावाड़, बांसवाड़ा शामिल हैं।

विभाग के सामने बड़ी परेशानी इस बात की है कि यदि प्राथमिक शिक्षकों को एक से दूसरे जिलों में भेजना शुरू किया गया तो तृतीय श्रेणी भर्ती का पूरा रोस्टर गड़बड़ा जाएगा। विभाग के पास इन शिक्षकों के तबादलों की अर्जियां पहले ही आ चुकी हैं। बड़ी संख्या में शिक्षक अब नए सिरे से तबादला आवेदन की तैयारी भी कर रहे हैं। पंचायतीराज मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय का कहना है कि विभाग के लिए सबसे बड़ा काम तृतीय श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया को समय पर पूरा करना है।

एक जिले से दूसरे जिले के तबादले होने पर पूरा रोस्टर ही गड़बड़ा जाएगा और शिक्षकों का पूरा अनुपात बिगड़ जाएगा। मुख्यमंत्री स्तर पर कोई निर्देश दिए जाते हैं तो इसके अनुसार काम करेंगे। राजस्थान पंचायतीराज कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने मांग की कि तबादलों में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म होना चाहिए और तबादला नीति के आधार पर हों। गुर्जर ने एक जिले से अन्य जिलों में भी तबादला करने की मांग उठाई।

प्राथमिक शिक्षक तबादलों में शिक्षा विभाग की भूमिका खत्म

राज्य में अन्य विभागों के तबादलों के साथ ही प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। पंचायत समिति में ही स्कूल बदलने के इच्छुक शिक्षकों के आवेदनों पर पंचायत समिति की स्टैंडिंग कमेटी फैसला करेगी। मालवीय का कहना है कि 2 अक्टूबर 2010 के आदेश पूरी तरह प्रभावी हो गए हैं। अब शिक्षकों को संबंधित क्षेत्र में ही तबादलों के लिए आवेदन करना होगा। जयपुर में शिक्षकों का जमावड़ा भी अब काफी कम हो जाएगा।

कैसे करें तबादलों के लिए आवेदन

प्राथमिक शिक्षकों के तबादलों की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शिक्षक अपने इच्छित स्थान पर तबादलों के लिए पंचायत समिति, जिला परिषद में आवेदन कर सकेंगे। अब प्रधान और जिला प्रमुख की भूमिका भी अहम हो जाएगी। हालांकि स्टैंडिंग कमेटी के निर्णय से ही तबादले होंगे। शिक्षा विभाग के तबादलों पर शिक्षामंत्री बृजकिशोर शर्मा का कहना है कि सैकंड ग्रेड और इससे ऊपर के तबादले शिक्षा विभाग करेगा। विभाग स्तर पर तबादलों के लिए निर्देश भी जारी होंगे।

News : Bhaskar.com (24.4.12)

Saturday, April 21, 2012

RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus



परेशानी का सबब बना थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस
(RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus )

जयपुर.पंचायतीराज विभाग की ओर से होने वाली थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। परीक्षा नजदीक आती जा रही है और अभ्यर्थी सेकंड लेवल के सिलेबस को लेकर परेशान है। ऐसे में उनकी तैयारी बाधित हो रही है। उन्होंने शिक्षक भर्ती परीक्षा को जून में कराने की मांग की है।

प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष दीपेंद्र शर्मा का कहना है कि लेवल फस्र्ट के अभ्यर्थियों के लिए तो सिलेबस में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन लेवल सेकंड की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी परेशान है। सरकार ने अभी यह स्थिति साफ नहीं की है कि इसमें विषय वाले पेपर के सिलेबस में क्या-क्या शामिल है। इससे सेकंड लेवल के अभ्यर्थी असमंजस में है

राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानिया का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा। इसलिए मई में होने वाली इस परीक्षा को स्थगित कर जून में कराया जाए, ताकि परीक्षा की तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।

News : Bhaskar (22.4.12)


RTET Rajasthan : Eight Thousand B. Ed Candidates Applied Writ, First time in History of Rajasthan

आठ हजार बीएडधारियों ने लगाई याचिकाएं 

(RTET Rajasthan : Eight Thousand  B. Ed Candidates Applied Writ, First time in History of Rajasthan)

जयपुर। राजस्थान के इतिहास में पहली बार निकली 41,000 थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती पदों में बैठने को लेकर अभ्यर्थी एडी से चोटी तक का जोर लगा रहे हैं। ऎसे ही करीब आठ हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा में बैठने का शॉर्ट कट निकाल लिया है

सरकार की तरफ से तो इनको परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं मिली लेकिन कोर्ट के दखल के बाद इन अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने की अंतरिम इजाजत मिल गई है। राज्यभर में ऎसे सैकड़ों और भी अभ्यर्थी हैं जो कोर्ट की मदद से परीक्षाओं में बैठने की तैयारी में हैं।

यह है पूरा मामला 
पांच साल के बाद इतनी बड़ी संख्या में थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती निकालने के बाद सरकार ने अपने ही स्तर पर कुछ नियम बना डाले। इन नियमों के अनुसार पिछले साल हुई प्रथम स्तर की टेट परीक्षा और द्वितिय स्तर की टेट परीक्षा में पास होने वाले बीएडधारियों और बीएसटीसी धारियों को ही परीक्षा में बैठने की अनुमति देने का प्रावधान है। 

प्रथम स्तर की परीक्षा में पास होने वाले बीएसटीसी धारियों को तो सरकार ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी, लेकिन प्रथम स्तर की टेट परीक्षा पास करने वाले बीएडधारियों को सरकार ने अनुमति नहीं दी। ऎसे हजारों बीएडधारियों ने कोर्ट की शरण ली और बाद में उनको राहत मिली


News : Patrika (21.4.12)

Rajasthan : 23 हजार स्थाई भर्ती में संविदाकर्मियों को वरीयता

23 हजार स्थाई भर्ती में संविदाकर्मियों को वरीयता 


जयपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में होने वाली 23 हजार कर्मचारियों की स्थाई भर्ती में वर्तमान में कार्यरत संविदाकर्मियों को उनके कार्य व अनुभव के आधार पर प्राथमिकता दी जा सकती है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने राजस्थान पत्रिका से बातचीत में इस तरह के संकेत दिए।

RTET : शिक्षक भर्ती 13 मई को

मालवीया ने कहा कि कर्मचारियों की भर्ती को मुख्यमंत्री से मंजूरी के बाद प्रक्रिया पंचायती राज विभाग के स्तर पर जल्द ही अमल में लाई जाएगी। शिक्षक भर्ती पर उन्होंने कहा कि परीक्षा 13 मई को प्रस्तावित है, फिलहाल इसे बढाने का कोई विचार नहीं है। इसके तहत प्रथम व द्वितीय स्तर की परीक्षा एक ही दिन दो अलग-अलग समय पर होगी।आगामी टेट परीक्षा पर उन्होंने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के ठीक बाद टेट होगी, ताकि अभ्यर्थियों को राहत मिले।


News : Rajatshan Patrika ( 20.4.12)

Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam can be STUCKED



RTET : अटक सकती है शिक्षक भर्ती परीक्षा 
( Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment Exam can be STUCKED )

जयपुर। आगामी 13 मई को 41 हजार शिक्षकों के पदों के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा विवादों की भेंट चढ़ने को है। परीक्षा को आरपीएससी से कराने और टेट परीक्षाएं पहले कराने की मांग के साथ शुरू से ही चर्चाओं में रही इस परीक्षा को अब सही समय पर कराने की चुनौती परिषदों के सामने हैं। तैयारियां बता रही हैं कि शायद परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ानी पड़े। गौरतलब है कि इससे पहले शिक्षक भर्ती परीक्षाएं आरपीएससी से ही कराई जाती रही हैं, जिनमें विवादों की गुंजाइश कम ही रहती थी। इस बार तमाम आशंकाओं के बीच जिला परिषद यह जिम्मेदारी उठा रही है।

सिलेबस को लेकर भी जारी है गड़बड़ी 

शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर डाला गया सिलेबस भी विवाद पैदा कर रहा है। साइट पर डाले गए सिलेबस में दो सौ नंबर का पेपर डाला गया है। इन दो सौ नंबरों में 80 नंबर जीके (सामान्य ज्ञान) और अन्य विष्ायों के हैं। विवाद 120 नंबरों का चल रहा है। इन 120 नंबरों को लेकर किसी भी विष्ाय में बारहवीं कक्षा तक सवाल पूछा जा सकता है। जबकि एक-एक विष्ाय की किताबों की संख्या ही आठ से दस तक है

परीक्षा होने से पहले बची है इतनी प्रक्रिया 

3 मई को परीक्षा होने से पहले अभी जिला परिष्ादों के सामने कई सारी तैयारियों को पूरी करने की चुनौती है। दस अप्रैल को फार्म भरने की आखिरी तारीख थी। अब जिला परिष्ादों के सामने परीक्षा केंद्र तैयार करना, वीडियोग्राफी कराना, परीक्षाओं के लिए ऑन लाइन आवेदन जारी करने समेत अन्य कई काम बाकी हैं। गौरतलब है कि साइट पर अतिरिक्त भार होने के कारण साइट तीन बार पहले भी हैंग हो चुकी है। यही कारण था कि परीक्षा का आवेदन करने की तारीख पहले दो अप्रैल थी। उसके बाद आठ अप्रैल की गई और बाद में बढ़ा कर दस अप्रैल कर दी गई 


News : Patrika ( 21.4.12)

Thursday, April 19, 2012

RTET : Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitement, Student Made Hunger Strike


RTET : छात्रों ने की भूख हड़ताल 
(RTET Rajasthan Grade 3rd / IIIrd Teachers Recruitement, Student Made Hunger Strike )

सीकर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की मांग बढ़ती जा रही है। बुधवार को एसएफआई के करीब 50 कार्यकर्ता कलक्ट्रेट के सामने 24 घंटे की सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। एसएफआई के जिला सचिव धर्मवीर कुडी व नौजवान सभा के जिला संयुक्त सचिव झाबर राड़ ने आरोप लगाया कि सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा जिला परिषद से करवाकर भ्रष्टाचार फैला रही है।
भूख हड़ताल पर बैठने वालों में जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र फुलवारिया, कल्याण कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष रामकृष्ण जाखड़, सत्यजीत भीचर, बीएल बाजिया, सागर खोखर, सद्दाम हुसैन, सुभाष जाखड़, नवदीप, संदीप जींगर, रेखा जांगिड़ आदि मौजूद थे। इधर राजस्थान शिक्षक भर्ती संघ के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप कलवानिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पंचायतराज मंत्री महेन्द्रजीत मालवीय को ज्ञापन भेजकर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग की है।
कैंडल मार्च आज
छात्र संगठन एनएसयूआई तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की मांग को लेकर गुरूवार शाम सात बजे जाट बाजार से कैंडल मार्च निकालेगी।

12 लाख आ गए आवेदन, सरकार की बढ़ी परेशानी
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में अत्यधिक आवेदन आने से राज्य सरकार की परेशानी बढ़ गई है। जानकारों के अनुसार परीक्षा के लिए पूरे राज्य में 12 लाख आवेदन आए हैं, जबकि सरकार को उम्मीद है कि तीन लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में नहीं बैठेंगे, क्योंकि टेट पास अभ्यर्थियों की संख्या तीन लाख है।हालांकि सरकार को 12 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इसी संदर्भ में 23 अप्रेल को वीसी होगी। जिसमें तैयारियों के सिलसिले में विचार-विमर्श किया जाएगा।

News : Rajasthan Patrika (19.4.12)

RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बैठाने के आदेश


RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बैठाने के आदेश
(RTET  Rahasthan : Rajasthan Highcourt gave order to make appear TET Level - I pass candidates in Grade 3rd / IIIrd Teacher Recruitment )

राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम में बीएड धारी टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाने के आदेश पंचायतीराज विभाग व शिक्षा विभाग को दिए हैं। न्यायालय ने बीकानेर की विजयलक्ष्मी व्यास पुत्री ओमप्रकाश पुरोहित सहित लगभग 67 अभ्यर्थियों की याचिका पर यह आदेश दिया है। न्यायालय में याचिकाकर्ता विजयलक्ष्मी सहित अन्य ने हाईकोर्ट में सिविल रिट दायर करते हुए रिट में कहा कि वे बीएड व टेट परीक्षा उत्र्तीण हैं तथा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल प्रथम परीक्षा में बैठने की योग्यता रखते हैं लेकिन अप्रार्थी पंचायतीराज विभाग ने उन्हें परीक्षा में बैठने के लिए अयोग्य माना है। न्यायालय ने याचिका स्वीकार कर राजकीय अधिवक्ता को आदेश दिया कि इन अभ्यर्थियों को अस्थायी तौर पर परीक्षा में बैठाया जाए। इन अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम अदालत के आदेश पर घोषित किया जाए। याचिकाकर्ता की तरफ से पैरवी एडवोकेट अमित गौड़ ने की।

News : Bhaskar (19.4.12)

Tuesday, April 17, 2012

RTET : अब किस जिले से दें परीक्षा ?



RTET : अब किस जिले से दें परीक्षा ? 


राजसमंद। आगामी 15 मई को प्रस्तावित राज्यव्यापी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा-2012 जिले में भी अब तक का सबसे बड़ा इम्तिहान होगा। पदों के मुकाबले आए आवेदनों की तादाद को देखते हुए इसकी तैयारियों को लेकर पंचायती राज विभाग व जिला प्रशासन फिक्रमंद है, वहीं अभ्यर्थी इम्तिहान के लिए 'माकूल मैदान' के चयन की मशक्कत कर रहे हैं।

विभाग ने हालांकि आवेदन संख्या की आघिकारिक घोषणा नहीं की है, मगर संभावित आंकड़ों के मुताबिक राजसमंद जिले में 2072 पदों के लिए दोनों स्तरों पर कुल 78 हजार 720 आवेदन आए हैं। जानकारों का कहना है कि राज्यभर में पात्र आवेदक तीन लाख के आस-पास ही हैं, जबकि आवेदन 11 लाख से अघिक आए। सभी जिलों में एक ही दिन परीक्षा होने से एकाघिक स्थानों के लिए आवेदन करने के बावजूद अभ्यर्थी एक जगह ही परीक्षा दे सकेगा।

वह जिलेवार आवेदनों की संख्या तथा दोनों स्तरों पर पद का आकलन करते हुए अपने लिए परीक्षा की उचित जगह पर विचार कर रहे हैं। जानकारों के मुताबिक इन हालाते के चलते राजसमंद में करीब 30 प्रतिशत से अघिक सीटें खाली रह सकती हैं। ज्ञात हो, पिछले वर्ष आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में 90 पदों के विरूद्ध करीब 33,400 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। शिक्षक भर्ती में यह संख्या लगभग दस हजार बढ़कर 42,800 हो गई है।
चूंकि लेवल-1 (कक्षा 0-5 तक) के 379 पदों के लिए 35,920 तथा लेवल-2 के 1693 पदों के विरूद्ध 42,800 आवेदन आए हैं। एक ही दिन में दो पारियों में होने वाली परीक्षा के लिए विभाग को अघिकतम संख्या के हिसाब से बैठक प्रबंध करने होंगे। पटवारी परीक्षा आयोजन में कुम्भलगढ़ ब्लॉक को यातायात असुविधाओं के मद्देनजर परीक्षा आयोजन से दूर रखा, जबकि शेष जिले के सभी राजकीय व गैर राजकीय विद्यालय, कॉलेज व अन्य भवनों का इस्तेमाल किया गया था। इस बार भवन, फर्नीचर और कर्मचारियों की ड्यूटी को लेकर ज्यादा मशक्कत करनी होगी। इसे लेकर विभाग और प्रशासन ने वैचारिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा नियंत्रण कक्ष जिला परिषद कार्यालय में स्थापित किया गया है।

एक करोड़ से ज्यादा जमा
सामान्य वर्ग के पुरूष व महिला आवेदक से 250 रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग से 150 तथा अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों से 50-50 रूपए परीक्षा शुल्क लिया गया था। तीनों श्रेणियों का औसतन 150 रूपए भी एक आवेदन का शुल्क माना जाए, तो विभाग के खाते में एक करोड़ 18 लाख आठ हजार रूपए जमा हो चुके हैं।

क्यों इतने आवेदन?
जिला स्तर पर भर्ती के लिए राजसमंद के अलावा अन्य जिलों से बड़ी तादाद में अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। हजारों ऎसे बीएड-एसटीसी डिग्रीधारियों ने भी फॉर्म भरा, जिनके पास टैट की पात्रता नहीं है। कई अभ्यर्थियों ने आवेदन भरने के दौरान पाठ्यक्रम, विषयाध्यापक व स्तर प्रथम व द्वितीय के पात्रता सम्बंधी असमंजस को लेकर गलतियां कीं तथा बाद में एकाघिक आवेदन किए


News : Rajasthan Patrika (17.4.12)

RTET : अभ्यर्थी बोले, भर्ती से पहले कराओ टेट


RTET : अभ्यर्थी बोले, भर्ती से पहले कराओ टेट 

जयपुर. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से पहले आरटेट परीक्षा कराने की मांग को लेकर पिछले तीन दिन से उद्योग मैदान पर धरना दे रहे अभ्यर्थियों ने सोमवार को विधानसभा तक रैली निकाली। आरटेट छात्र संघष्ाü समिति के बैनर तले अभ्यर्थियों ने विधानसभा टी प्वाइंट पर पहुंच कर नारेबाजी की। संगठन नेता मुरारी मीणा और राजेन्द्र तिवाड़ी ने बताया कि पिछली परीक्षा को एक साल बीतने के बाद भी सरकार की ओर से टैट परीक्षा आयोजित नहीं कराई जा रही। यदि परीक्षा से पहले ही अध्यापक भर्ती परीक्षा हुई तो लाखों अभ्यर्थी सरकारी नौकरी की दौड़ से वंचित रह जाएंगे।

मिली दुत्कार
अभ्यर्थियों ने पंचायती राज मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय पर ज्ञापन देने गए प्रतिनिधिमंडल से दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों ने बताया कि टी प्वाइंट से प्रतिनिधिमंडल सीएम के नाम ज्ञापन सौंपने विधानसभा गया था। मालवीय इस प्रतिनिधिमंडल से मिले और अभ्यर्थियों की मांगों को बिना सुने ही भगा दिया

News : Patrika (17.4.12)

RTET : शिक्षकों की भर्ती को लेकर चिडावा बंद रहा शांतिपूर्ण


RTET : शिक्षकों की भर्ती को लेकर चिडावा बंद रहा शांतिपूर्ण

झुंझुनूं। राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषदों के स्थान पर राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के माध्यम से कराने की मांग को लेकर आज चिडावा कस्बा आज बंद रहा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार स्टूडेन्ट फैडरेशन ऑफ इण्डिया (एसएफआई) ने चिडावा बंद का आह्वान किया था। सूत्रों ने बताया कि एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने कस्बे में घूम-घूम कर बाजार और प्रतिष्ठानों को बंद करवाया जबकि आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया।
बंद के दौरान कस्बे में शांति रही। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। बंद के दौरान किसी तरह की झड़प अथवा तोड़फोड़ की कोई सूचना नहीं है। रोडवेज की और निजी बसें सामान्य रूप से चली लेकिन टैक्सियां बंद रहने से स्थानीय लोगों को आवागमन में खासी परेशानी हुई।
सूत्रों का कहना है कि बंद सफल रहा। बंद समर्थकों ने रैली निकाली और तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती जिला परिषद के स्थान पर आरपीएससी से कराने की मांग का ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा।

Saturday, April 14, 2012

RTET : थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: पहले विधायक का इस्तीफा, अब सदन में धरना


RTET - थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती: पहले विधायक का इस्तीफा, अब सदन में धरना


शून्यकाल शुरू होते ही श्रवण कुमार ने कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया था। मेरे साथ अन्याय हो रहा हैजयपुर.कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में शिक्षक भर्ती आरपीएससी से कराने की मांग को लेकर धरना दिया। बाद में उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक और सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा ने उन्हें आग्रह करके उठाया। शून्यकाल शुरू होते ही श्रवण कुमार ने कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया था। मेरे साथ अन्याय हो रहा है।  उन्होंने कहा कि वे तो इस्तीफा दे चुके थे, लेकिन आसन ने यह कह दिया कि वैसे ही पर्ची दे दी थी।
आरपीएससी से शिक्षक भर्ती की परीक्षा कराने की मांग की थी। इसका समाधान नहीं हो पाया है। इस बीच माकपा ने अमराराम ने स्वाइन फ्लू और इसके प्रभावों को लेकर मामला उठाया, लेकिन वह भी शोरगुल में दब गया।  श्रवण कुमार ने कहा कि वे इस मामले को लेकर इस्तीफा दे चुके हैं, फिर भी सरकार इस पर गौर नहीं कर रही है।

उन्होंने अपना इस्तीफा लहराया और कहा कि उनकी मांग पर गौर किया जाए।  श्रवण कुमार के समर्थन में माकपा के अमराराम और पेमाराम ने शिक्षक भर्ती का मुद्दा उठाया।  भाजपा के देवीसिंह भाटी और हनुमान बेनीवाल ने सदन में अपनी बात रखी, लेकिन उसे उपाध्यक्ष के निर्देश पर अंकित नहीं किया गया। हंगामे और शोरगुल के बीच उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा ने कहा कि अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत इस प्रकरण में व्यवस्था दे चुके हैं।

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET : प्रभारी मंत्री को कहा "गो बैक"


RTET : प्रभारी मंत्री को कहा "गो बैक" 

झुंझुनूं। शिक्षक भर्ती जिला परिषद से कराने के विरोध में बीएड बेरोजगार संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर झुंझुनूं-चिड़ावा मार्ग पर बख्तावरपुरा के निकट टोल बूथ पर जिले के प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा को काले झण्डे दिखाए।

तय कार्यक्रम के अनुसार युवक काले झण्डे दिखाने सबसे पहले सूरजगढ़ पहुंचे, लेकिन वहां पुलिस का जाब्ता अधिक होने के कारण वहां से लाखू चले गए। वहां भी पुलिस की सख्ती के उनकी दाल नहीं गली। इसके बाद युवकों ने रणनीति बदली और बख्तावरपुरा के निकट टोल बूथ पर आ गए। यहां उन्होंने मंत्री को काले झंडे दिखाए तथा कईझंडे कार पर भी फेंके। अनेक युवक मंत्री की कार के सामने आकर खड़े हो गए। प्रदर्शकारी युवकों ने "मंत्री गो बैक" तथा शिक्षक भर्ती आरपीएससी से हो के नारे लगाए। बाद में उन्हें पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

ढाई घंटे बाद छोड़ा
काले झंडे दिखाने में शामिल भारतीय जनता पार्टी के पार्षद डॉ. राजेश बाबल, एनएसयूआई के जिला संयोजक सुशील मालसरिया, संजय जांगिड़,विजेन्द्र लाम्बा, मनीष थालोड़, प्रवीण पचार, सुनील हांसलसर, रघुवीर महला व अन्य को पुलिस पकड़कर बगड़ थाने ले गई। यहां से ढाई घंटे बाद लगभग पांच बजे उन्हे छोड़ा गया।

पुलिस के घेरे में रहे मंत्री
युवकों के आक्रोश को देखते हुए मंत्री को पुलिस के घेरे में ही निकलना पड़ा। झुंझुनूं सर्कि ट हाउस से रवाना होने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश कटारिया के नेतृत्व में मंत्री के लिए विशेष सुरक्षा करनी पड़ी। सूरजगढ़ व लाखू दोनों जगह हुए कार्यक्रमों में एक एएसपी, दो डिप्टी व अनेक थानाधिकारी साए की तरह उनके साथ रहे।

मंत्री के सामने प्रदर्शन करने वाले कुछ युवकों को पकड़ा था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
-ओम प्रकाश कटारिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, झुंझुनूं

भाषण के दौरान हंगामा
सूरजगढ़। पंचायत समिति परिसर में आयोजित जनसम्पर्क कार्यक्रम में भाजपा की नेता संतोष अहलावत के नेतृत्व में शिक्षक भर्ती लोक सेवा आयोग से कराने की मांग कर रहे छात्र प्रभारीमंत्री परसादीलाल मीणा को ज्ञापन देने अंदर जाने लगे तो वहां मौजूद प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें मुख्य द्वार पर रोक लिया। एक घंटे तक उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।

इस पर संतोष अहलावत के नेतृत्व मे छात्रों ने नारेबाजी की व हंगामा शुरू कर दिया। मंत्री ने लगभग पंद्रह मिनट भाषण दिया। मंत्री के भाषण शुरू करते ही युवको ने भी हंगामा शुरू कर दिया। जो मंत्री के भाष्ाण खत्म होने पर ही बंद हुआ। बाद में खुद मंत्री ने दरवाजे पर आकर ज्ञापन लिया। इस दौरान कई बार तनातनी की स्थिति भी बनी।


News : Patrika (14.4.12)

RTET : भर्ती की दौड़ में जालोर वालों से ज्यादा बाहरी


RTET : भर्ती की दौड़ में जालोर वालों से ज्यादा बाहरी

सर्वाधिक जयपुर के आवेदक देंगे जालोर से परीक्षा


शिक्षक भर्ती के लिए चल रही भागमभाग में जालोर से परीक्षा देने वालों में स्थानीय आवेदकों से अधिक दूसरे जिले के आवेदक शामिल हैं। इस भर्ती परीक्षा के लिए दोनों स्तर में जालोर जिले के लिए कुल 43 हजार 62 आवेदन भरे गए हैं। इनमें जालोर के तो मात्र 8496 आवेदक ही हैं जबकि शेष दूसरे जिलों के हैं। इस प्रकार लगभग साढ़े 34 हजार आवेदक दूसरे जिले से हैं जो जालोर आकर परीक्षा देंगे। हालांकि अभी इन आवेदनों के खारिज होने की प्रक्रिया जारी है। जिसके बाद ही सही सही आंकड़ा सामने आ पाएगा साथ ही कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने एक साथ तीन चार जिलों में आवेदन भरे हैं। ऐसे में जिले से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 43 हजार से कम भी हो सकती है। इधर, आवेदन के इन आंकड़ों के बाद एक बार फिर यही सवाल खड़ा हो गया है कि इससे स्थानीय बेरोजगार युवकों को क्या लाभ मिल पाएगा। साथ ही अगर अधिक संख्या में दूसरे जिले के लोग यहां परीक्षा में सफल होते हैं तो क्या वाकई में स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो पाएगी। इस बीच आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब जिला परिषद आगे की तैयारियों में जुट गई है। परिषद के सामने सबसे बड़ी चुनौती इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों के लिए परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था करना है।

क्या है जालोर की स्थिति
इस परीक्षा के लिए 11416 आवेदन ऐसे हैं जो जालोर के लोगों ने भरे हैं। जिनमें 8496 आवेदक ऐसे हैं जिन्होंने जालोर के लिए ही आवेदन किया है जबकि जालोर के 2920 लोग ऐसे हैं जिन्होंने दूसरे जिले के लिए आवेदन किया है। इनमें सर्वाधिक करीब 1400 लोगों ने बाड़मेर के लिए आवेदन किया है।
जालोर से ज्यादा जयपुर के आवेदक
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के लगभग 8496 अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। अन्य सभी दूसरे जिलो का आंकड़ा तो इससे कहीं ज्यादा है ही, लेकिन अकेले जयपुर की बात करें तो वहां से जालोर के लिए फीस भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या जालोर के आवेदकों से भी अधिक है। जयपुर से जालोर के लिए कुल 8853 लोगों ने फीस भरी है।
शेखावाटी और नागौर से 9 हजार लोग
तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आरपीएससी से करवाने की सर्वाधिक मांग शेखावटी में की जा रही है। शेखावाटी से जालोर जिले के लिए फीस भरने वाले लोगों की संख्या पर गौर करें तो सीकर से लगभग 3815, झुंझुनूं से 3069 और चुरू से 961 लोगों ने जालोर के लिए फीस भरी है। इसी प्रकार नागौर से करीब 1231 लोगों ने जालोर के लिए टोकन कटवाया है।
अब आगे क्या
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब इन आवेदनों की जांच जारी है। जिनमें कुछ आवेदन खारिज भी होंगे। सही संख्या सामने आने के बाद पंचायती राज विभाग जिला परिषद को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भेजेगा। जिसके आधार पर परिषद केंद्रों के नाम और संख्या देगी। अभ्यर्थियों को केंद्र का आवंटन रेंडम बेस पर होगा। इसके अलावा वीक्षकों की ड्यूटी संभवत जिला परिषद की ओर से ही की जाएगी, लेकिन केंद्राधीक्षकों की ड्यूटी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
आवेदनों की जांच बाकी
॥जिले के लिए 43 हजार 62 आवेदकों ने फार्म भरा है। अभी इन फॉर्म की जांच होगी। जिसके बाद सही संख्या सामने आ सकेगी। कुछ फॉर्म रिजेक्ट होंगे तो कुछ ऐसे भी हैं जो दूसरी जगहों से परीक्षा देंगे। बहरहाल हम लोग इसके आसपास ही संख्या को संभव मानते हुए परीक्षा केंद्रों का चयन कर रहे हैं। हमारा प्रयास होगा कि इतने अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र को लेकर कोई परेशानी न हो।
- भैरूलाल वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जालोर
मेवात से भरी 7 हजार ने फीस
जालोर से परीक्षा देने की होड़ में मेवात क्षेत्र भी पीछे नहीं है। अलवर से करीब 2898, भरतपुर से 1175, दौसा से 1361, करौली से 672 और सवाईमाधोपुर से करीब 1074 लोगों ने जालोर के लिए टोकन कटवाया है। इसके अलावा चितौडग़ढ़ एक मात्र ऐसा जिला है जहां से सबसे कम मात्र 7 जनों ने जालोर के लिए फीस भरी है। पड़ोसी जिलों की बात करें तो जोधपुर से 2957, पाली से 718, सिरोही से 1092 और बाड़मेर से 603 लोगों ने जालोर के लिए फीस भरी है। यानी लगभग इतने लोग जालोर से आवेदन कर चुके हैं।
जालोर में हैं इतने पद
तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा दो स्तर में हो रही है। पहला स्तर कक्षा एक से पांच तक और दूसरा स्तर कक्षा छह से आठ तक का। इनमें पहले स्तर के लिए जालोर में 355 और दूसरे स्तर के लिए 1123 पद है। इस प्रकार कुल जिले में कुल 1478 पदों के लिए भर्ती होगी। इन पदों की दौड़ में जालोर जिले के साढ़े आठ हजार और दूसरे जिलों के साढ़े 34 हजार आवेदक शामिल हैं।

बार -बार भर्ती फिर भी नहीं भरते पद
पिछले कई सालों में अनेक बार भर्ती होने के बावजूद जालोर जिले की स्कूलों में शिक्षकों के अनेक पद जस के तस रिक्त हैं। अनेक बार भर्ती होने के बाद भी इस समस्या में कोई बदलाव नहीं आया है। जिले में इस समय द्वितीय श्रेणी के 241, तृतीय श्रेणी के 2115 और माध्यमिक स्कूलों में 550 पद रिक्त हैं।

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET Churu : चूरू के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी आजमाएंगे अपना भाग्य


RTET Churu : चूरू के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी आजमाएंगे अपना भाग्य


जिला परिषद के जरिए होने वाली तृतीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा में चूरू जिले के अभ्यर्थी अन्य जिलों में भी अपना भाग्य आजमाएंगे। 10 अप्रैल को आवेदन किए जाने की अंतिम तिथि के बाद भरे गए फार्मों के अनुसार जिले के 31584 अभ्यर्थियों में से 17413 का अन्य जिलों में रुझान रहा है। चूरू जिले में १०८१ पदों के बाद भी हजारों अभ्यर्थी अन्य जिलों को विकल्प के तौर पर आजमा रहे है। दो मार्च से १० अप्रैल तक चूरू जिले के ३१ हजार ५८४ अभ्यर्थियों ने ई-मित्र व नागरिक सेवा केंद्रों के माध्यम से आवेदन किया है। इसमें से १४ हजार १७१ अभ्यर्थियों ने चूरू जिले के लिए तथा १७४1३ अभ्यर्थियों ने अन्य जिलों के लिए आवेदन किया है। चूरू के अभ्यर्थियों ने शेखावाटी में आने वाले सीकर व झुंझुनूं जिलों में कम रुचि रखते हुए अन्य जिलों में अधिक आवेदन किए हैं।
नागौर, बाड़मेर व पाली को प्राथमिकता
नागौर के लिए सबसे अधिक आवेदन किए है। चूरू के तीन हजार ३४९ अभ्यर्थियों ने फार्म जमा करवाएं है। बाड़मेर के लिए दो हजार ९९८, पाली के लिए दो हजार १११, राजसमंद के लिए एक हजार ५४१, बीकानेर के लिए एक हजार २८३ व जोधपुर के लिए एक हजार २०७ ने फार्म जमा करवाएं है। सबसे कम आवेदन कोटा के लिए पांच, धोलपुर के लिए सात, डूंगरपुर के लिए आठ व झुंझुनूं के लिए नौ अभ्यर्थियों ने फार्म जमा करवाएं है।

अन्य जिलों की ये रही स्थिति
तृतीय श्रेणी अध्यापक परीक्षा को लेकर अजमेर के लिए १०४ ने, बांसवाड़ा के लिए ३३, बारां के लिए ५६, भरतपुर १९, भीलवाड़ा ६७७, बूंदी २९, चितौडग़ढ़ ६९६, दौरा १६, हनुमानगढ़ ४९७, जयपुर २५, जैसलमेर ३१८, जालौर ९६१, झालावाड़ १८२, करौली ११, प्रतापगढ़ १६१, सवाईमाधोपुर १२, सीकर १७८, सिरोही ७९, श्रीगंगानगर ३००, टोंक १४ व उदयपुर के लिए ३४५ अभ्यर्थियोंं ने फार्म जमा करवाएं है

News : Bhaskar (14.4.12)

RTET Boondi : More than 15500 Application


साढ़े पन्द्रह हजार से अधिक आवेदन
(RTET Boondi : More than 15500 Application )

बूंदी। विधानसभा में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को राजस्थान लोक सेवा आयोग से कराए जाने की मांग को लेकर चाहे हंगामा मच रहा हो, या कई जगह बंद प्रदर्शन हो रहे हों, लेकिन इन सब से दूर बूंदी जिला परिषद पंचायत राज विभाग के अधीन तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारियों में जुटी हुई है।

जिला परिषद आगामी 13 मई को संभावित परीक्षा तिथि को लेकर परीक्षा केन्द्रों की व्यवस्था में जुट गई है। जिले में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा देने को लेकर आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि तक साढ़े पन्द्रह हजार से अधिक आवेदन जमा हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि बूंदी में तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा के कुल 826 पद हैं।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केसरलाल मीणा ने बताया कि 13 मई को तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। बूंदी जिले से शिक्षकों की परीक्षा देने के लिए दोनों लेबल परीक्षाओं के लिए 15 हजार 876 आवेदन जमा हुए हैं।

इसमें प्रथम लेबल (पहली से पांचवीं कक्षा तक) के लिए 7863 आवेदन, जबकि दूसरे लेबल (छठी से आठवीं कक्षा तक) में भाग लेेने के लिए 8013 आवेदन जमा हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि  बूंदी में प्रथम लेबल शिक्षकों के लिए 177 पदों, जबकि दूसरे लेबल के लिए 649 पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

News : Patrika (14.4.12)